नादायन-पाप
यादापन (सं० पु. ) यादम्प गोलापत्यं ( मरमादिभ्यः पम् । पादियागीय सं० पु.) प्रानोन दिशानन
6) ति फम्। यादके गोनापत्य । इनारलोक जग किया।
पादाल (सं० पु) मरम्पमेद, ससाना नामक मानो। वादिना (संनि) साधुवायो।'
यादि ( नि.) यादपति उपनामुशारयति यदनिय बारिश्रीपतमभिधानचिन्तामणिटोका रविता।
(गिरिपठि। टप ४११२४) इति इम्। विवान् । यादी (सं० पु. पादिन देगी।
यादिक ( म०शि०) ताकि
पादोग्द-१ एक प्रसिर दार्शनिक । निमने इमा
पाणि (सं०सि०) निनादित, माया हुमा। उसलेरिया है। २ दायिकटिकाका मेला
पादिमा ( मोल ) यद णिस्तरम। याय, बाजा गादीन्द्र (सं० पु०) यादिना पादिराम, भोप ।
"गोनेर गामियम नित्य मामनुकास्पमि।" यादोमसिद-एक जैग पहिस। इन्होंने गनिसान -
(मारत १३१७ नोक), नामग्य लिया है।
पारित ( Fic ric) याने याणिय (म गादिगम्पो यादोयर (सं.पु.) पादिनामीचायाविराज, मनु.
पिन । उग्य ४:१७.) ति णिस | पाच, वाजा घोष।
वादिसयम् (म० लि. यादिस मस्र मनुप् मरूप या यामि (सं० पु.) विश्वामित्रके एक पुबका माग। .
गाय माग, बाजेको तारा
(भारत )
पादिन (0 लि.) पदतानि यद-णिनि। १ पका, याय ( लो० ) यादपम्ति ध्यानयतीति परनिराः .
बोलगवाला। २ किसी पातरा पहले पदन प्रस्ताव यत् । ! पन्ययावा, यासा बनाना। २ यादित, या।
काला, जिसका तिगादीको गोरस एग दोना पयांप-मातोय।यद या मार प्रकारका होता है-
है। फरियादो, मुदा। जो राजहार, पहले पहल मानस, गुपिर और घम। ..."
मालित करता है, उसे यादी और लिमके विपद नानिमिा तालपोगानको शोमा गहों दोती, गागको पूर्णता
की जाती उसे प्रतिपादक है।
। फलिपे तलको माया , यह ताल पादियसे उत्पन्न
यारियां कराया-माध्यममति गौर सातिररमालिका. हा सलिपे पाय पति श्रेष्ठ है। फिर यह पाच
कलपिमा ।
सम, विष, मागर भौर पम मेरी माप्रकारका
पादित ( 0 ) पो हम यूक्ष्म फलश, बेरफे/ पावों मपालगन यापान tat 'प्रमिय।
समान पोरे कालपाले पेड़।
गुपिर, सम्मापदफा मामय पयं सारसारिका मदी
पानिरास ( पु.) यादिपु गनः पु राम नि ur.
fe! गोय।
पाप पश-सामो, प्राणा, फिगरी, मधु
पाnिs ATTATE Etc भागीना-AIR. किसी farst. , faar, म्योपयनी, प्रथा,
प्रोमारोम, युतिया पर विपरम । निका, nिा कम्मो, गारी गरिमादिमीनिसपी :
मस मामil प्रारपिता मारापली माप ! नागमो, मकुमारपी, मोहम्मरी, गि, fier,
पासपना
मर, गदा, वारणानगर, नाम, पिताम,
ini-EVARE गार मिनीपाय! मगम्दो भीर Non Re Ram RITERTA
काम गपिता | mitra हुमा।। पाय करते है।
पादित-TAREERो. रपिता।
Porta पpt - int, mo. mm, afer,
पाEिusin-IATE Ti प्रसार
. , गुरदो मुरी , पुका, ripr. Kaifir.
तो-गोर ! नमो निगा भागलित, शो मोर गाit प्रगति
महामना ।
दाप
पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष एकविंश भाग.djvu/१०४
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