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भरद्वाज-भरराना
५ मनोरूप सचेतन ऋषिभेद । (शतपथब्रा० ८।१।१६ ) भरनी (हिं० स्त्री०) १ करघेको ढरकी, नार । २ छछ्दर ।
प्रजाजनोंका भरण करते थे, इसलिये भरद्वाज नाम : ३ मोरनी। ४ गारुडी मन्त्र । ५ एक प्रकारकी जंगली
पड़ा। (भारतअनु, ५० ६३ अ० )
बूटी।
भरद्वाज-१ कालेयकुतूहलप्रहसनके प्रणेता। २ वास्तु. भरपाई (हिं० कि० वि०) १ भलीभांति, पूर्णरूपसे । (स्त्रोक)
तस्वके रचयिता। ३ वेदपादस्तोत्रके प्रणयनकर्ता । २ भर पानेका भाव, जो कुछ बाकी हो, वह पूरा पूरा पा
भरद्वाजक (सं० पु०) भरद्वाज-स्वार्थे -कन् । १ ध्याघ्राटपक्षी। जाना। ३ यह रसीद जो पूरी पूरी वसूली हो जाने पर
२ भरद्वाज देखो।
दी जाय, कुल बाकी चुक जाने पर दी जानेवाली रसीद ।
भरना ( हि क्रि० ) १ पूर्ण करना, खाली जगहको पूरा भरपुरसिंह-नाभा-राजवंशके एक राजा। ये १८५६ ई में
करनेके लिये कोई चीज डालना। २ रिक्त स्थानको पूर्ण ' अपने पिताके सिंहासन पर अधिष्ठित हुए थे। सन्
अथवा उसकी अंशतः पृत्ति करना, स्थानको खाली
न
ई के सिपाही-विद्रोहके समय आपने दिली,
रहने देना। ३ उलटना, डालना। ४ ऋणका परिशोध या धियाना जालंधर आदि स्थानों में अंग्रेजोंकी तरफसे
हानिको पूर्ति करना, चुकाना। ५ पद पर नियुक्त करना, यद्ध किया था। अम्बाला दरवारमें लार्ड कैनिंगने आप-
रिक्त पदको पूर्ति करना। ६ तोप या बंदुक आदिमें की उपकारिताकी विशेष सुख्याति की थी। १८६३ ईमें
गोली बारूद आदि डालना । ७ दो पदार्थांके बीचके.
भारतके वायसराय लार्ड एलगिनने इनको लेजिस्लेटिव
• अवकाश या छिद्र आदिमें कुछ डाल कर उसे बंद कौन्सिलका सदस्य चुना था। उसी वर्ण वी नवेम्बर-
करना । ८ काटना। निर्वाह करना, निबाहना । १० : को अत्यधिक परिश्रमजनित ज्वररोगसे आपकी मृत्यु
खेतमें पानी देना। ११ गुप्त रूपसे किसीकी निदा करना हो गई। आपके कोई पत्र न होनेसे भतीजे राजा भग-
. अथवा कोई बुरी बात मनमें बैठाना । १२ धातुके छड़ : वानसिह सिंहासन पर बैठे। नाभा देखा।
आदिको पोट कर अथवा और किसी प्रकार छाटा और भरपूर ( हिं० वि०) १ जो पूरी तरहसे भरा हुआ हो, पूरा
मोटा करना । १३ किसी प्रकार थतीत करना, कठिनना- पुग। २ परिपूर्ण, जिसमें कोई कमी न हो। (कि० वि०)
से बिताना ! १४ सारे शरीरमें लगाना, पोतना। १५ : ३ पूर्णरूपसे, अच्छी तरह पूरा करके। ४ भलीभांति ।
सहना, झेलना। १६ पशुओं पर बोझ आदि लादना। (पु०) ५ समुद्रकी तरङ्गोंका चढ़ाव, ज्वार ।
(कि० अ०) १ किसी रिक्त पात्र आदिका कोई और पदार्थ भरभरना ( हिं० क्रि०) १ रोआँ खड़ा होना, घबराना।
पड़नेके कारण पूर्ण होना । २ उँडेला या डाला जाना । ३ भरभुजा ( हिं० पु० ) भड़भूजा देखो।
ऋण आदिका परिशोध होना । ४ तोप या बंदूक आदि- भरग (मंत्रि०) भृ-बाहुलकात् अमच । भरणकर्ता,
में गोली बारूद आदिका होना। ५ मनमें क्रोध होना। पालन पोसन करनेवाला।
६ रिक्त स्थानको पूर्ति होना, स्थानका खाली न रहना। भरम (हिं० पु०) १ भ्रान्ति, संशय । २ रहस्यभेद ।
७ पदार्थोके बोचके छिद्र या अवकाशका बंद होना। भरमना ( हिं० क्रि० ) १ घूमना, चलना। २ मारा मारा
जितना चाहिये, उतना हो जाना, कुछ भी कमी या कसर न फिरना, भटकना। ३ धोखेमें पड़ना । (स्त्री०) ४ भूल,
गलतो। ५ भ्रान्ति, भ्रम ।
रह जाना । ६ पशुओंका गर्भ धारण करना । १० चेचक-
के दोनोंका मारे शरीरमें निकल जाना । ११ धातुके छड़
भरमाना (हिं० क्रि० ) १ भममें डालना, चक्कर में डालना।
भादिका पोट कर मोटा और छोटा किया जाना । १२ घाव
२ व्या इधर उधर घुमाना, भटकाना।
का ठीक और बराबर होना। १३ किसी अङ्गका बहुत
भरमार (हिं० स्त्री०) अत्यन्त अधिकता, बहुत ज्यादती।
काम करनेके कारण दर्द करने लगना । १४ शरीरका हृष्ट
भरगना ( हि क्रि० ) १ भरर शब्दके साथ गिरना, भर-
पुष्ट होना।
गना। २ पिल पड़ना, टूट पड़ना। ३ भरर शब्दके
भरना (हिं पु०) १ भरनेकी क्रिया या भाव। २ रिश्व- साथ गिराना। ४ दूसरोंको पिलने अथवा टूट पड़नेमें
. बत, घूस।
प्रवृत्त करना।
पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष पंचदश भाग.djvu/७४६
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