पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष पंचदश भाग.djvu/७४६

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७४० भरद्वाज-भरराना ५ मनोरूप सचेतन ऋषिभेद । (शतपथब्रा० ८।१।१६ ) भरनी (हिं० स्त्री०) १ करघेको ढरकी, नार । २ छछ्दर । प्रजाजनोंका भरण करते थे, इसलिये भरद्वाज नाम : ३ मोरनी। ४ गारुडी मन्त्र । ५ एक प्रकारकी जंगली पड़ा। (भारतअनु, ५० ६३ अ० ) बूटी। भरद्वाज-१ कालेयकुतूहलप्रहसनके प्रणेता। २ वास्तु. भरपाई (हिं० कि० वि०) १ भलीभांति, पूर्णरूपसे । (स्त्रोक) तस्वके रचयिता। ३ वेदपादस्तोत्रके प्रणयनकर्ता । २ भर पानेका भाव, जो कुछ बाकी हो, वह पूरा पूरा पा भरद्वाजक (सं० पु०) भरद्वाज-स्वार्थे -कन् । १ ध्याघ्राटपक्षी। जाना। ३ यह रसीद जो पूरी पूरी वसूली हो जाने पर २ भरद्वाज देखो। दी जाय, कुल बाकी चुक जाने पर दी जानेवाली रसीद । भरना ( हि क्रि० ) १ पूर्ण करना, खाली जगहको पूरा भरपुरसिंह-नाभा-राजवंशके एक राजा। ये १८५६ ई में करनेके लिये कोई चीज डालना। २ रिक्त स्थानको पूर्ण ' अपने पिताके सिंहासन पर अधिष्ठित हुए थे। सन् अथवा उसकी अंशतः पृत्ति करना, स्थानको खाली न ई के सिपाही-विद्रोहके समय आपने दिली, रहने देना। ३ उलटना, डालना। ४ ऋणका परिशोध या धियाना जालंधर आदि स्थानों में अंग्रेजोंकी तरफसे हानिको पूर्ति करना, चुकाना। ५ पद पर नियुक्त करना, यद्ध किया था। अम्बाला दरवारमें लार्ड कैनिंगने आप- रिक्त पदको पूर्ति करना। ६ तोप या बंदुक आदिमें की उपकारिताकी विशेष सुख्याति की थी। १८६३ ईमें गोली बारूद आदि डालना । ७ दो पदार्थांके बीचके. भारतके वायसराय लार्ड एलगिनने इनको लेजिस्लेटिव • अवकाश या छिद्र आदिमें कुछ डाल कर उसे बंद कौन्सिलका सदस्य चुना था। उसी वर्ण वी नवेम्बर- करना । ८ काटना। निर्वाह करना, निबाहना । १० : को अत्यधिक परिश्रमजनित ज्वररोगसे आपकी मृत्यु खेतमें पानी देना। ११ गुप्त रूपसे किसीकी निदा करना हो गई। आपके कोई पत्र न होनेसे भतीजे राजा भग- . अथवा कोई बुरी बात मनमें बैठाना । १२ धातुके छड़ : वानसिह सिंहासन पर बैठे। नाभा देखा। आदिको पोट कर अथवा और किसी प्रकार छाटा और भरपूर ( हिं० वि०) १ जो पूरी तरहसे भरा हुआ हो, पूरा मोटा करना । १३ किसी प्रकार थतीत करना, कठिनना- पुग। २ परिपूर्ण, जिसमें कोई कमी न हो। (कि० वि०) से बिताना ! १४ सारे शरीरमें लगाना, पोतना। १५ : ३ पूर्णरूपसे, अच्छी तरह पूरा करके। ४ भलीभांति । सहना, झेलना। १६ पशुओं पर बोझ आदि लादना। (पु०) ५ समुद्रकी तरङ्गोंका चढ़ाव, ज्वार । (कि० अ०) १ किसी रिक्त पात्र आदिका कोई और पदार्थ भरभरना ( हिं० क्रि०) १ रोआँ खड़ा होना, घबराना। पड़नेके कारण पूर्ण होना । २ उँडेला या डाला जाना । ३ भरभुजा ( हिं० पु० ) भड़भूजा देखो। ऋण आदिका परिशोध होना । ४ तोप या बंदूक आदि- भरग (मंत्रि०) भृ-बाहुलकात् अमच । भरणकर्ता, में गोली बारूद आदिका होना। ५ मनमें क्रोध होना। पालन पोसन करनेवाला। ६ रिक्त स्थानको पूर्ति होना, स्थानका खाली न रहना। भरम (हिं० पु०) १ भ्रान्ति, संशय । २ रहस्यभेद । ७ पदार्थोके बोचके छिद्र या अवकाशका बंद होना। भरमना ( हिं० क्रि० ) १ घूमना, चलना। २ मारा मारा जितना चाहिये, उतना हो जाना, कुछ भी कमी या कसर न फिरना, भटकना। ३ धोखेमें पड़ना । (स्त्री०) ४ भूल, गलतो। ५ भ्रान्ति, भ्रम । रह जाना । ६ पशुओंका गर्भ धारण करना । १० चेचक- के दोनोंका मारे शरीरमें निकल जाना । ११ धातुके छड़ भरमाना (हिं० क्रि० ) १ भममें डालना, चक्कर में डालना। भादिका पोट कर मोटा और छोटा किया जाना । १२ घाव २ व्या इधर उधर घुमाना, भटकाना। का ठीक और बराबर होना। १३ किसी अङ्गका बहुत भरमार (हिं० स्त्री०) अत्यन्त अधिकता, बहुत ज्यादती। काम करनेके कारण दर्द करने लगना । १४ शरीरका हृष्ट भरगना ( हि क्रि० ) १ भरर शब्दके साथ गिरना, भर- पुष्ट होना। गना। २ पिल पड़ना, टूट पड़ना। ३ भरर शब्दके भरना (हिं पु०) १ भरनेकी क्रिया या भाव। २ रिश्व- साथ गिराना। ४ दूसरोंको पिलने अथवा टूट पड़नेमें . बत, घूस। प्रवृत्त करना।