पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष नवम भाग.djvu/८४

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कुकमा (हि.नि.) १ माघास सहना, चोर हिना, हुमना (Ni-fina) सकरा . पिटना । २ चोटसे मना. गडना। ३ ताहित होना, सुमना । मर खाना। ४ परास्त होना, हारना । ५. घटा लगना उसवाना (हिं' क्रि० ) १ कस कर भरवाना। जोरने मुकमान होगा। पैरम बेड़ी पहनना। दाखिल सवाना। उसामा (FE कि०) १ कस कर भरवाना । २ जोरसे घुस उकगमा (हिक्रि.) १ ठोकर मारमा, मात मारना। वामान ३ अच्छी तरह खिलाना। २ खराब जाम कर पैरसे हटाना। ठंग (Eि'. स्त्री०) १ चीच, ठोर । २ चोंचका प्रहार ।। उकाममा (Eि. कि. ) १ किमी दूमीमे ठोकनेका काम टोला । कराना।२ गरवाना धमवाना। ३ प्रमग करना। ढुंगा (हि.पु.) दूंग देखो। हुण्डो ( •ि स्त्री० ) १ चिबुक, ठोडौ। २ भूना हुमा ठ (हिं. पु.) १ शुष्क वृक्ष, सूखा पेड़। २ कटा इमा हामा, ठोरों। हाथ, लुड। ३ ज्वार, बाजरे, ईख आदिको फसल को ठुनठान हि पु०) १ धातुके टुकडोके बजनेका शब्द । २ नष्ट करनेवाला एक कीड़ा। छोटे छोटे लड़कों के ठहर ठपके रोनेका शब्द। ठठा (हिं० वि०) १ जिसमें पत्तियां पोर टहनियों न उमक (हिं० वि०) नखरेबाजो, ठसक भरी। हो। २ कटे हुए हाथका. लूला। ठमुक ठमुक (Eि क्रि० वि०) छोटे छोटे बच्चोंके ठेठी (हि स्त्रो०) फसन्न काट लिय जान पर खेतमें जैसा फुदकते या रह रह कर कूदते हुए। बची हुई खूटो। ठुमकना (जिक्रि०) १ कूदते हुए चलना।२ परमकं ठूसना (हि. क्रि०) ठूमना देखो। घरू बजाते हुए चलना। ₹मा (Eि. पु. ) ठोसा देखो। ठुमकारना ( क्रि०) बपका देना. झटका देना। ठून (हिं पु० ) पटवॉकी टेढी कोल । इस पर वे गार्म उमको (हिमवी.) १ थपका, झटका । २ रुकावट। अटका कर उन्हें गूंथते है। छोटो बगे पूरो । नाटी, छोटे डोलको। ठूमना (हि. क्रि०)१ मच्छी तरह भर देना। २ घसे- उमगे (हि.स्त्रो । १ छोटासा गोत। ममें चार डना, जोरसे घुसाना । ३ पेट भर कर खाना । मात्राका ताल लगता है, दो सान पोरदो फाँका इसको ठेगना (हि. वि०) जिसको जचाई कम होनाटा। बोलो इस प्रकार है- ठेगा (हि. पु.) १ अंगूठा । २ मिन्द्रिय । ३ मोटा, डंडा, गदका । ४ चुंगोका महसून। ठंगुर (हिं. पु.) नटखट मवेशियों के गले में बाँध दिये (१) धेधा, किटि, नेधा किटि :: जानेका काठका लंबा कुदा। (२१ ताबाकि मुन्धा युवा :: ठंधा हि पु०) ठेघा देखो। (३) धाक धिन' धेधा, ' गैदिन :: ठेठ स्त्री० ) ठोठी देखो। (४) धागे, धिमधिन्, धागे, धिन्धिन् :: ठोहि स्त्रो)। कानको मैल। २ वह वस जिससे २ गप, वाहा (संगीतरत्ना० ) कामका छेद बंद किया जाता है। ३ वह वस्तु जिसमे छुरियामा (4 कि. ) सरदीसे ठिठुरना। पोशी बोतम्न पादिका मुंह बंद किया जाता है, काग। दुर्ण ) भूना हुआ दाना ओ भूनने पर , पो (हि. स्त्रो०)ोली देखा। ठेक (हि.सो.) १ मसरा, मोठगनेको सोज । २ टेक, ठुसकना ( कि. ) उसको माग्ना। बाड़। वह वस्तु जिसके देनेसे ढोखी वर जबाड़ कर इसकी (को०) ठुस भन्द करके पादनको लिया। बैठ जाय और तनिक भो हिलने डोमीनपाव, पपड़ा।