पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष पंचदश भाग.djvu/१५९

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बड़पेटा-बडम्बा बहराम लोथव शके अधिकारमें था। पीछे १८वीं बड मूल . १ काश्मीरराज्यके अन्तर्गत एक पर्वत-कन्दर । शताब्दीमें सिन्धियाके हाथ लगा। श.रमें एक डाक- इस स्थान हो कर झेलम नदी बहती है। बड.मूल नगर घर, अस्पताल, स्कूल और धर्मशाला है। इस स्थानके दहिने किनारे बसा हुआ है। बहपेटा-१ पूर्व बङ्गाल और आसामके कामरूप जिलेका २ काश्मीरराज्यका एक शहर । यह अक्षा० ३४.१२ एक उपविभाग। भूपरिमाण २०६ वर्ग मील है। उ० और देशा० ७५ २३ पू०के मध्य अवस्थित है । जन- २ उक्त उपविभागका एक प्रधान नगर। यह अक्षा० संख्या छः हजारके करीब है। यहां भूकम्प अकसर २६१६ उ० और देशा०६११ पू०के मध्य चौलखोआ नदी- हुआ करता है। १८८५ ई०में जो भूकम्प हुआ था, उस- के किनारे अवस्थित है। जनसंख्या दश हजारके लग से शहरकी महतो क्षति हुई थी। भग है। यहां नाव द्वारा चावल, रबर, मई, निलादि वडम्या----उड़ीसाके अन्तर्गत एक सामन्त राज्य। यह का विस्तृत वाणिज्य चलता है। - अक्षा० २०२७ से २०३१ उ० तथा देशा० ८५१२ से ८५ बड.प्पन ( हिं० पु०) महत्व, गौरव, बड़ाई। वस्तुओंके : ३ पू० के मध्य अवस्थित है। भूपरिमाण १३४ वर्ग- विस्तारके सम्बन्ध में इस शब्दका प्रयोग नहीं होता. मील और जनसंख्या ४० हजारके करीब है। इसके इससे केवल पद, मर्यादा, अवस्था आदिकी श्रेता उत्तरमें हिन्दोल, पूर्व में तिघरिया, दक्षिणमें कटक और समझी जाती है। खण्डपाड़ा तथा पश्चिममें नरसिंहपुर सामन्त राज्य है। बतु फन्नी ( हिं० स्त्री० ) बहुत चौड़ी मठिया । कणिकाशिखर ही यहांकी गिरिश्रेणीका सर्वोच्च स्थान बड़फेणी--मेघना नदीकी एक शाखा । बड़बट्टा ( हिं० पु० ) बरगदका फल । इस राज्यको प्रतिष्ठाके सम्बन्धमें एक प्रवाद यों बड़बड़ ( हिं० स्त्री० ) व्यर्थका वोलना, बकवाद। प्रचलित है, --किसी उड़ीसाके राजाने एक मशहूर कुश्ती- बडबडाना ( हिं० कि० ) १ प्रलाप करना, व्यर्थ वोलना। बाजके कौशल पर प्रसन्न हो उसे दो ग्राम दान किये। २ कोई बात बुरी लगने पर मुंहमें ही कुछ बोलना । उस ग्राममें कन्ध नामक असभ्य जातिका वास था। बड़बड़िया (हिं० वि० ) वह वडानेवाला, वकवादी। । कन्धोंको भगा कर उसने वह प्राम अपने दखलमें कर लिया। बड.बुदर --यवद्वीप स्थित एक प्राचीन स्थान। यहां जो पीछे और बहुतसे स्थान जीत कर उसने अपना राज्य बुद्धमन्दिर है उसीके लिये यह स्थान प्रसिद्ध है। बढ़ाया। वर्तमान राजा विश्वम्भर वीरवर मङ्गराज महापात सबद्वीप देखो। अपनेको क्षत्रिय बतलाते हैं। इनके अधीन ७०६ शिक्षित बड़बेल-१ कड़ापा जिलान्तर्गत एक भूसम्पत्ति । भूपरिमाण सेना और १८८ अस्त्रधारी प्रहरी नियुक्त हैं। ये अपने ७५५ वर्ग मील है। बड, बेल, केदूरु पोरुमामिल्ल, पाल- कोशसे विद्यालय और डाकघरका खर्च देते आ रहे हैं। गुरलपल्ली, केदूरु, सेनकावरम्, काबुलकुण्डला, मुन्नेली, नीचे बदम्बा सामन्त राजाओंके नाम और अधिका- चार्लोपल्ली और कटेरगण्डला इसके प्रधान नगर हैं। काल लिखे गये हैं-- • २ उक्त तालुकका एक प्रधान नगर। यह अक्षा० हाटकेश्वर राउत १३०५ से १३२७ १० १४.४५ उ० और देशा० ८६६ पू०के मध्य अवस्थित मालकेश्वर राउत १३२७, १३४५, है। यह स्थान बहुत प्राचीन और ऐतिहासिकोका दुर्गेश्वर राउत १३४५, १३७५. द्रष्टव्य स्थान है। जम्बेश्वर राउत १४१६. बड बोल ( हिं० वि० ) बडी बडी बातें करनेवाला, लंबी भोलेश्वर राउत १४१६, १४५६, चौडी हांकनेवाला। कम्बू राउत १४५६, १५२४, बभाग (हिं० वि०) बडभागी देखो। माधव राउद १५१४, १५२७, बहभागी (हिं० वि० भाग्यवान व भाववाला। नवान राउत १५६० . Vol. xv, 39 १३७५०