पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टादश भाग.djvu/७४

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७१ मुद्र यन्त्र ___ उपरोक्त मुद्रक या खुदाई करनेवाले प्रायः धर्मशास्त्र- आज कलकी खोजसे जो सुप्राचीन खोदित फलक- लिपि मुद्रणकार्यमें लगे हुए थे, इसीसे मनाप्टरियोंकी चित्र ( Wood-cut ) मिले हैं, उनमें १४२३ ई०के खुदे फिहरिस्तमें उनके नाम लिखे हुए हैं। उस समय जो सेएट स्रष्टोफरको प्रतिमूर्ति ही सबसे पुरानी है । खेलनेके तोश छापते थे, वे अपने अपने स्वतन्त्र रूपसे ! आलथर्प नगरके लार्ड स्पेन्सरके पुस्तकालयमें यह रखी दाणिज्य कार्यक्री परिचालना कर गये हैं। हुई है। भियना नगरके राजकीय ( Royal Library) चित्रकारके फलकचित्रण समाप्त होने पर जो केवल । पुस्तकालयमें वाइविलके १४वों पंक्ति मूललिपिसम्ब- दवाव ( Press ) दे कर उसको नकल उतारते थे, उन- लित सेण्टसिवाष्टियनके आत्मोत्सर्गाभिनयसूचक एक को मुद्रक ( Priners) कहा जाता था। सन् १४४० फलकचिन रखा हुआ है वह १४३७ ई में खोदा गया था। ई में मेनज नगरमें Henne Cruse नामक एक विख्यात | ब्लाक फरोटके भीतर सेण्ट ब्लेस ( St. मुद्राकर था। सन १४४६ ई०में नूरेमवर्ग नगरमें हेनस् | Blaise ) सङ्घाराममें १७७६ ई०में यह फलक 'Hans' नामक एक आदमी खुदाईके कामका व्रती था। मिला है। सिवा इसके वहां १४४० ई०में अङ्कित उसके पुत्र Junghans ने सन् १४७० ई०से १४६३ ई० St. Nicolas de Tolentino-का एक चित्रफलक तक पैतृक व्यवसायसे हो जोविका चला कर दिखाई देता है। ब्रसेलस नगरमें कुमारी मेरीका खुदा अपनी आयुके दिन पूरे किये थे। सन् १४५६ ईमें हुआ एक चित्र है। इसमें AICCCXVIII अङ्क खुदा फाकफोट नगरमें Hans Von Pledersheim और वासवर्ग रहने पर भी भ्रमात्मक विवेचनासे इसे साधारण लोगोंने नगरमें Peter Schott मुद्राङ्कणकार्यमें व्यस्त रहते थे। ग्रहण नहीं किया। इस समय इसको यथार्थ तारीख यह मुद्रक पहले Lebrorum prothocaragmatici| १४६८ ई० स्वीकार की गई है। उदगेल संग्रहमें ( co- (१४६७); 'Impressones librorum' और 'Exscul- ilectio weigeliana Vol. i) वाइविलके आख्यान ptor librorum' (१४७१); Chalcographus' (१४७३) मूलक प्रायः.१५४ चित्र-फलकोंका विवरण लिखा हुआ magister artis impressoriae', 'boeckprinter' | है। सिवा इसके इनसाइक्लोपिडिया वृटानिका नामक और १६वीं शताब्दीमें Chalcotypus और Chalcogra- वडे अभिधान या गृहत् शब्दकोषमें फलकमुद्राङ्कित phus नामसे परिचित थे। प्राचीन पुस्तकोंकी फिहरिस्त दी गई है। उनमें जर्मन ऊपर लिखा गया है, कि मध्य यूरोपमे सबसे पहले देशमें २० और नेदरलैण्डमें १० धर्मसम्बन्धी ग्रन्थ हैं । मुद्राङ्कणविद्याका विकाश हुआ। यूरोपके जमनराज्यमें पूर्ववत्ती ग्रन्थकर्ता एक वाक्यसे यह स्वीकार कर गये फलकचित्रण तथा मुद्रणने ईश्सन्की १५वीं शताब्दीमें हैं, कि जर्मनदेशवासी गुटनवर्ग नामके एक व्यक्तिने मुद्रा. शीर्ष स्थान अधिकार किया था। लिजन नगरमें धर्मा- यन्त्रका आविष्कार किया था, किन्तु वे मुद्राक्षर. और ध्यक्ष Jean dellinsberg, bishop of Liege मुद्रायन्त्रके यथार्थ उद्भावक हैं या नहीं', 'Gutenberg (१४१६-१४५५) और वेथानो ( Bethany )-मउविहा. Was he the Inventor of Printing ?' शीर्षक लेख में रिणी कौमारव्रतचारिणी उसकी बहनको Unum J. H Hessels उस विषयमें पूर्ण रूपसे निक्टारा कर instreementum ad zmprimendas scripturas गये हैं। et ymagines और Novem prente legnee ad पोप ५वे निकोलसने साइप्रस राज्यके अनुकल जो imprimendas ymagines cum quatuordecim मुक्तिपत्र ( Letters of indulgence ) प्रदान किया था, aliis lapideis printis लिपिसे सहज ही प्रमा- उसके दो संस्करण सन १४५४ ई०में मेन्ज नगरमें पहले णित होता है, कि उस समय मुद्राकरसे मुद्रित पुस्तक पहल मुद्रित हुए। खरीदनेके बदले काष्ठ पर खोदनेवालोंसे ही लोग प्रस्तर * Encyclopedia Britannica (9th ed) Vol, या काष्ठ फलक पर अङ्कित लिपिखण्ड हो खरीदते थे। 1xxl. p, 683-684,