पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष पंचदश भाग.djvu/२१५

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वर्तना-परीक २०६ बर्सना (हिं० कि०) १ व्यवहार करना, आचरण करना। करती है। इस सुखका उपभोग करनेके लिये बहुतसे लोग २व्यवहारमें लाना, काममें लाना। बर्फकी बाटिका और बर्फका शैल बनवाते हैं। बर्फके ऊपर बर्ताव (हिं.पु.) परत व देखो। आलोक गिरने पर उसको आ ठोक शक्ति बढ़ जाती है। वर्ड (हिं० पु०) वृष, बैल। आइस लैण्ड द्वीपका ऊषालाक और उत्तर मेरुको हिम- बर्दाश्त (फा० स्त्री०) बरदाश्त देखो। ज्योति Aurora Bourese's ! इसके प्रकृष्ट दृष्टान्त हैं। बर्द्धा-मध्यप्रदेशके नामो जिलेके अन्तर्गत एक नगर। २मशीनों आदिकी सहायता अथवा और कृत्रिम बर्फ (फा० स्त्री०)१हिम, जमा हुआ जल । जल जम कर उपायों से जमाया हुआ पानी । यह साधारणतः बाजारों- कठिन होनेके बाद जो दूसरी अवस्थामें पलट जाता है उसी- में बिकता है और इससे लोग गर्मी के दिनों में पीनेके लिये को बर्फ कहते हैं। ३२ डिग्री फारन होट उसापसे जल जल आदि ठंढा करते हैं। ३ कृत्रिम उपायोंसे जमाया जम कर कठिन हो जाता है। कठिनताप्राप्तिके साथ साथ हुआ दूध या फलों आदिका रस । यह प्रायःगर्मी के दिनों- जलमें दो प्रकारके प्राकृतिक परिवर्तन होते हैं। पहला में खानेके काममें आता है। श्वेत और कठिनाकार, दूसरा आयतनमें वृद्धि। जलके बर्फिस्तान ( फा० पु०) वह स्थान जहां बर्फ ही बर्फ हो, जमनेसे परिमाणमें वृद्धि होती है। शीतप्रधानदेशोंमें जल बर्फका मैदान या पहाड़। का पाइप अकसर फट जाते हैं। उत्तर और दक्षिण मेरुवफी फाय सिई के देशमें ऐसे बफेंके अनेक पवत देखे जाते हैं। शीतके हुए खोप आदि । प्रादुर्भावसे इन स्थानोंको तुषारराशि कठिन हो रूपान्तरमे प्राप्त होता है हिमालयादि पर्वतोंके हिमानीसिक्त उच्च शिखर बबट ( संपु० ) वयं-अटन् । राजभाष, वाड़ा। पर बर्फ जमती है। कभी कभी वह लढकती हुई नीचे गिर बबटी (सं० स्त्रो०) बर्बट गौरादित्वात् ङीप । १ वेश्या, पड़ती है। कभी कभी उन बर्फ खंडोंके साथ साथ शिला- रंडी। २ ब्रीहिभेद, एक प्रकारका धान । खण्ड भी गिरते देखे जाते हैं । पहिले यह स्वभावजातवर्फ वबर (स० त्रि०) भष्ट आचरण किया हुआ, हकलाता मानवोंके उपकारार्थ व्यवहृत होती थी। आजकल कृत्रिम हुआ। १ घूघरदार, बल खाया हुआ। २ असभ्य, रूपसे बनायी जाती है जो सब कामों में आती है। मत्स्य, ! जंगली। ४ अशिष्ट, उद्दण्ड । ( पु०) ५ वर्णाश्रमविहीन, मांस जो सहज हीमें नष्ट हो सकता है उनको बचानेके असभ्य मनुष्य, जंगली आदमी।६एक पीधा । ७कोड़ा। लिये बर्फ से ढक कर रखा जाता है जिससे वे खराब नहीं ८पक प्रकारकी मछली। एक प्रकारका नृत्य । १० होते। दूर देशोंसे मत्स्यादि लानेमें यह विशेष उप- अत्रोंकी झनकार, हथियारको आवाज । कारी है। यों तो लवणके योगसे भी ये सब चीजें लाई बर्बरा ( स० स्त्री० ) १ बर्बटो, बनतुलसी । २ एक प्रकार- जा सकती हैं पर उससे उनमें लवणका आखाद आ की मक्खी । ३ एक नदीका नाम । जाता है। बर्फसे ढक कर लानेसे कैसा भी फर्क नहीं | बर्षरी ( स० स्त्री० ) १ बनतुलसी। २ इगुर । ३ पीत- पड़ता । ज्वरादि रोगोंमें मस्तिष्कमें दाहके उपस्थित होने चन्दन । पर इसका व्यवहार करनेसे बहुत कुछ शान्ति मिलती है। बर्रा (हिं० पु०) रस्सेकी खिंचाई जो कुआर सुदी चौदस रक्तस्त्राव, हिकारोग, आहतस्थान और वेदनामें बर्फके को गांवों में होती है। जो रस्सा खींच ले जाते हैं, यह सेवनसे बहुत कुछ फायदा देखा जाता है। समझा जाता है, कि वे माल भर कृतकार्य होंगे। बर्फका व्यवहार करनेके लिये नाना द्रव्योंका आवि- वरांक (म० वि०) १ चमकीला, जगमगाता हुआ। २ तेज, कार हुआ है। जैसे-आइसनेकर, आइसबैग, गिलास वेगवान् । ३ तीव्र। ४ चतुर, चालाक। ५ पूर्ण इत्यादि । वर्फमें और भी एक गुण है कि उष्ण प्रधान स्थान रूपसे अभ्यस्त, खूब मश्क किया हुआ। ६ धवला, में रखनेसे वह वायुको शीतल कर उस स्थानकोभो शीतल | सफेद । Vol. xv.53