पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष नवम भाग.djvu/१४५

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ढकण-हरवाना ढाण (सलो०) शैवाल, मिवार । ठरनि (हि. स्त्री०) १ पतन, गिरनेको क्रिया । २ स्पन्दन ढचर(हि.पु.) १ पायोजन और सामान । २ प्रपञ्च गति. हिलने डोलनेको क्रिया। ३ चित्तको प्रवृत्ति, टंटा, बखेड़ा। ३ आडम्बर, झूठा प्रायोजन । ४ अत्यन्त मुकाव । ४ स्वाभाविक करुणा, दयाशीलता, सहज जोग तथा कश, बहुत दुबला पतला और बूढ़ा। कपालुता। ढटौंगड़ (हि पु० ) १ बड़े डोल डोल, ढींग । २ हष्ट- ढरहरा (हि. वि. ) ढाल, ढालुवाँ । पुष्ट, मोटाताजा। ढरारा (हि. वि. ) १जो गिर कर बह जाता हो, टर ढा (हि. पु० ) वह बड़ा मुरेठा जो सिर, डाड़ी तथा कनेवाला। २ जो थोड़ो हो आघातसे सरक जाता हो, कानों तकको भी ढाँक लेता हो। __लुढकमेवाला। ३ शोघ्र प्रहात होमेवाना, पाकर्षित ढही ( हि स्त्रो०) १ कपड़े की वह पहो जिससे डाढ़ी होनेवाला ।। बांधी जातो है। २ वह वस्तु जिसमे कोई छेद बंद गर्ग (हिं. पु.) मार्ग, पथ, रास्ता। २ शेलो, ढा, किया जाता है, डाट, ठेपी। तरीका। ३ युक्ति, उपाय, सदवोर। ४ आचरण, ढा ( हि वि० ) १ आवश्यकतासे अधिक, बहुत बड़ा। पदति, चालचलन । (पु.)२ ढाँचा । ३ आडम्बर, झूठा ठाटबाट । ढलकमा (हिं० कि.) १ टलना, बह जाना। २ चकर ढट्टी (हि. स्त्री० ) १ बुष्टो स्त्री। २ प्रवरा स्त्रो बक- खाते हुए मरकना, लुढकना । बादिन औरत । ३ एक प्रकारको चिड़िया जो मटमैले ढलका (हि.पु.) आँखका एक रोग। इसमें आँखसे रंगको होती है। और जिसकी चोंच पोली होती है। बराबर पानो बहा करता है। यह बहुत जोरमे शब्द करती है, चरखो। ढलकाना (हि क्रि०) १ बहामा, गिराना । २ लुढ़काना । ढगढी । स० स्त्रो० ) वाक्य भेद, एक प्रकारका वाक्य। ढलको (हि. स्त्री. ) ठरकी देखो। "डण्डी वाक्यस्वरूपा च ढकाराक्षररूपिणी ।" (रुद्रया०) टलना (हिं० क्रि०) १ ढरकना, गिर कर बहना। २ टप ( हि पु० ) १ क्रियाप्रणाली, रोति, तरोका। २ व्यतीत होना, बीतना. गुजरना। ३ पानो या पौर भाँति, प्रकार, तरह, किस्म।रचनाप्रकार, बनावट, गढ़न। ४ युक्ति, उपाय, तदबीर। ६ प्रकृति, आदत। जाना। ४ साँचे में ढाल कर बनाया जाना। ५ प्रसव ढपना (हि पु० ) ढक्कन, ढाकनकी वस्तु । होना, रोझना। ६ लुढ़कना। लहराना। प्रहत्त ढपरो (हि. स्त्रो०) चूड़ीवालोंकी अंगोठोका ढकना। होना, झुक जाना। ढप्प (हिं• वि० ) अत्यन्त दीर्घ, बहुत बड़ा। ढलवों (हिं० वि०) जो साँचे में डाल कर बनाया गया हो। ढबला (हिं० वि० ) गदला, मटमला। ढलवाना (हि. क्रि० ) ढालने का काम किसी दूसरेसे ढमढम (हिपु) नगार या टोलका शब्द । कराना। ढयना (हिं. क्रि०) ध्वस्त होना, गिर पड़ना। ढलाई (हि. स्त्रो०) १ ढालनेका काम। २ ढासनेको ढरकना ( क्रि.) १ ढलना, गिर कर बह जाना।२ मोचेकी ओर जाना। ढलाना (हि.क्रि.) ढलवाना देखो। ढरका (हि.पु.) १ आँखका एक रोग । इसमें बाँखमे ढलुवों (हि. वि० ) ढलवां देखो। आँसू बाहा करता है। २ बाँसको नुकीली नस्ली । इमसे ढलत (हि.पु. ) ढाल बाँधनेवाला, सिपाहो । चौपापोको दवा पिलाई जाती है। ढहना (हिं० कि०)१ ध्वस्त होना, ढपना । २ नष्ट होना। ढरकी (हि स्लो. ) बानका मृत फेंकनेका जुलाहोंका मिट जाना। एक पौजार ! इसको पानति करतालसी होती है और ढहवाना (Eि' क्रि०) ढहानेका काम किसी दूसरेसे भोतरसे पोली रहती है। कराना, गिरवाना। Vol. Ix.36 सजद