पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष एकविंश भाग.djvu/८४७

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७४१ वोजगणित अडशास्त्रकी यथेष्ट उन्नति हुई। इसके दो साहाय्यके । भिटाने बीजगणिनको प्रयोग-प्रसारताके सम्बन्धमे लेख लसे मिटा फोणच्छेदविषयक नियमावली आविश्कार प्रकाशित किया। गवेषणा और विशेष अनुसन्धान रूपसे करने में सक्षम हुए। इन नियमासे हो अधुना शिन विष विज्ञानको खानसे उन्होंने कोणथ्यवच्छेदरूपी जो अमूल्य या गणिताडू या निकणमितिका उद्भय हुमा है । मियेा । मणिका याविष्कृत किया था, उसके प्रति लोगों - ने पीजगणितके समीकरणांशको भी काफो उन्नति की का ध्यान विशेषरूपसे आकृष्ट हुआ। किन्तु मियेरा उक्त यो। १५४०-१६०३ ई० तक ये जीवित थे। तस्वके माधन्त माविष्कार करने में समर्थ नहीं हुए । इसी मिपेटाफे वाद गणितज्ञ मलयरें जिराईका गम्युदय समय प्रसिद्ध गणिततत्त्वविद् डेकाटे उनके उत्तराधिकारी हुमा। इन्होंने भी भियराको प्रवर्तित प्रथासे सभी रूपसे विज्ञानक्षेत्रमें समुदित हुए। उन्होंने अपनी तीक्ष्ण करणांशको कई पद्धतिपोंका आविष्कार किया था। किन्तु | युद्धि और सूक्ष्म शान द्वारा बीजगणितको एक मौलिक - दुखको पात है, कि इन पद्धतियोंफो पे लोगोंक | विजागरूपमें प्रकाशित किया था। वस्तुतः पोजगणितके सामने प्रकट नही करते थे । ज्यामितिके सम्पाधोंके | उन नियमावलीको ज्यामितिमें प्रयोग कर उन्होंने समाधानफे लिपे अभायसूचक चिह्न और कल्पित संख्या- | एक महान माविष्कार किया है। उस समयसे गणिता. के पे दी सृष्टिकर्ता हैं । अनुमान धारा पे दो पहले इस ध्यापक इस विषयकी मालोचनामें प्रवृत्त हैं। विगत दो सिद्धांत पर पहुंचे, कि जितने अड्डों द्वारा मालोच्य | शताब्दीसे गणितविज्ञानके सम्बन्ध क्रमोन्नतिका सपाका प्रसार समझा जापेगा, प्रत्येक समीकरण हो। इतिहास साधारणमें अभिव्यक्त होता आता है। उतने मूल स्वीकार करने होंगे। सन् १६२६ ईमें इनका वक रेखागणितमें पीजगणितके नियम आदिका बनाया पीजगणित प्रकाशित हुआ। प्रयोग और समाधान-योग्यता प्रदर्शन कर डेटोने और निराई के बाद टामस हेरियट नामक एक अंग्रेज | भी एक प्रधानतम आविष्कार किया है । भूगोलको योगणितकी उन्नतिका प्रयासी हुआ। अंग्रेज इसको | मालोचनाफे समय निरक्षवृत्त और मध्यरेखाके साथ योजगणितके अन्यतम प्रधान आविष्कारक कद्द कर गर्व तुलना कर हम जैसे पृथ्वीके स्थानोंका निर्देश करते हैं, करते हैं। किन्तु फ्रांस देश के भविदोका कहना है, कि वैसे ही उन्होंने भी निर्दिष्ट सरल रेखाविशेषके साथ - मिपेटा जो आविष्कार कर गये हैं, लोग उसीको हेरियटके तुलना कर किसी वक्ररेखाके प्रत्येक स्थान पर बिन्दु नामसे चलाना चाहते है। यह भी हो सकता है, कि निर्देश किया है। दोनों गणितपण्डिन ही परस्परकी विधाका परिचय न पा : सन् १६३७ ई० मे देकर्टको ज्यामिति प्रकाशित हुई। कर भिन्न भिन्न भायसे एक हो आविष्कार कर गये हो। उक्त ज्यामिति प्रग्य पीजगणित सर्वतोभावसे प्रयुक्त 'हेरियटका प्रधान आविष्कार घीजगणितमें श्रेष्ठ भासन हुआ था। इसके छः वर्ष पहले हेरियट अपना प्रथ पाने योग्य है। जितने अटों द्वारा आलोच्य संख्याका प्रचार कर गये हैं । देकार्ट देरियटके प्रन्यसे अनेक प्रसार समझा जाता है, उतने माधारण समीकरणोंका पाते अपने नामसे लिपिवद्ध कर गपे हैं। इसीलिये गुणनफल एक समीकरणकं समान है-हरियटने इस ताफ्टर वालिस अपने योजगणित गयौ फ्रांस देशीय उत्कृष्ट नियमका आविष्कार किया था। वीजगणितज्ञोंको लाञ्छित कर गये हैं। उधर फरासीसी ____ अट्रोड् नामक और एक मजने भी धीजगणित-| भी इसके प्रतिवाद करनेसे बाज नहीं आये। गणितके की चर्चा की थी। वह हेरियटके साथ सामयिक होने । इतिहासका रचयिता मण्टकला देकारीका मत समर्धान पर मो उनको मृत्युके बहुत दिन दाद तक जीवित था। कर गया है और हेरियेटसे 'चा स्थान . इसको इसके रचित योजगणितविषयक अन्य बहुत दिनों तक दे गया है। विश्वविद्यालयों में पाठ्य रूपसे गण्य था। __ज्यामिति के साथ वीजगणितका. सम्बन्ध प्रकाशित ' ज्यामितिके साथ पोजगणितका सम्पर्क निर्णय कर हानेके बाद गणितविषयक बहुतेरे नये तत्त्व माविकार Vol. xxl 186