पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष पंचदश भाग.djvu/१२८

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फ्रान्स है जिसकी ऊँचाई १११६६ फुट है। अलावा इसके उस फलादि उत्पन्न नहीं होते । जौ, गेहूं, जै, मटर, उड़द, आलू, पर्यतके दश हजार फुट ऊँचे पर. अनेक शिखर फ्रान्सके विट ( इस बिटपालमसे चीनी बनती है ), पटसन, गाँजा, अन्तर्गत हैं। उत्तरपूर्ववत्ती सिभेनिस पर्वतमाला गइन नमाकू, रंगके पेड़ और औषध तथा बादाम, कमला नीबू, और लायर नदी तक फैली है और उसकी ऊँचाई ६ अंगुर, पिस्ता, अनार, डूमर शहतूत आदि सुखाद्य हजार फुटसे अधिक बतलाई जाती है। जूग और फल बहुतायतसे उत्पन्न होते हैं। वरगण्डी, बोर्दो और भरजेस गिरिश्रेणो फ्रान्सकी परबी सीमामें विस्तृत है। शास्पिन नामक स्थानमें शराब बनानेके लिये दाखकी नही। सिभेनिस और भसजेस पर्वतमालासे सभी खेती होती है। वह शराब संसार भरमें आदरणीय और नदियां निकल कर फान्सके विस्तीर्ण अववाहिका-देशको सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है। जहाज बनाने तथा गृहसज्जादिके संगठन करती हैं। सिन्, लायर, गागेन और रोन् यहां उपयोगो काष्ठ यहां बहुत मिलते हैं। की सबसे बड़ी नदी हैं। सिन नदी इंग्लिश चानेलमें, खनिज पदार्थ ।- भूगर्भस्थ धातव पदार्थों से लोहा, गारोन और लायर अटलाण्टिक महासागरमें तथा गेन् नाँवा, मीसा, चाँदी, रसाञ्जन, गन्धक, सोना, कोयला भूमध्यसागरमें गिरती हैं। म्यूस, मोमल, सम्बर, स्केलाड और नमक आदि मिलता है। किन्तु लोहा, नमक और और लीज उत्तरसागग्में , मोमे, ऊज, अर्ने, मारने, आइने, कोयला सभी जगह विद्यमान है, इस कारण वे सब योन और यूरेग्लिश चानेलमें ; ब्लाभेट, भिलेन, कज, वाणिज्यक एक प्रधान उपकरण हैं। सोना सबसे कम मयने, लायर, जार्स दोदोग्ने, आरिपज, टान और लोन पाया जाता है । ममर, श्लेट, अलवाटर, ग्रेनाइट, फिष्टोन, नामक नदी अटलाण्टिक महासागरमें तथा आड, अर्ने, लिथोग्राफिक टोन, मिलष्टोन आदि कम मोलके तथा कुछ हिगल्ट, मायो, दौब, इमारे और हरम आदि नदियां भू. मूल्यवान् पत्थर भी मिलते हैं। यहाँ कुल मिला कर मध्य-सागरमें गिरी हैं। प्रायः ५ हजार प्रस्रवण हैं। उनका धातव जल विशेष ये मब नदियां ग्याल द्वारा आपसमें संयोजित हैं। स्वास्थ्यकर है। पिरिनिज पर्वत पर चार सौ प्रस्रवण हैं समस्त फ्रान्सके मध्य २२० नदियां ऐसी हैं जिनमें नाव जिनका जल पीनेके लिये बहुत दूर दूर देशों के लोग आते द्वारा आ जा सकते हैं। अलावा इसके ५०० छोटो स्रोत- हैं . जनसाधारणकी भलाई के लिये प्रस्रवणके निकट ३० स्विनी फ्रान्स राज्यमें बहती हैं। इस प्रकार फ्रान्स भर- वासस्थान निरूपित हुए हैं। में नदी और खाल ले कर प्रायः ८५०० मील जलपथसे जीवजन्तु । --सिंह, बाघ और हाथी छोड़ कर यहां सब नौका द्वारा माल पत्र ले जा सकते हैं। ग्राद और ल्यू प्रकारके जगली जन्तु मिलते हैं। तरह तरहके पक्षी भी नामक दोनों हद सबसे बड़े हैं और परिमाणमें २६ देखनेमे आते हैं। मधु संग्रह करनेके लिथे मधुमक्षिका वर्गमील हैं। पाली जाती है। समुद्र के किनारे भिन्न भिन्न प्रकारकी ___ जलवायु । फ्रान्सका उत्तर शि प्रायः इङ्गलैण्डके जैसा मछलियां पाई जाती हैं। भूमध्य-सागरके किनारे है, हमेशा गृष्टि हुआ करती है। इस कारण वे सब स्थान कामिस (Keimes) नामक एक प्रकारका कीड़ा उत्पन्न गोचारणके विशेष उपयोगी हैं। मध्यभागको वायु होता है जिससे सिन्दूर वर्णका रंग प्रस्तुत होता है। शुष्क है। दक्षिणरे ताप प्रचण्ड और दृष्टिके अभावसे यहांके अधिवासिगण फरासी कहलाते हैं। उनकी कभी कभी धानकी फसल नहीं होती, मर जाती हैं। भाषा लाटिन मिश्रित है। यूरोपीय सभी भाषाओंसे पश्चिम उपकूल भागकी वायु जलसिक्त है। यहां सब फरासी भाषाही राजनीतिकी उपयोगी है। समय वृष्टि होती है। फ्रान्स राज्यका प्रायः बारह समस्त फ्रान्सराज्यका भूपरियाण २०१६०० वर्गमील आना स्थान सुरम्य और स्वास्थ्यप्रद है। उक्त प्रकारके और जनसंख्या ४ करोंडसे ऊपर है। प्रसिद्ध फरासी- जलसित स्थानों में माना प्रकारके उद्भिद् उगसे देखे जाते विप्लवके पहले यह वृहत् भूखण्ड भिन्न भिन्न प्रदेशों में हैं। यूरोपमें और कहीं भी ऐसी विभिन्न फसल और विभक्त था। १७६० ई०के बाद कर्सिका, जेनिभा, सेमव