पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष भाग 1.djvu/२३८

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सूक्ष्म हो। २३२ अणुक -अणुवीक्षण इख, (1) दो या दीर्घ, (m) प्लुत, (') अई और अणु : सूक्ष्मो वीक्ष्यते दृश्यते अनेन। १ शौशेका बना (+) अणु मात्राका चिह्न है। मानेका स्वर लिखकर एक यन्त्र, खुर्दबीन। इसके द्वारा देखनेसे निकटकी बतानेके लिये, यह चिन्न स्वरके ऊपर रखना क्षुद्र वस्तु बड़ी जान पड़ती हैं। २ अल्पदर्शन, कोता- पड़ते हैं। बीनौ। ३ सूक्ष्मदर्शन, नुकताचौनी। अणु क (सं. त्रि०) अणु कन्। १ चतुर, निपुण । जगत्में बहुत अति सूक्ष्म-सूक्ष्म वस्तु विद्यमान चालाक, होशियार । २ अल्प, थोड़ा। हैं। चक्षुमें कोई यन्त्र न लगानेसे वह सकल क्षुद्र अणुको निपुणाल्पयोः। (भेदिनी) वस्तु कुछ भी देख नहीं पड़ती। जिस यन्त्रसे निकट- अणुज्योतिः (स० स्त्री) सूक्ष्मदृष्टि, जो बारीकोसे को अत्यन्त छोटी-छोटी वस्तु बड़ी देख पड़ें, उसे अणुवीक्षण या खुर्दबीन कहते हैं। दो कटोरे मुख- अणु तर ( स० त्रि०) बहुत उम्दा, बारीक । मुखसे एकत्र मिलानेपर जैसा बादामी आकार बनता, अणु ता (सं० स्त्री० ) बारीकी, उम्दगी। अणुवीक्षणका शीशा भी देखने में ठीक वैसा ही होता अण तैल (स. क्लो०) केशरोगका तैलविशेष । है। यही शीशा अणुवीक्षण कलका प्रधान यन्त्र है। अणुत्व (सं० क्लो० ) अणोर्भावः । सूक्ष्मत्व, बारीकी ; अंगरेजीमें इस प्रकारके आकारवाले शीशेको डबल्- अणुपरिमाण। कन्वेक्ष लेन्स (double convex lens ) कहते हैं। अणुधर्म (सं० पु०) अणुः सूक्ष्मो दुर्जेयो धर्मः । ऐसा ही एक शीशा सूर्यको ओर ठीक सीधा रखनेसे दुर्बोध धर्म, बारीक मजहब । वह धर्म जिसका उद्देश्य उसके भीतरसे सूर्यकिरण वक्रभावमें बाहर निकलती, जहां फिर एकत्र मिल रहती है। शौशसे कुछ दूर अणु भा (सं० स्त्री० ) अखी सूक्ष्म भा दौप्तिर्यस्याः, एक कागज़ रखनेपर उसमें अतिशय उज्ज्वल एक बहुव्री० । विद्युत्, बिजली। विन्दु पड़ता है। इस विन्दुको शौशेका प्रधान अणु मध्यवौज (सं० क्लो०) एक भजनका नाम । अक्षप्रदेश (principal focus) कहते हैं। एक अणु मात्र (स'० त्रि०) अणु-मात्रच्, अणु : परिमाण ओर यह विन्दु, दूसरी ओर बादामी शीशा और मस्य। अणु मात्रिक, अल्पपरिमाण, थोड़ासा। इनके मध्यस्थलमें कोई छोटा द्रव्य रखकर शीशेके अणु मुष्टि (सं० पु०) विषमुष्टि, महानिम्ब । भौतरसे देखनेपर वह बहुत बड़ा देख पड़ता है। अणु रेणु, (सं० पु०-स्त्री० ) बारीक, धूलिका कणा। अणु रेणु जाल (स० क्लो०) बारीक, धूलिके कणोंका समूह। अणु रेक्ती (स' स्त्री०) अणु : सूक्ष्मा रेवती तारा इव । दन्तिक्ष, जमालगोटा। अणुवाद (सं० क्लो०) १ अणु, माननेवाला दर्शन, वह शास्त्र जो परमाणु को नित्य माने। वैशेषिक: दर्शन, न्यायशास्त्र । २ वल्लभाचार्यका मत, जिसमें मान लो, कि 5-8 एक द्रव्य, क- बादामौ शौशा ईश्वर और जीवको अणु माना है। और -विन्दु प्रधान अक्षप्रदेश (principal focus) अणुवादी (सं० पु.) १ न्यायशास्त्रमाननेवाला, है। 5- द्रव्यको विन्दु और क-2 शौशेके बीच नैयायिक, वैशेषिक। २ वल्लभाचार्य-सम्प्रदायको किसी स्थानमें रखना चाहिये। ऐसा होनेपर 5 और खीकार करनेवाला वैष्णव । उसे आलोकरश्मि शीशेके भीतर वक्रभावमें प्रवेश अणुवीक्षण (सं० लो०) अणु-वि-ईक्ष-ल्युट करणे। करेगी। प्रवेश कर फिर न-की ओरसे बाहर निकल न