पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टादश भाग.djvu/६१३

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यहूदी यहूदियों के साथ उनका कोई सम्बन्ध नहीं। वे अपनेको ) छात्र हि धम्की शिक्षा पाते थे। इस समय हिन. सर्वश्रेष्ठ हिब्र मानते हैं। वे अभी उस दिन तक भी साहित्याचार्य काष्टिलकी प्राचीन राजधानी में लाये गये स्पेनिस और हिव भाषासे काम लेते थे। स्पेनमें जब थे। वहांके धर्मोपदेशकोंमें सन् २०२७ ई० में रवी सम. अरवका अधिकार था, सेफदिमोंके पूर्वजने बहुत अर्थ | यल हल्लेवीसे ही यहूदीधर्मका अभ्युदय माना जाता है। सञ्चय किया था। इस सुन्दर समयमें कर्दोभा, तोलेदो, इसके बाद (१५वीं शताब्दी तक ) नौ पीढ़ी तक वहांके वार्सेलोना और प्राणाडामे बहुसंख्यक यहूदियोंने नाना सर्वश्रेष्ठ और विख्यात धर्मशास्त्रविदों द्वारा ही सिना. वैज्ञानिक विषयों में उन्नतिका विस्तार किया था। सारे गग अलंकृत हुआ करता था। सेफादिम या म्पेनके जगतमे उनको गतिविधि होनेको वजहसे बहुत यहूदियों में केवल धर्मनिवन्धके रचयिताओंका आविर्भाव भ्रमणवृत्तान्त संग्रह और बहु प्राच्य औषधियों का प्रचलन | हुआ था, उनमें भी एकसे एक धुरन्धर पण्डित विद्वान् कर भावी प्रजा-साधारणके लिये यथेष्ट मङ्गलसाधन | हुए। साहित्य और विज्ञानक्षेत्रमें उच्चस्थान लाभ करने कर गये हैं। और तो क्या, चिकित्सा-व्यवसाय | पर भी वे अन्य धर्मी राजपुरुषोंके हाथ किस तरह लांक्षित एक तरहसे इजारा हो गया था । वर्तमान और अपमानित होते थे, वह लिख कर प्रकट किया नहीं यहूदियोंके इतिहासमें वह समय उनके लिये सौभाग्यका जा सकता। और तो क्या सन् १४९२ ई०में यहाँके समय गिना जाता है। अन्तिम मुसलमान राज्यके नष्ट होनेके साथ ही राज- सन् १४८ ई०में पूम्बोदियाके चार इसरायल घोषणा हुई थी, कि चार महीनेके भीतर सभी यहूदी यहां- सन्तान परिवारके साथ जहाजसे कहीं जा रहे थे। से घर द्वार छोड़ कर भाग जायें। यहूदो बहुत रुपये देने स्पेनके कई मूर-डाकुओंने उस जहाज पर आक्रमण पर तैयार थे, किन्तु किसीने उनकी बातों पर कर्णपात किया। उन चारोंमें-से रवी मूसा अपनी प्रिय पत्नीको नहीं किया। अधिकांश यहूदी अफ्रिकाके किनारे निर्वा- समुदगर्भमें आश्रय लेते हुए देख सपुत्र डाकुओंके हाथ | सित किये गये । वहुतेरे इतने उत्पीडित हुए थे, कि कैद हो कोमा लाये गये। यहांके यहूदियोंने रुपया दे | अपने पूर्वजोंके धर्मपरित्याग करने पर वाध्य हुए। अनेकों- कर इन्हें छुड़ाया । एक दिन अपनी धर्मसभामें रवी मूसा- ने तो पुर्तगालके राजाको बहुत रुपया नजराना देकर की बुद्धिका परिचय पा कर वे लोग चकित स्तम्भित प्रतिवर्ष प्रति व्यक्ति के लिये अत्यधिक कर दे अपने धर्म- हुए थे । पोछे सभीने इनका अपने भजनालय 'सिनागग' | फर्मकी रक्षा को थी। उनके यत्नसे वहां हिव साहित्य का प्रधान नियुक्त किया। थोड़े ही दिनमें ये अपनो तथा विज्ञानका केन्द्र स्थापित हुआ था। उस समयके जातिके परम रक्षकरूपमें विख्यात हुए। इनके असाधारण सर्वप्रधान धर्मनिवन्धकारको 'आवर वनेल' कहते हैं। • गुणोंको देख कर पेलियागके शक्तिशाली राजाने रवी | सन् १४६७ ई०में यहांके सव यहूदियोंको पोर्तुगालसे 'देश. मूसाके पुत्र के साथ अपनी कन्याका विवाह कर दिया। निकाला' या निर्वासित करनेके लिये पोर्तुगालराजकी इस तरह धनी और ज्ञानी मूसाने केवल अपने वंशधरों आज्ञा प्रचारित हुई। इस समय यहूदियों के कष्टको सीमा को ही नहीं ; वरं स्पेनके सारे यहूदियोंको शक्तिवृद्धि को | न रहो। उसी समयसे सेफाहिम यहूदीगण जगत्के सभी थी। ११वीं शताब्दीमें पारस्यके गेउनिमके यहूदी-सम्प्र | देशोंमें फैल गये थे। इसी समय अमेरिकामें यहूदी- दायके अवसन्न होने पर उसकी जगह विद्या और गर्थ- उपनिवेश स्थापित हुआ। १६वीं शताब्दीमें यूरोपके .शालितामें स्पेनका रव्यानिम-धर्मसंघ हो प्रधान और यहू. प्रोटेष्टएट प्रजातन्त्रने इन सर्वोको विशेषरूपसे आश्रय दिया दियोंका धर्मकेन्द्र कहलाता था। उसीके प्रभावसे थोड़े। था। इस श्रेणीकी दूसरी शाखाके लोग अब भी अपने हो दिनोंमें तोलिदो, सेभिल, सारागोसा और लिसवन विशेषत्वको रक्षा कर रहे हैं । सन् १५६४ ई०में आमष्ट- .नगरमें हि धर्म-विद्यालयोंकी प्रतिष्ठा हुई थी। . और तो डम नगरमें यहूदियोंने प्रथम उपनिवेश कायम किया। ..क्या, एकमात्र तोलेदोके धर्ममन्दिरमें बारह हजार क्रमशः यहां बहुत यहूदी बस गये। सन् १६१८ ई० में यहां