पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष भाग 1.djvu/२३०

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

त्तरी। पालको। चौकी। २२४ अठवांसा–अड़तालिस अठवांसा (हिं. पु०) १ सीमन्त संस्कार । २ माघसे । अठोतरी (हिं० वि०) १ एक सौ आठ को अष्टो- आषाढ़तक जोता जानेवाला खेत, जिसमें ऊख लगाई (स्त्री०) २ एक सौ आठ ग्रन्थिको जाती है। (वि.) आठ मासमें जन्म लेनेवाला। जपमाला। ३ एक सौ आठ वर्षको दशा। अठवारा (हिं० पु०) अष्टदिवसकाल, आठ दिनमें अठौरा (हिं० वि०) १ आठका। (पु.) आठ समाप्त होनेवाला समय । पानीका बना हुआ दोना। अठवारी (हिं० स्त्रो०) प्रत्येक आठवें दिन किसान अठङ्ग (हिं• पु० ) अष्टाङ्ग-योग-साधक, पूरा योगी। हारा जमीन्दारको खेत जोतनेके लिये हल और बैल अड्-उद्यम । १ वा०, पर०, सक० सेट । दिये जानकी प्रथा या चाल । २ व्याप्ति। खा०, पर०, अक० सेट । अठवाली (हिं. स्त्री) १ किसी भारी चीजको अड़ (हिं. स्त्री०) प्रतिज्ञा, हठ, टेक ।' जिद, उठानेके लिये उसमें बांधा जानेवाला लकड़ीका तहक्कुक । टुकड़ा। २ आठ कहारों द्वारा उठाई जानेवाली अडकवती-१ मेरुका एक विशाल प्रासाद । २ एक नगर। (ललितवि० ) वर्तमान नाम लासा। अठसिल्पा (हिं० स्त्री० ) तखत, सिंहासन, कुरसी, अड़काना (हिं० क्रि०) रोक रखना, जाने न देना। अडग (हि.वि.) १ जो न डिगे। लाहरकत, अठहत्तर-अठत्तर देखो। अचल । २ सुदृढ़, मजबूत । अठहत्तरवां (हिं० वि०) अठत्तर संख्यावाला। अडिगरध (हिं० वि०) ठहरा हुआ, अटल । अठान (हिं० पु०) ठाननेके अयोग्य काम, अनुचित अड़गोड़ा (हिं• पु० ) वह वस्तु जो चलते समय कर्म २ वैमनस्य, विद्रोह, दुश्मनी, झगड़ा। पदपर अड़े। जो पशु नटखटी करते, उनके गले में अठाना (हिं० क्रि०) १ ठानना, खड़ा करना। अड़गोड़ा इसलिये बांध दिया जाता है, जिसमें वह २ दुःख देना, दिक़ पहुंचाना। जल्द-जल्द दौड़ न सकें। अठारह, अट्ठारह (हिं० वि० ) १ अष्टादश, दश और अडङ्ग ( स० पु० ) गोधूम, गेहूं। आठ, वह संख्या जो एक दहाई और आठ इकाईसे अडङ्गा (हि पु० ) रोक, अवरोध । बनती है। १८। अड़चन (हिं० स्त्री० ) विघ्नवाधा, मुशकिल । अठारहवां, अट्ठारहवां (हिं० वि०) अट्ठारह संख्याका। अडडण्डा (हिं पु०) आड़का सोंटा। इस डण्डे- अठासिवां-अट्टासिवां देखो। को दोनो ओर लट्टू होते, जिनके सहार मस्तूलपर अठासी-अट्टासी देखो। पाल बांधा जाता है। अठिलाना-अठलाना देखो। अड़ड़पोपो (हिं: पु०) १ सामुद्रिकवित्, हाथ अठिल्ला (स. स्त्री०) एक प्राकृत काव्यका नाम । देखकर शुभाशुभ कहनेवाला। २ छली, फरेबी। अठे (हिं. क्रि०वि०) यहां, इस जगह। अत्र, ३ बड़बड़िया, झूठ-सच कहनेवाला । इस स्थलमें। अडण्ड (हिं० वि०) १ अदण्ड, जिसे दण्ड दिया अठेल (हिं० वि०) ठेलनेके योग्य नहीं। बलवान्, जा न सके। २ बेखौफ, निर्भय सुदृढ़ ; ताकतवर, जोरदार। अड़तल (हि. स्त्री०) १ आड़, अवरोध। २ छाया, अठोठ (हिं. पु.) ठाट-बाट, बनाव-चुनाव, छांह। ३शरण, पनाह । ४ बहाना, मुगालता। दिखाव-पहनाव। अड़तालिस, अड़तालीस (हिं० वि० ) अष्टचत्तारिंशत्, अठोतरसो (हिं. वि०) अष्टोत्तरशत, एक सौ चालीश और आठ। वह संख्या, जो चार दहाई आठ। १०८ और आठ मिलनेसे बनती है। ४८ ।