पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष नवम भाग.djvu/११५

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बहुतसी मुगलसेनान प्राण खो दिये, अवशिष्ट सेना भी। दी। किन्तु इस बार भी इप्लेको पाशा फलवती न इतस्ततः भाग गई। महाफजने अपनी सेनाको एकत्र हई। इ समे जरा भी भोत वा हताश गए। करके मेलापुर नामक स्थान में शिविर स्थापित करनेका | उन्हों में फिर विभिप उपाय अवलम्बन किये । उनके हुक्म दिया। इस स्थान पर वे सम्मुख और पश्चात् दोनों | पादेशसे फरासोमो सेना मद्राजके निकटवर्ती नवाब- तरफसे फरासीसी सेना हा राधाकान्त और पराजित हो| शासित प्रदेशों को लूटने लगो। उन्होंने यह पछी कर भाग गये। तरह समझ लिश था-कि पारेजों को मिलतासे इले पब एक दृणित कार्य में प्रवृत्त हुए। उन्होंने | विशेष कुछ लाभ मी-यर माल म होते हो नवाब मद्राजक विषयमें लाबो नेके साथ को हुई किमी भो अङ्गारेजों से फिर कुछ सम्बन्ध न रक्खेंगे। बहुत प्रतिज्ञाका पालन नहीं किया। १७४६ ई० के ३० अको. थोड़े समय में हो नवाबके साथ फरासोसियौको सन्धि बरको उन्होंने अङ्गारेजों को सूचित किया कि उनकी | हो गई। सेण्ट डेभिड दुर्ग से पुनराहत नवाम-मनाके समस्त सम्पत्ति फरामोसो गवर्मेण्टके जानेमें शामिल साथ महाफजवा पुदिचे रोको भेजे गये। इनमें कर ली गई मोर वे या तो युद्ध के कैदियों को तरह रक्खे नवाब पुत्रको प्रति समारोहसे अभ्यर्थना की। इसे जायगे या पूदिचेगेको भेज दिये जायेंगे। इसके बाद फिर डेभिड अधिकार करने की कल्पना करने लगे। किमी कि ने भाग कर सेण्टडेभिड दुर्ग में आश्रय लिया | १७४७ १०को १८वौं फरवरीको नवाबको मेमा तथा तथा प्रवशिष्ट लोगों को पकड़ कर पूँदिचेरो भेज दिया | फरामोसो सेनाके अध्यक्ष हो कर पराडिस अवसर गया। माथ हो मद्राजके अगरेज शासनकता केद हुए ।. सौभाग्य वशतः इस समय अगर जोंके किये गये। महायतार्थ बङ्गालसे एक रणपोत भा पहुंचा। अब डाले। अंग्रेजों को उपकूल-प्रदेशसे सम्य पर्ण रूासे फरामोसो सेनाका बार निकल एपा, वह लौट पाई। दूरोभूत करने के अभिप्राय ने मेण्टडेभिड-दग को हम्तगत १७४८ ईमें ऐसो अफवाह सुनो गई कि, उन्ले करने को चेष्टा करने लगे। डले ने मद्राज अधिकार शोध हो डेभिड़ दुर्ग पर पुन: पाक्रमण करेंगे। कर वहां पराडिस नामक एक सुरज़ारले गडवामोको | इस समय अंग्रेज-शिविरमें एक विषम षडयन्त्र प्रका। शासनकर्ता नियुक्त किया। ड के प्रादेशानुमार डेभिड | पित हुआ। ड, स्वभावमिड धूर्तताके साथ ग्रेज-. दुर्ग पर आक्रमण करने के लिये ३०० य रोपोय सेनाकै पक्षोय देशीय सेनाको फरासोमो पक्ष अवलम्बन करने- साथ पराडिस पूंदिचेरोको तरफ जा रहे थे, मार्ग में | को प्रलोभित कर रहे थे। अंग्रेज गर्वमा बम विषयमें महाफजौने ३००० अश्वारोही और २००. पदातिक यथोचित सतर्क हुए। उसने बार बार पराजित होते सेना ले कर उन पर पाक्रमण किया। इनमें खबर पाते हुए भी पुनः दुर्ग आक्रमण करने के लिए सेना मेजो, हो वहाँ एक दल सेना भेज दो। वह फौज पगडिस को | किन्तु इस बार भो लतकार्य न हो सके । २८ जुलाईको निरापद पुदिचेरी ले आई। दिसम्बर मासमें बेरोके । इङ्गलेण्डसे कुछ जङ्गो जहाजोंने पा कर सेण्टडेभिडदुर्ग- प्रधान सेण्टडेभिड दुर्ग अधिकार करने के लिये कुछ | के पास लंगड़ डाल दिये। अंग्रेजोंक दलको दि होते सेना अग्रसर हुई। ८ दिसम्बरको वइ फोज दुर्ग के देख नवाब पुन: अंग्रेजोंसे मिल गये। अपग्रेजोने निकटवर्ती किसो स्थानको पधिक्कत कर वहां विश्राम साहमी हो कर मिलित सेना द्वारा दिघरी घेर लिया। कर रही थी कि, इतने में महाफजखों और महम्मद किन्तु कुछ दिन बाद अग्रेजी सेना अवरोध छोड़ कर अलीने मासा पा कर उन पर आक्रमण किया. जिससे | डेभिड-दुर्ग में चलो गई। अंग्रेजीको पराजयसे हुने फरासीसी फौज डर कर भाग गई। इस सामरिक चारो तरफ फरासीमी प्रभात्र घोषित करने लगे। उन्होंने सन्नाके व्यर्थ होने से पाकस्मिक भाक्रमणसे दुर्ग अधिः । देशीय राजन्यवर्ग को, यहाँ तक कि मुगल-सम्राटके पास कार करनी के लिए इभेने गुण रीतिसे ५०० सेना भेज | भो पंजीकी भीरता लिख भेजी। इतने पर भी वे