पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष नवम भाग.djvu/३४६

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मिर- तहनियाँ (फा. पु.) लोहे पर सोने चोदोको पञ्चीकारी। तहसीलदार रहता है और वही वाचा मुख मुख्य महपेच (फा.पु.) पगडीके नोचेका कपड़ा। काम करता है। सहयावारी (फास्त्री० ) महोमें मौदा बचनेवालाम लिये तहसोलका कर संग्रह करना हो तामीलदारका जानका महसूल। प्रधान कार्य है। पत्रावके तहसीलदारीके सथ दीवानो तामन (का. ५०) वर कपडा जो कम लपेटा जाता और फौजदारो विचारकी क्षमता है। मलिटर है, लुगो। कासा अधिकार रहता है। सहरो (हि. स्त्रो०) १ पेठेको बरी और चावलको तहसीलदार कार्यालयको भो कभी कभी तासोन विचड़ो। २ मटरको खिचड़ो। ३ कालोन बननेवालोंकी, कहते हैं। ढाको। । गवर्मेण्टको नाई जमींदारीके अधीन भी बहुतसो तहरीर (प. स्त्रो० ) १ लिखावट, लेख । २ लेखशैली।३ तहसोल हैं। जमींदारोका परगना अनेक तहसोली लिखी हुई बात, लिखा हुमा मज़मन। ४ लेखबह परि डोहोंमें विभता रहता है। प्रमाण। ५ लिखनेको मजदूरो, लिखाई। तहसीलदार (हि. पु. ) १ किसो परगने या तालुकका सहरोरो ( फा० वि० ) लेखबह, लिखा हुआ । प्रधान कर वसूल करनेवाला। फारसो तहसीलदार तहलका (१० पु० ) १ मृत्य , मौत । २ नाग, बरबादी। और परबी तहसोल शब्दसे हिन्दो तहसीलदार शब्द ३ विधव, धूम, हलचल । उत्पन्न हुआ है। मुसलमानों के राजत्वकालमें इस शब्द- तहलोमा--परवदेशको स्त्रियोंका एक प्रकारका कर्कश. को सष्टि हुई है। बाद अंगरेज गवर्मेण्ट भो इस शब्द शब्द । जिज्ञा पोर कण्ठको गतिक एकत्र मयोगसे यह का व्यवहार करतो पा रही है। २ जमींदारोंसे सरकारी शब्द निकला है। यह शब्द निकालते ममय वे मह पर बहत मालगुजारी वसूल करनेका अफसर। यह मालके छोटे तेजीसे हाथ फेरतो हलोल सनने पर प्रथवा मुकादमौका फैसला भी करता है। कुर्द लोग जोपमें पा कर जानरहित हो जाते। तहसीलदारी (प. पु.) १ मालगुजारी वसूल करनेका करुन और बुसहरके मध्यवर्ती देशीको परखी काम, तहसीलदारका काम । २ तहसीलदारका पद । खियाँ किसी अपरिचित व्यक्तिको अभ्यर्थ नाके समय यह तहसौलना (प. कि०) वसूल करना, उगाहना। शब्द उच्चारण करतो है। यह उनका प्रामोदज्ञापक तह (हि अव्य. ) उस स्थान पर, वहाँ। निदशन है। मत व्यक्ति के लिये शोक प्रगट करते ममय तहाना (हिं० वि०) लपेटना, तह करना। भी यह शब्द व्यवात होता है। सहोबाला ( फा० वि०) क्रमभग्न, जपर नीचे, उलट पुलट । तहबोल (स्त्री० ) १ सुपुर्दगी । २ धरोहर, पमानत । सा (म.पु. ) विशेषण और सना शब्दोंके भारी लगाये ३जमा, खजाना। जामिका एक भाववाचक प्रत्यय । नावीलदार (प.पु.) वह मनुष जिसके जिम्भे रुपयेका ता (फा० अन्य ) पर्यन्त। हिसाब रहता है, खजानचो। साई (हिं. स्त्री०) १ साप, ज्वर । २ वह बुखार जो बाड़ा तहसनहम (हि. वि. ) नष्ट भ्रष्ट, बरबाद । देकर पाता हो, नड़ी। ३ मालपूषा, जलेबो पादि महसील (प. सो.)१ चंदा, उगाही. वसूली। बनानको एक प्रकारको छिछली कराही। ४ बापक २ जमीनकी वार्षिक पाय । तहसीलदारको कचारी, ब भाईको स्त्रो, जेठी, चाची। मालकी शेटी कचहरी। ताद (१० स्त्री.) १ पक्षपात, तरफदारी । २ समर्थन, तहसील-राजस्व वसूलकी सुविधाक लिये एक एक प्रदेश पुटि। भित्र भिन्न भागों में विभक्त किया जाता है। इसके प्रत्येक ताई (हि.प.) १ पर्यन्त तक। २.निबार, समोप। भागबोसासीन बर ।र एक तासोममें एक समंध, प्रति। सिक वार, विवयम।