तिमि Physalue Patachanicus-मिरिकाका पृष्ठ प्राणों में प्रायः ४.५० मन पाया जाता है इनको चर्चा कण्टक-योगाटा उपकून । के तेलको Sperm-oil कहते हैं। असलो तिमि तेल | Physalus Niubndii-शिवाल डी पृष्ठकण्टक- चोंके तेल के साथ मिला रहता है। इस जातिके तिमि उत्तरमागर। भूमध्य मागरम भो पाते हैं। ये ८० फुट तक दीर्घ होते
- Physalur siblockiits borealis तुषारदेशीय है। इनका मस्तक इतना बड़ा होता है कि वह समस्त
शिवाल्डो-उत्सर सागर। घरोरका हतीयांश कहा जा सकता है। साधारणतः १० | Phy-alus sibbaldins arhligulii-यवहोपका पृष्ठः इनका वर्ण गाढ़ा धूसर होता है। पूर्ण वयस्क तिमिको कगटक-यवहोपका उपकूल। शिकारो लोग Bull-whale (वृषभ-तिमि ) कहते है। ११ | Phyaalue sibbuldiny Antarrativrus-दक्षिण मेन इमका मुख-विवर भो ख ब बड़ा और चौड़ा होता है। का पृष्टकण्टक-वोनियाका उपकूल। नोचेके मसूढ़ास जपरका मसूढ़े कई फट बड़ा होता १२ | Physalne kudolphins letireps रोडस्फका हैन तिम्यस्थि या दन्त नहीं होते । नोचेके मसूढ़ों में पृष्टकरएक-उत्तर सागर। दांत होते हैं। मुख बन्द करते समय इन दाँतों के प्रवेश के लिए अपरके मसूढ़े में छेद होते हैं। इनको बाई ऑग्व दहिन भांखसे छोटो होतो है। इन को पोठका मध्य भाग कुखपृष्ठ तिमिक तरह जचा होता है। तैरते ममय कुन भाग जलके जपर उठा रहता है। ये घण्टे में सात मोल मिमिती गे गो तक चलते हैं। शिकारियों द्वारा छेड़े जाने पर और भो के प्रागोतत्वविद इन्हें डेण्टिसिटो ( Denticete) तेज चलते हैं। इनके पंखे अपेक्षाकत छोटे होते है। पंछ कहते हैं। ये प्रधानतः सोन शाखाओं में विभक्त का पंखा खुब चोड़ा होता है। यह जिस समय माथा १ (१) Churdontidae या तेलकर तिमि, (२) Rogia or उठा कर जलके अपर विश्राम करते हैं उम समय मालूम Short hended wholes या शीर्ष तिमि और (३) पड़ता है मानो कृष्णगिरिका एक खण्ड जलके ऊपर उठा या तेलपृष्ठ तिमि । प्रथम शाखाके तिमियोंके हुवा है। इनको चर्थीवाली खाल त्तिमिको सरह मामा- दो अलग अलग, ताल समतन, मम्तक खब मोटी नहीं होती। वक्षमें १४ इञ्च और अन्यत्र ७८ बापोर डाठीमें दांत होताग्रेजोमें ये साधारणतः च होतो है। मस्तककै सैन-गहरके नीचे एक चकत्ता Catodon, Cachalot या Sperm whale नामसे चर्बीका होता है जिसे Junk (जर) कहते है। कहे जाते है। इनकी पुरुषजाति कमगे कम ६५ फुट इससे चर्बोका तल निकलता है। चर्बो पालो खान पौर स्वीजाति कमसे कम ३५ फुट दोघं होती है। निकाल कर गलानेसे तेल निकलता है। यह सेल इनके शरीरका रामब जगह एकसा नहीं, प्रायः उदर गलाते समय तिमिका चमड़ा हो लकड़ोका काम करता पौर पूछका भाग मफेद और बाको श काला होता है। ये जलचर जीव अन्यान्य जोवों को भक्षण करते । ये अपनी पूंछको चोटसे पानो केक कर क्रोडा है। ये ५६ सौ एक साथ मिल दल बांध कर चलते हैं। करते धमत है। नामाछिद्र हारा ये भी १०१५ मिनटके इनके दलमें स्त्री जाति हो अधिक पाई जातो है। इनके बाद पानी के का करते हैं। इनके शरोग्को तैलकर चर्बी पुरुषों में प्रायः हो युद्ध होता है, जिससे दन्त मस पोर सब गाढ़ी और प्रायः ८०८ मम निकलती है। इनके होकी हण्डो टूट जाती है । इस तिमिको प्रथम पाखा. पानो फेंकनेवाली छिद्रनालोके नीचे दक्षिण भागके गार- के ये भेद - में तेलको तरह तरल पदार्थ होता है। वही असलो ! Catodon Macrocephalus-सममहसका तेल निमि-समा Spermacete oil) है। यह तेल प्रत्येक करतिमि-सममजसका समुद्र।