पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष भाग 1.djvu/२६५

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1 नाता। अतिबाहु-अतिमुक्त २५८ वस्थाम् । १ दो वर्षको अवस्थावाला बच्चा। (त्रि०) | अतिमञ्जुला (सं० स्त्री०) सेवतीका पौधा, अति- २ अत्यन्तबाल्यावस्थाका, बहुत कमसिन । मनोहरा। अतिबाहु (स'० पु० ) १ अनोखो बाहुवाला मनुष्य । अतिमण्डल (स० पु.) भूधामन वृक्ष । २ चौदहवें मन्वन्तरके सप्तर्षियोंमेंसे एक ऋषि । (हरिवंश) अतिमति (स० स्त्री०) हठ, ज़िद। अतिबृहत्फल ( स० पु०) पनस वृक्ष, कटहलका पेड़। अतिमध्यंदिन (सं• क्लो०) दो पहरका समय । अतिब्रह्मचर्य (सं० पु०) अतिकान्तो ब्रह्मचर्यम् । अतिमन्थ, अतिमन्थक (सं० पु.) अग्निमन्थ क्षुप। ब्रह्मचर्यत्यागो; जिसने दारपरिग्रह अर्थात् विवाह अतिमाद (सं० अव्य०) १ मादातिक्रमसे। अव्ययी- कर लिया हो, गृहस्थ । भाव समासको अव्यय संज्ञा हुआ करती है। (त्रि.) अतिभार (सं० पु.) अत्यन्तो भारः । १ अतिशय अतिक्रान्तं मर्यादाम्। २ मर्यादातिक्रमकारी, हदसे भार, अत्यन्त गौरव, अत्यन्त वैग। २ अतिशय । बाहर जानेवाला, निर्मयाद, विना मर्यादाका। ३ वच। ४ पहाड़। (पु.)३ अतिशय। अतिभारग ( स० पु.) अतिभारण वेगेन अतिभार- अतिमर्श (सं० पु.) निकटस्थ सम्बन्ध, नजदीकी वहनेनापि वा गच्छति। खच्चर, अखतर । अतिभारारोपण (सं० पु.) बहुत बोझ लादके पशु | अतिमात्र (सं० त्रि.) प्रतिक्रान्तं मात्रां स्वल्प- सताना। परिमाणम्। १ अतिशय, बहुत ज्यादा, बृहत्प्रमाण, अतिभाव (स० पु०) अधिकता, सबक़त । बड़ा भारी। अतिशयिता मात्रा-प्रमाणमस्य । २ हदसे अतिभी (सं० स्त्री०) अतिशयेन विभेति यस्याः ज्यादा। दर्शनात्। वजाग्नि, बिजली, जिसे देख लोग अतिमात्रशः ( सं० अव्य. ) अतिप्रमाणकारक होकर। बहुत डरते हैं। अतिमान (सं० पु०) अतिशयितो मानः । १ अत्यन्त अतिभौषण (स. त्रि.) बहुत भयानक, निहायत मान, अनुचित अभिमान, बेजा घमण्ड। (त्रि०) अति- खौफ़नाक। क्रान्तं मानं प्रमाणम् । २ प्रमाणाधिक, जरूरतसे अतिभूमि (स'. स्त्री०) अतिशयिता भूमिः । १ ज्यादा। आधिक्य, अत्यन्त मर्यादा, जियादती। (अव्य०) अति- | अतिमानिता (सं० स्त्री०) कठोर हठ, भारी जिद । क्रम्य भूमिम् । २ मर्यादातिक्रमसे। (त्रि०) ३ मया- | अतिमांनिन् (सं० त्रि० ) बड़ा हठी, निहायत जिद्दी। दातिक्रान्त। अतिमानुष (सं० त्रि.) अतिक्रान्तं मनुष्यधर्मम् । अतिभृत (वै० त्रि०) खू ब भरा हुआ। मनुष्यके अयोग्य, यानी दिव्य कर्म, गुण, क्षमता, अतिभोजन (सं० क्ली०) अति-भुज-ल्युट भावे । अत्यन्त रूपादिका; आदमौकी पहुंचके बाहर, दैवी। भोजन, हदसे ज्यादा खाना। आहारके समय आधा | अतिमार (सं० पु.) एक राजाका नाम। (भागवत) पेट खानेकी चीजोंसे और चौथाई जलसे भरे, बाकी अतिमारुत (सं० त्रि.) १ निहायत हवादार। एक अंश वायु आने-जाने के लिये खाली रखे। इससे (पु.)२ अांधी, तूफान। अतिरिक्त जो भोजन किया जाता, वही तिभोजन अतिमित (सं० त्रि.) बहुत ज्यादा, बेहद, कहाता है। वैद्यशास्त्रके मतसे अतिभोजन सब प्रमाणसे अधिक। रोगोंका कारण है। अतिमित्र (सं० पु०) अत्यन्त परमं मित्रम् । अत्यन्त अतिधू (स' त्रि०) बहुत बड़ी भौंहोंवाला। सुहृद्, बड़ा दोस्त, परम मित्र । "अतिमङ्गल्य (स० पु०) १ विल्ववृक्ष, बेलका पेड़। अतिमुक्त (सं० वि०) अतिशयेन मुक्तः निर्वाणं (त्रि.)२ अतिशय मङ्गलजनक । प्राप्तः। १ प्राप्तनिर्वाण, निष्कल, निःसङ्ग, मुक्तिपाया -