पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष नवम भाग.djvu/३८६

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१८२ ताड़ितपदार्य-साहित्याविह ताड़ितपदार्थ ( पु.) ताड़ित रूपः यः पदार्थः विषयको बहुतर परोक्षा की थो। उन्होंने ... पार्ट कर्मधा। दो वस्तुप्रांकी गड़मे निकन्ना हुआ ज्योति लम्बे तारसे एक लोडेन-जार ( Leyden-jar ) बिजनो. मय पदार्थ । ___ को मुक्त किया था। १७५७ ई० में स्कटम् मेगाजिन ताड़ितपरिचालक . पु. ) ताड़ितम्य परिचालक (Scots' Magazine ) नामको पत्रिकामे, बिजलीसे ६ तत् । । Th. Out inof volictricity) वे वस्तु टूरवर्ती स्थान पर किस तरह अक्षर भेजे जा मकत हैं, जिमसे तादित पटा। एक भ्यानमे दूमरे स्थानको जल्टो इमका एक महज उपाय प्रकाशित इपा था। परन्तु मे पर चाया जाता है। वह कभी कार्य में परिणत नहीं हुआ। १७७४ ई. में ताडिवाला ( म स्त्रो०) तारको खवर । जेनमा नगरमै २४ अक्षरांके लिए २४ सारमि एक एक तातियानविद देग्यो। पिथचाल इलेक्ट्रोनोस्कोप (Pith-ball electroscope) ताड़ितवार्तावह ( म. पु. ) ताड़ित एव वार्तावहः जोड़ कर टेनिग्राफ बनाया गया। इमो वर्ष जमनामें कर्मधा० । ताड़ित बन्नकै हारा शोघ्र संवाद प्रमग करन- रिउमर ( Pussur ) मासबन पिथ-वॉलके बदले मोने- का यन्त्र, वह यन्त्र जिम के दाग जिनो को महायतामे को दो पत्तियों और उन पर अक्षर लिख कर, उसके हार एक स्थानसे दूमरे स्थान पर ममाचार भेजा जाता है अक्षर प्रकट किये। ये सब टेलिग्राफ घर्षण-अनिता मारके जरियेमे ग्वबा भजनको कल, टेनिग्राफ - | ताड़ित ( Frictional electricity ) के द्वारा उत्पन्न gruph ), तार। जिम यन्त्रम ताड़ित अर्थात् चिजनाको हात थ ! इसमें कभी कभी परेशानोसे सङ्केत पहुंचते तरह शोघ्र मम्बाद अव वा पर चे उमका नाम 'ताड़ित- .य, और कभी कभी परिश्रम व्यय भी जाता था। वातावह वा http...। है । अन्तम बन्न्टा माहबने प्रवाह ताड़ित ( Current cle:- कालमें किम प्रकार के मतादि हारा दरवर्ती ricity ) का आविष्कार किया। यह ताडित सहजमें स्थान पर मवादादिभेजे जाते थे, उमका कुक रुक पार सुविधासे तारक भोतरसे स्थानान्तरको भेजा जा वण न "टेलिग्राफ" शब्द में लिखा जा चुका है। फलत: सकता है और उसमें इमको शक्तिका भी सादृश अपचय वे हो सकत, समुद्रक मध्य एवं ममय ममय पर आव नहीं होता। श्यक होने पर स्थल भागमे ताडितके आविष्कारके बाद प्रवाह ताड़ित के हार के से मवाद भेजा जा सकता विज्ञानक बलसे मलिष्ट वातावहक रूपमै मर्वत्र है, हम विषयका अनक परीक्षाएं हुई। १८११ई में नियोजित हुए हैं।. बिजनो के जरिय बहुदूरवर्ती प्रदेशामें मिनिकवामो सामरिडा माहब (Sommering ) में भौ, इतनी मरलता एवं गोतामे मवाद भेजा जाता ३५ पृथक पृथक् तारांके साथ २५ जलपात्र संयुक्त कर, है, कि जिसको देख कर पाना होता है। विज्ञान के पात्रम्य जनक विश्लेषणहारा सत ज्ञापन करनेका चरमोत्कर्ष से ताड़ित को यह उपयोगिता अब भूमण्डलस्य प्रस्ताव किया। १८२० ई० में मॉपियर ( Ampire) समस्त मध्यदेशोंमें मम्यकपर्स मव्यवहार प्राने लगो माहबने जलपात्रक बदले २५ कम्पासांके काँटोंक हलन है तथा मन्धि, विग्रह, व्यवसाय बाणिज्य आदिका चलनके हारा अक्षर प्रकट किये। बादमें १८३२ में प्रभूत उपकार कर रही है। सभ्य समाजम प्रतिदिन मि० बरन स्किलिङ ( Baran Schilling ) ने इस काम पाने वाला यह महीपकागे व्यापार किम प्रकार राज्यमें मिफ एक कम्पास को सूचिकाके परिदोलन हारा भाविकत हुआ और इसकी काय प्रणालो के सो है, अक्षर प्रकट करके टेलिग्राफ बना डाला। इसका स्व ल म यहां लिखा जाता है। १८३३ ई० में, वेबर ( Veber ) और गम ( Gaussy. ___साड़ित अत्यन्त द्रुतगतिके आविष्कार बाद ही साहबने दो तारों के द्वारा ८.०० फुटको दूरी पर एक उसके हारा दूरवर्ती स्थान सङ्केत करनका उपाय उद्भा- छोटो चुम्बकशलकामें संलग्न दर्पपके मन्दोदासे वित दुचा। १७४७ में विषप, वाट्सन साहबन इस सताका परिचालन किया था। यह व