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'पिमृत्यु-वमोहा
..
विमृत्यु (स.वि.) विगतो मृत्युः यस्य। १ मृत्यु- विमोघ (सं०नि०.) पि-मुहक । अमेघि, ध्यर्थ न होने
रहित । २ अमर।
___ चाला, न चूकनेवाला। ... ...... ।
विमृध् ( स० वि० ) १ मामकारी, योद्धा । (ऋक् विमोचक (सं०नि०) वि-मुच घुल। १ मोचनकारी; .
१०११५२१२ १ २ शत्र, दुश्मन।
मुक्त करनेघाला । २ बन्धन खोलनेवाला। ३ गिराने...
विमृध (म त्रि०) विशेषरूपसे नाशकारी। .. घाला, छोड़नेपाला।
विमृधतनु (सं० त्रि.) इन्द्र।।
विमोचन ( स० लो०) वि-मुच ल्युट्। घिमुक्ति, रिहा.
विमृश (सं० पु०) वि-मृश अच् । विमर्श, आलोचना। करना। २ बंधन गांठ आदिको खोलना । ३गाडी '
विमृश्य (० वि०) १ विमर्शनयोग्य, ' आलोचना या| 'आदिसे घेल आदिको खोलना । ४ दुरोकरण, निका-..
समीक्षा योग्य। (मागवत १०1८५॥२३) २ जिस पर लना, बाहर करना । ५ त्याग, इस प्रकार अलग
यियेचना या विचार करना हो, जिसको समीक्षा करनी करना, कि कोई घस्तु दूर जा पड़े। ६ गिराना,
डालना। ७ तीर्थविशेष । ( भारत ३१८३३१५० ) (पु०) ।
विमृष्ट (स० त्रि०) वि.मृज-क्त ।.१ परिच्छन्न। (शतपयत्रा०
८ महादेय। (भारत १३२१७५६)
महादेव। (भारत 31Talue) .
१२।५।१६) २ जिसकी पूरी आलोचना या समीक्षा 'हु विमोचनीय (मंत्रिक) विमुच अनीयर । विमो- .
हो। ३'जिस पर तर्क वितर्फ या सम्यक विचार हुमा
चना, छोड़ने योग्य, मुक्त करने लायक । । ।
विमोच्य (सलि०).विमोचनीय देखो। । -
विमृष्टराग ( स० त्रि०) जिसका रंग साफ किया
गया हो।
विमोह (सं० पु० ) वि-मुइ-घम् । १ मोह, अहान, भ्रम,
विमोक (स' पु० ) १ मुक्ति, छुटकारा, रिहाई । (ऋक
भ्रान्ति' । २ अचेत होना, बेसुध होना ' ३ बहुत ..
५।४५।१ ) २ मलरहित। ३ राग-रहित, ऊपरी आवरण.
लुभाना यो मोहित होना। ४.एक नरकका नाम ।
रहित । ४ स्पष्ट, साफ।
विमोहक ( स० पु०) ·१ मोहनेवाला, 'लुभावना |
चिमोकम् (सं० मध्य० ) विमुक्ति, मुक्ति।
२मनमें लोग उत्पन्न करनेवाला, ललचानेघाला । ३ शान
विम
या सुध हरनेवाला। ४ एक राग जो हि सोल रागका
देने योग्य।
पुत्र माना जाता है।
विमोक्ता ( स० पु० ) मुक्त करनेवाला, छुडानेवाला। विमोहन ( स० फ्लो०) वि.मुई-त्युट । १ धैचित्तीकरण,
विमापतृ ( स० पु०) वि.मुच-तृच । विमोक्का देखो। मन लुभाना। २ दूसरेका मनं वशमें करना । ३ ऐसा
विमोक्ष (सं० पु०) विमोक्ष-अच । १ विमोचन, धन या प्रभाव डालना कि चित्त ठिकाने न रहे। ४ कामदेव के . .
गांठ मादिका खुलना । २ विमुकि, छुटकारा, रिहाई। पांच वाणोंमसे एक ! ' ५ एक नरकका नाम । (नि०)
३ निर्वाण, जन्म-मरणके वन्धनसे छूटना। ४ परित्याग, विमोहयतीति वि-मुह-णिच व्यु । ६ विमोहक, मन
छोड्ना। ५ सूर्य या चन्द्रमाको' प्रहणसे छूटना।
लुभानेवाला।
६ प्रक्षेपण, किसी वस्तुका पाहसे इस प्रकार छटनाक विमोहनंशोल (सं० त्रि०) १ भ्रमकारी, धोखा देनेवाला ।
यह दूर जा पड़े। ७ मेरुपर्वतका एक नाम । २ मोहित करनेवाला, लुभानेवाला। . ..
विमोक्षक (सं०. त्रि.) वि-मोक्ष पवल । 'विमोचक विमोहना (हिं० कि०) १ मोहित' करना, लुमाना।
विमुक्तिदाता।
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२ ऐसा प्रभाव डालना कि तन मनकी सुध न रहे।
विमोक्षण (स- फ्लो०) वि.मोश ल्युट् । १ विमोचन, मुक्त | ३ भ्रान्तिमें करना; धोखेमें सालनाj. ..
करना । २ परित्याग, छोड़ना 1३ वन्धन भादि खोलना। थिमोहा (हिं० स्त्री०) एक प्रकारका छन्द । इसके प्रत्येक
विमोक्षिन ( स० त्रि.) वि-मोक्ष मिनि ।' मुक्तिदाता, चरणमें दो रंगण होते हैं। इसे 'जोहा विजोहा' और
माचनकारी।
_ 'विजोहा' भी कहते हैं। पिलोदा देखो। .... - -
पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष एकविंश भाग.djvu/५६६
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