पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टादश भाग.djvu/७५

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मुद्रायन्त्र यह गुटेनवर्ग पहले मुद्राकरका कार्य करते थे। इसका | गुटेनवर्ग मेन्जको छोड़ कर एल्टिपल (Eltville ) प्रमाणवरूप जो नत्थी मिली है उसमें लिखा है ;- | नगरमें आर्क विशपके प्रासादमें जा कर रहने लगा। जोहन गुटेनवर्ग और जोहन फुट एक ही साथ दोनों धर्माध्यक्षके साथ रहनेसे अपनेको सम्मानित समझ समय में मुद्रण व्यवसाय करने लगे। गुटनवगने अपने | उसने मुद्रण कार्यको छोड़ दिया और अपने यन्तादि हिस्सेदार फुटसे व्यवसायकी उन्नतिके लिये सन् १४४६- छापाखानेके सामानोंको ( Catholican ) मुद्राक्षर ५०में ८०० और १४५२ ईमें ८००) कुल मिला कर आदिको एल्टभिलवासी Henry Bechtermancze १६०० रुपये (गिलडार) कर्ज लिये । सन् १४५५ ई०- नामक एक व्यक्तिके हाथ सौंप दिया। क्योंकि, गुटेन- में छठी नवम्बरको फुष्ट सूदके साथ उक्त रुपयेकी वसूली | वर्गके Catholican मुद्राक्षरमें १४६७ ई०में मुद्रित के लिये २०२६) रुपयेकी नालिश गुटनवर्गके नामसे कर १४६१ ई०के एक मुक्तिपत्र ( Henry .) और Nichola दो। उक्त नत्थीपत्रमें फुटने 'यौथ कारोवार' (Our | Berchtermuncze और Wigandas Spyes de common work ) की वात लिखी है। उन्होंने जवाव- | Orthenberg द्वारा मुद्रित होनेको प्रमाण मिलता है। देही को, कि इनसे जो रुपया लिया गया है. वह पुस्तक | सन् १४६८ ई०में मेन्ज नगरमें गुटेनवर्गको मृत्यु हुई। छापनेके काममें लगा दिया गया है। यन्त्रके निर्माणमें | उसकी मृत्युके वाद आविशप अडोल्फने मुद्रा कार्यके कागज और स्याही खरीदने में, घरके भाड़े में खर्च हुआ उपयोगो विल्कुल यन्त्रादि जो गुटेनवर्ग रख गया था, है। जजने भो इन दोनों पक्षके लाभका व्यवसाय | Dr Hamery-को लौटा दिये । सन् . १४६८ ई०में ( The work to the profit of both ) कह कर २६वीं फरवरीके Dr Homery-के प्राप्ति स्वीकार स्वीकार किया है। उक्त नत्थीकी ४२वीं पंक्किमें "The | पत्र हैं।मालूम होता है, कि उन्होंने गुटेनवर्गके मुद्रायन्त work of the books" की वातें लिखी रहनेसे साझीमें, या छापाखानेके उपकरणोंको पाया है 1. यह उसके पुस्तक मुद्रित होनेका प्रमाण मिलता है। गुटनवर्गके धनसे गढ़ा हुआ था, इसलिये उसोको यह प्राप्य वस्तु साथ फुटका मनोमालिन्य हो गया था, किन्तु पीछे मनः | समझो गई । मुटावका कारण दूर हो जाने पर फिर उन्होंने एक साथ | ___ उपरोक्त विभिन्न मतोंकी आलोचना करने पर ही कारोवार किया। सन् १४५७ ई०की १४वीं अगस्त- गुटेनवर्गको निःसन्देह मुद्रण कार्यका प्रवर्तक को मेनज नगरमें इन दोनोंके नामसे एक पुस्तक छपी कहा जा सकता है। उससे या उसके अनुकरणमें अपरापर मुद्राकरेंने बादमें मुद्राक्षर तय्यार किया। उक्त नत्थीके प्रमाणसे गुटेनवर्गको कभी भी मुद्राकरकहा जगतके क्रमविकाशको पद्धतिके नियमानुसार पिछले नहीं जा सकता। फुटके साथ सुलह सपाटी हो जानेके | शिल्पियोंके हाथसे मुद्रणविद्याकी उन्नति हुई और वाद गुटेनवर्ग मुकदमेके फैसलेके अनुसार महाजनको अपने धोरे धोरे वह यूरोपके विविध देशोंमें फैल गई। गठित यन्त्र लौटा देने पड़े। इसके बाद वे मेन्ज नगरमें | एक राजपुरुष (Syndic) डाकृर होमरीसे अर्थ-साहाय्य प्राप्त कर फिरसे वे मुद्रायन्त्र संगठनमें लग गये। जोहन

  • Dr. Homery acknowledges to have recei-

गुटनवर्गको कृतज्ञ और सरलान्तकरण समझ कर मेजके ved from the said arehbishop several form, 'आर्क विशप श्य अडोल्फने सन् १४६५ ई०में उसको अपने | letters, instruments, implements and other अनचरके रूपमें (dhiener und holfgesind') रख | things belonging to the worlt of printing, लिया और उसके भरणपोषणके लिये वार्षिक पहननेके which Jolian Gutenberg had left atter his death कपडे और खाद्य द्रव्यादि (20 'Malter' of corn and 2 and sihich had belonged and still did belong to Ency. Brit. (9th ed) Vol.xxlll p. 685. tider of-wine) देना स्वीकार किया। इसके अनुसार