पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष नवम भाग.djvu/३४५

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तेसवादन पवामके समय पहना करते हैं। तसरका स्वाभाविक सियोर (प. स्त्री.) १ चित, नकयां। (वि०)२ रण गेहुंचा होता है। इसको कुसुमो, पोले आदि नाना मनोहर, खूबसूरत । रशों में रण कर उससे उलट धोतो साड़ी. दुपट्ट पाटि सम् ( पु.) लम्बाईको एक माप जो । पत्रके मनात है। बिना रंगे हुए सादे समरके म तसे दीघ लगभग मानो गई है। काम्नस्थायो और ख बसूरत चिकना कपड़ा बनता है। तस्कर ( स० पु. ) तद् करोति ल अच् सुद दलोपश्च । विशुद्ध तसरके थान तथा ससरको तानी और सूतको १ चौर, चोर। २ पशाक, एक प्रकारका माग। ३ भरनी दे कर नाना प्रकारके मजबूत कपड़े बनाये मदनक्ष, म नफल । ४ चोरनामक गन्धय । ५ श्रवण, जाते है। इससे कोट गरखा आदि अच्छे बनते हैं। कान। ६ एक प्रकारके लम्बे और मफेद केतु । रनको इसके एक गज कपड़े की कोमत २) २॥) तक होती है। संख्या ५१ है और ये बुधक पुत्र माने गये हैं। बाँकुड़ा, विष्णु पुर, मालदह, मुर्शिदाबाद, भागलपुर (वृहत्संहिता) पादि स्थानों में उमदा उमदा तमरके कपड़े बनते हैं। तस्करता ( म स्त्रो० ) तस्करस्य भाव तस्कार-तत् स्त्रियां तमरके कपड़े मजबूत और स्वास्थाकर होनेमे साधारण | टा। चौर्य, चोरका काम, चोरी। लोग कहा करते हैं, कि- तस्करस्नायु (म• पु० ) तस्करस्य स्नायुरिव माडिका "पहने तसर और खावे घी, यस्याः, बहुव्री० । काकनामाम्लता, कौवाठौठो । पैसा बचे और उमदा जी ।" त'करो (म सो०) तस्कर तदसतचौगन्धर्थ -ट, टित्वात् उत्कष्ट तसरकी धोती, साड़ो इत्यादि पवस्त्रमे बुरो छाप । १ वह स्त्रो जो चोर हो। २ चोरको स्त्रो। नहीं बल्कि मजबूत होती है। ३ चर का काम. चोरो। ४ काकनासालता, कौवाठोठी । तसरका सूत पानी में जल्दी मडता नरों और बराबर- ५ ग्रन्थिपण . गठिवन । ६ खेत नज्जालका।

  • कपामकै सूतको अपेक्षा बहुत मजबूत होता है। इस तस्तुव ( म० लो० ) चैत्राषघ्न नामको पोषध ।

लिये इसमे मछली पकड़मेका डोरा भी बनाया जाता है। तस्थिवन् ( म त्रि०) स्था-कम स्थित ठहरा हुमा। जगासमें गाँवोंके रहनेवाले लोग रसे और भी मजबम तस्य (म बिक) स्था कु हित्वञ्च । स्थावर, एक हो बनाने के लिये मिर्फ पानी में भिगो कर कच्च कोशोंसे भी स्थान पर रनवाला। सूत निकालते हैं। बहतमे लोग जीवहत्याक भयमे भो तस्थ स. (म पु० ) स्था-कुमि हित्वञ्च । मानव, मनुष्य । कच्चे कोशोंसे सूत निकालते हैं। इस तरहसे निकाला तस्मात् ( स० मध्य.) इमलिये। जानेवाला सूत बहुत उमदा पोर मजवत होता है, पर तस्य ( स• पु० ) उमका । वस्त्रादिके लिये सूत निकालने में रतनी मेहनत करना लोग तम्स (हिं पु० ) तमु देखो। पसन्द नहीं करते और अमायाम ही हजारों-लाखो तह तहाँ देखो। को को उबाल कर अपना रोजगार चलाते हैं। तसर- तह (फा० स्खो०) १ मोटाईका फैलाव, परत । २ सल, कीट आदिका विस्तृत विवरण और उनके प्रकृतितत्व आदि रेशम पेंदः। ३ तल. थाह । ४ झिल्ली, महोन पटल। तहकीक (प्र० स्त्री.) १ सत्य, पसलियत । २ अनुसन्धान, संसला (फा० पु.) लोहे, पोतल, ताँबे पादिका एक खोज । ३ जिज्ञामा, पूछताछ । प्रकारका गहरा बरतन । तहकोकात (प्र. स्त्री.) चन्द षष, अनुसन्धान, जांच। तमलो ( हिस्सो०) छोटा तसला। सहखाना ( फा० पु.) तलठह, अमोनके नोचेको कोठरी. तमलोम (प. सो.) १ प्रणाम, सलाम । २ किसी बात- भुरा। को स्वीकृति, हामी। तहज़ीब (प.स्त्री० ) सभ्यता, शिष्टता । तसली (प. सो०) पाखासन, सान्त्वना, ढाढस । सहदरज़ ( फा. वि.) बिलकुल नया, जिसका व्यवहार २य, धीरजा To Ix86