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नास्त
राता गौर मेनानि. गृहा जो गामस 01 . मिस मास्तु शालायु.एयफे. गाणे भोर सभी काम
मोट कर में भाग दे । भागफल जो होगा प्रधान न्द प्रदशिण माधमें निम्न माग तक आने
बारका विस्तार गा हो जानना होगा। विनारको · नाथायर्स नामक यास्नु कहते हैं। इसके परिणामी
उंगलीम नाप कर सिनो गलो होगो मा हो उमेद्वार नहीं रहेगा, मिनु दमरो चोर हार गंगा। जिस .
nा करना होगा । दा. पितारका गाधा को द्वारका याम्नुफे. मलिन्द प्रदक्षिणभापम द्वार निम्म भाग हा
funnान कहा गया।
जाने हैं यह शुभदायक है के सिपा और ममी गाय
प्राणादिगि जातियों, गृहप्पाम, पशमांग . है। इस यातुका मा पमान है। दक्षिण
बार गलो जोर देनमे जो होगा यही उमपे. गृावार-हार नहीं रहता । जिसके पश्निा भोर एस. गार पूर्णम
का परिमाण मारपरिमाण भएमांन बारफा हो सिन्द शेष तक रदते हैं नया सिमफे हो ।
गिम और निमे ने छारही अंगालोनी: शलिन्द उशित मोर शेष मोमा मिगृत रहना है, "
माहिए ।
। 'स्वस्तिक' नामक यास्तु कहते हैं। इसमें पूपंवार शु.
उहाय जितना हाप ना होगा, उतमी दो उंगली या नहीं है।
उसका नाडाई छोगी। घरको दोनों दो भागा इसी जिसके पूर्व भौर पश्चिमफे अलिन्य जगाने
प्रकार होगी तथा मामा परिमाणमे हेद गुना उदुम्बर है, तथा याको यो पूर्व भार पश्चिमासिद वा
का परिमाण होगा। सिमका मितना काय उछाय होगा, जाने , उसे 'ना' नामक पास्तु की है। इसमें
उमको १० गुगा कर ८०से भाग देने पर भागशेष: उत्तर द्वार सन्नुि मान्यान्य समोसार शुगर
जो होगा यही इमफे मूलकी नीला। उन्हारसे नी: होने है। स्वस्तिक भीर रचा मध्यालयमा मnिe
गुमे भोर गामी या उमर दशांगको पराग जो धास्तु राजाभोंक लिग दी शुभप्रद है। गिमके उरार भोर
बचेगा यदी मम्म. सन मागमा परिमाण है। शयाका नहीं रहती यह दिग्णाभ, विशालविनिए दाने :
म्नमा मध्य भाग होने पर उसे राया, कोना से 'धन्य' भार पूर्वको मोर शाला नहीं रहने गर ।
होने पर यम, मोलाएकोमा होने पर शियन, बत्तीम कोमा 'मुक्षेत्र' नामक यास्तु कहलाता है। पेमप गाम्नु गुगः .
होने पर प्रलोमा गौर त गुम दोने पर उसे वृत्त फरमद, जिमफे दक्षिण में पाला नहीं रहतो उसे 'गुती
गे। पे गांनी प्रकार निम्म शमफालमा निशा.क' कहते हैं। पर या पानामा पनि
गालादीग पास्तको पक्षम्म करते हैं। रामे पुजा
___EAT परिमाण का भाग देने मागफल जो नाम और घर हसा है। जिम परिगा गार ने
दोगा उसका नाम पहा । उ म निम्मा नयम माला होता है उसका नाम 'मिमा परिणामोर
गागको पहन, Ng भागको गट, मतम माग | उ शाला र उमस यमामू उरार पर पूर्णम
मागो उरोध और पशम भागो भारतुगी ।। बाला रानमे 'द और दरिitatRI .
मग एकदमो पर होंगे। गनुभागमा गाग में उमसो 'मास' या कान है।
'तुम', मोर मागका HIR . नांप माग पूर्व और पश्चिमी र गालायिनिष्ट पार
गिपिन FIR IIT मा गनिन्द। प म धुन्नी' मा दक्षिण और उमा नायिनिष्ट पातु .
पम मान टीम होगा।
भाग' बदलासा मियानुग भनि, ..
सि पातु मारी गोमो प्रसार प्रोगाम मे गृहमामीको मृत्यु, दातुर
nir ar ATM मोम AIRE यानुन मोर गप, 'या' गानुमादेग, 'गृती' fryin
|| गागाधिक fair नामोंग.लिये मर का' यानुनि विरोध होता।
भगो गानुगा anो जाता है। पान
पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष एकविंश भाग.djvu/२७४
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