पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष एकविंश भाग.djvu/७१७

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विश्वविद्यालय लक्षण्य दिखाई देता था । फ्योंकि इन शेपोक्त । शिक्षा विस्तारमें करिषद्ध हुए। सच पूछिपे, तो उनके विद्यामन्दिरों में देवपूजकोंको मतानुसारी शिक्षा दी | ही यत्नसे उक्त मठ विद्यालयके आदर्श पर हो विश्व जाती थी। इसके मिवा राजविद्यालयों में खुष्टान ! विद्यालयकी प्रतिष्ठा हुई। उन्होंने नये नये विषयोंकी धर्मतस्यको शिक्षा भी प्रचलित थी । क्योंकि उस समय | शिक्षाका प्रयासी वन उस समयके साहित्यको नपे माय- प्राचीन धर्मपुस्तकके मिया भन्य पुस्तकों का अधिक में संस्कृत कर लिया था और नई प्रणालीसे शिक्षा देने. प्रचलन न था और शिक्षा-विस्तारके लिये उस समयके को विधिका प्रवर्तन किया। शिक्षक इन मत्र पुस्तकोंका परित्याग कर नहीं सके थे। ___ पहले ही कहा गया है, फि १२यो सदमें पारी युनि- कमी. कमी अरिएल, परफायरी, मार्टियानस, कपेला) वरसिटीके सस्कारके साथ यथा विश्वविद्यालय .' गौर घिटियासके लेखनीप्रसूत तोंकी कुछ अंशमें को मित्तिका स्थापन, गठन और उन्नतिसाधन हुआ। शिक्षा दी जाती थी। ११वीं शताब्दीफे पहले भी यहां नत्रायशास्त्र (I.ogic)का ___ यगेमिन्जियम् राजवंग राजस्वकालमें फ्रान्सीसी आलोचना होती थी। १२वीं शताम्दोके प्रारम्ममं यहां राज्यमें विद्याशिक्षाका मांशिक विलय साधित हुआ। चम्पोयासी विलियम नामक एक अध्यापकने नायशास्त्र- इसके बाद थियोडोरस, पिसे और मालकुइनोके यत्नसे | का एक विद्यालय स्थापित किया । उसमें मौखिक न्याय- विद्या शिक्षाकी उन्नतिके विषयमें 'पुनरायोजन हुगा । शास्त्रीय तर्कों को मीमांसा होती थी। अन्यान्य मध्या- ८वीं शताब्दी और धीं शताब्दीमें सम्राट् "चार्लस दो पकोंकी अपेक्षा विलियमक शिक्षाफौशलसे पारी विद्या- प्रेट" के आशानुसार और मालकुइनके यत्नसे फ्राङ्क: लयको मुख्याति चारो ओर विस्तृत हो गई। यिलि. एडफ शिक्षाविभागमें महान् सांस्कार हुआ और एकल यमके शिष्य सुविण्यात आविलाई और उनके शिष्य । हो Monastic और Cathedral school में शिक्षा देने की Sentences नामक प्रग्य संग्रहकर्ता सुप्रसिद्ध यिशाप व्यवस्था विचिवद्ध हुई। उस समय राजदरवारको । पिटर लोम्बार्ड (११५६ ६०ने प्रायशास्त्रको अध्यापनामें साधीनतामें जो Palace school परिचालित होता था, पारी विश्वविद्यालयको शीर्षस्थानमें पहुंचा दिया था। घद उन्ध शिक्षा प्रदानका एक प्रधान केन्द्र दो गया। ___ इससे पहले इटली राज्यके सालो! मगरमें एक पिओढारस् ' आदिकी चलाई 'पद्धतिका अनुसरण कर आयुर्वेद विद्यालय प्रतिष्ठित था। कुछ लोगोंका अनु. धर्माचार्य निगरी दो प्रेटने इङ्गलैएडमें भी शिक्षा मान है, कि वो शताब्दीमें सरासेनोंक यानसे यह प्रणालीको सुव्यवस्था की थी। स्थापित हुआ था। किंतु De Renzi, Puccinotti मादि १०वीं शताब्दीमें गेमाधीनस्थ खुटान जगत्में ( Latin ऐतिहासिकोंने विशेष अनुसन्धानके पाद स्थिर किया Phristendon) घोरतर राज्यविप्लव उपस्थित होनेके | है, कि इस विद्यालयके साथ सरासेनाका कोई सम्बन्ध मांध संधि विद्याशिक्षा-विस्तारमें भी भयानक अन्तराय | | न था। पांकि Giritas Hippocratica-को प्रसिद्धिर्म उपस्थित हुआ। इसके बाद फ्रान्सको राजधानी पारो विलम्ब न होने तक मारणीय भेपजतत्यादि पाश्चात्य . नगर में विश्वविद्यालयकी प्रतिष्ठा होने के समयसे पाश्चात्य जगत्में लिपे न गपे। • जगत्में शिक्षा विस्तारका प्रबार फिर बढ़ गया! किंतु रोमकोंने यूनानियोंको प्राचीन शिक्षापद्धतिका अनु. रतने समयमै अर्थात् १०वोंसे १२वीं शताग्दोके प्रारम्भ सरण कर हो मायुर्वेदविद्याकी शिक्षा प्रचार को। फाल तक स्थान स्थानमें लब्धप्रतिष्ठ अध्यापक साधा ! १०वी शताब्दी में दक्षिण इटली में यूनानी भाषाका मादर रणको शिक्षा देने में यत्नशील थे। धा, ऐसा अनुमान होता है। .माश्चर्यका विषय 'पूर्योक आलकुइन साहेव स्वयं टुर्स (Tours) नगरके ' है, कि सालाणों और इस मायुर्वेद सेण्ट मार्टिन मटके (The Great-Abbey of St. Afartin) विद्यालयसे उत्तीर्ण बहुतेरी डाफ्टर ही स्त्रियां थीं। विद्यालयके प्रधान आचार्य पद पर अधिष्ठित रह कर इसके बाद पामिया मगर लोम्बाई ला स्कूल (Schools Vol. XxI153.