पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टादश भाग.djvu/७३१

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७२ योगशास्त्र नन्द दीक्षितकृत नवयोगकल्ललि और ६ विज्ञान: । ग्रन्थ. ग्रन्थकार भिक्षु शिष्य भावगणेशकृत, ७ ज्ञानानन्दकृत वह टीका, राजयोग रामचन्द्र परमहंस ८ नारायणभिक्षु रचित योगसूत्रार्थ द्योतनिका या योग राजयोगविधि सिद्धान्तचन्द्रिका, ६ नारायणतीर्थ या नारायणेन्द्र सर राजयोगोत्सव ईश्वर स्वतीकृत वह टीका, १० भवदेवकृत पातञ्जलीयाभिनव लघुचन्द्रिका नारायण भट्ट भाष्य, ११ भवदेवकृत योगसूत्रवृत्तिटिप्पण, १२ भोजदेव लययोग कृत राजमात्तण्ड, १३ महादेवकृत, १४ रामानन्दकृत वर्णप्रबोध दत्तात्रेय योगमणिप्रभा, १५ रामानन्दतीथ सरस्वतीकृत, १६ वशिष्ठसार तीर्थशिव वृन्दावन शुक्ल, १७ शङ्कर और १८ सदाशिवकृत वह विरुपाक्ष (हठदीपिकाधृत) टीका, १६ रामानुजकृत योगसूत्रभाष्य, २० व्यासकृत | विवेकमार्तण्ड गोरक्षनाथ योगसूत्रभाष्य, २१ नागेशकृत पातञ्जलसूत्रवृत्तिभाष्यः । विवेकमार्तण्ड (सुलतान घियास- . घ्याख्या, २२ वाचस्पतिमिश्रकृत तिलक या पातञ्जलसूत्र- उहीनको सभामें) रामेश्वर भट्ट भाष्यव्याख्या; २३ राघवानन्द यतिकृत पातञ्जलरहस्य, शब्दानुविद्धसमाधिपञ्चक २४ श्रीजयानन्दयतिकृत, २५ विज्ञानभिक्षु कृत पातञ्जल. शारदानन्द ( हठप्रदीपिकाधृत) भाष्ववार्तिक या योगवार्तिक । शिवयोग ग्रन्थ ग्रन्थकार शिवयोगदीपिका योगसूत्रटिप्पण वृन्दावन शुक्ल शिवरामगीता योगसूत्रवृत्ति १ भिक्षानन्द या शिवसंहिता शिवप्रोक क्षेभानन्द और शिवसंहिताटोका सदानन्द २ नारायणतीर्थ, षट्चक्रक्रम या षट्चक्रनिरूपण ३ सदाशिव ____ या षट्चक्रभेद । पूर्णानन्द योगहृदय ( सुन्दरदेव द्वारा उद्धत ) षट्चक्रभेटीका रमानाथ सिद्धान्त योगाक्षरनिघण्टु षट्चक्रसजनरञ्जिन रामवल्लभ योगाख्यान याज्ञवल्क्य षट्चक्रदीपिका ब्रह्मानन्द योगाचार (मल्लिनाथ द्वारा षट्चक्रदीपिकावर्ति पूर्णानन्द कुमारसम्भव-टोकामें उद्धत ) षट्चक्रध्यानपद्धति ब्रह्मचैतन्य यति योगानुसाशन . आधारेश्वर षट्चक्रनिलय योगाभ्यासक्रम षट्चक्रमेदटिप्पणी योगाभ्यासप्रकरण षट्चक्रवियतिटीका विश्वनाथ रामदेव योगावलि रामानन्द तीर्थ षट्चक्रस्वरूप योगासनलक्षण षट्चक्रादिसंग्रह मथुरानाथ शुक्ल योगेशार्णव षट्चक्रोपनिषहीपिका योगोपदेश पराशर रन्तिदेव षोडशमुद्रालक्षण (शक्तिरत्नाकरोद्ध त-योगाचार्य) सदाचारप्रकरण राजमार्तण्ड ( योगसूत्र- समरसारखरोदय वृत्ति) . भोजदेव रणरंगमल्ल ।। सप्तभूमिकाविचार शुक्ल योगी शङ्कराचार्य राम