पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष नवम भाग.djvu/६१

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दक्षिण-पत्रिम पदेयाम घूमते हुए भारत पाये। सारिका विवरण लिपियामा । पाप जीवन. पापया यो भमर १५४१ में समाज हुमाया। बासी रोमके सिगासन पर मिणलिखित सबाट बैठे १६४३ २०१५४८ तक तोय वार श्रमका समय थे-नोरो, गेलवा, अटो, भिटलियस, मेसपैसियन, टार है। इस बार पापने रस्साहानसे ले कर जावा पादि टम, डोमिसियन, नार्भा पोर याजान। पूर्व भारतीय होपोंमें पर्यटन किया था। चतुर्थ और पापके व्यक्तिगत जीवन के विषय, जिसे स्वयं पाम बारके भ्रमणका समय निर्णय करना कठिन है। लिव गये तथा मिनी के साथ पापका जो पलश्यवहार सम्भवत: ये दोनों भ्रमण १५५१मे १६५८ के भीतर पा था, उससे कुछ मालम हो मकता है। सोटम हुए होंगे। १५५१ नोंने छठो बार चमगा शुरु जातक मन्भव हो सकता है, सासे १ वा.६२ वर्ष किया । मिरिया पोर परबको मरभूमि पार कर फारम पहले उत्पन हुए थे। पाप जूलियस एग्रिकोखाके जामाता होते हुए पाप भारतवर्ष पाये। १५६८ में पाप थे। इससे मालम होता है कि पाप समाजो उच पदस्थ य रोप पहुँच गये। पोर मचरित्र व्यतिथे । पाप अपने सारकी एक जीवनी टैभरनियरने माधारणत: जवाहरातके व्यवसायी लिख गये है। बन कर भ्रमण किया था। जिस समय आप भारतवर्ष में टेसोटसको बन्सालका पद प्राश हुपा पाये थे उस समय भारत के गोरव तपनने प्राय पाकाश था। ईसा को श्री शताब्दी में सम्माटट सोटस अपनेको में उदित हो कर ममग्र जगत्को पालोकित किया था। ऐतिशामिक ट सोटस के वंशधर समझ कर गौरव पनुः पापने भारत के प्रायः सभी प्रधान प्रधान नगरों में भ्रमण भव करते थे। उन्होंने पादेश दिया था कि प्रति वर्ष किया था। उस समय मुगल साम्राज्यके गौरव पौर टेसोटसके अन्यको दश प्रतिलिपि करा कर साधारण बाणिज्य व्यवसाय को उनति के कारण भारतवर्ष को कैसी पाठागारमें रक्खो जायें। उचन दया थी, इमका परिज्ञान आपके भमणहत्तान्तसे मिनीने बड़ी अहाके साथ कई जगह टेसोटसका भली भांति हो जाता है। इसके सिवा पापके भ्रमण- उल्लेख किया है । मिनीने एक पत्र में, पपने जन्मस्थानके वृत्तान्तमें भारतके प्रधान प्रधान बन्दरों पोर मुगल - विद्यालय के विषयमें टेसोटससे उपदेश चाहा था। एक शासन-प्रणालीका विवरण भ मिलता है। फलतः पापर्क जगह मिनी टैमोटसको लिखत है-"मैं जानता कि भ्रमणवृत्तान्तसे भारतक इतिहासको १७वीं शताब्दी पापका नाम इतिहाममें अमर रहेगा। इसलिए में को बतमी घटनाएं मानम हो सकती है। टेभर. चाहता कि इसमें मेगा भी नाम रहे।" नियर पन्त में प्रवनोक बैरम नामसे अभिहित हुए थे। टेसोटसके अन्यों की सूची इस प्रकार है-(१) राजनीतिक परिवर्तनके कारण पापको वाध्य हो कर बलानोका कथोपकथन ( मम्भवत: 9 वा ७७ ई०का) सहवारसी महमें रहना पड़ा था। वहां पाप ईष्ट-गिडया- (२) ऐग्रिकोसाकी जोवनी, (३) जर्मनो (४) इति- कम्पनीके डिरकर नियुक्त हुए थे। हासमाला और (५) घटनावसी । पाप रूसियाके भीतरसे भारतवर्ष तक एक मार्ग प्रापके इतिहाससे रोमसाबाज्यकी बहुतसो बात' निकालने के लिए ·१५८८०) वालिनसे चल दिये। मालम हो सकती है। परन्तु (१५में ) मस्को नगरमें पापका देशान्त टेया (हि.सी.) एक प्रकारको शेटी कौड़ी। रसको हो गया। मायके चमत्तान्तके दो भाग १६७६- पोठ साधारण कोहीसे कुछ चिचटो होती है। इसका १७०१ में पौर श्य ब १५७८ में प्रकाशित हुपा रंग बिलकुल सफेद होता है। फेंकनेसे यह सदा चित पड़ती है इसी कारण शुरमें इसका व्यवहार होती है। टेसोटस, कलियस)-सुप्रसिह रोमन ऐतिहासिक। सवा दसग नाम पित्तो। भाव विपि प्रतिहास को सबसे पहले जर्मन-टा ( पु. Tax) हल्का, बार, माला Vol. I. 15