पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष भाग 1.djvu/३२०

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अदण्ड-अदन ३१३ अदण्ड (सं त्रि.) १ दण्डके अयोग्य, सज़ाके पानको इच्छासे दिया जाय। १५-छलीको दिया नाकाविल ; जिसे दण्ड देनेको व्यव्यस्था न हो। हुआ दान। जो व्यक्ति वेद नहीं पाढ़ा, किन्तु २ कररहित, बेमहसूल । ३ इन्दरहित, मनमौजी। अपनेको यदि वेदज्ञ बताकर दान ले, तो ऐसा दान (क्लो०) ४ दण्डका अभाव, सज़ाकी मुआफी। असिद्ध होता है। १६-यागादिके लिये पाई वस्तुका ५ बिना लगानको जमीन, मुाफो। द्यूतादि कुकर्मो में दान। जो व्यक्ति इस प्रकार अदण्डनीय ( स० त्रि० ) अदण्डा, जो दण्ड अवैध दान करता या लेता, शास्त्रकारोंने उसके देनेके योग्य न हो, जिसे सजा देनेका कायदा दण्डविधानको अनुमति दी है,- नहीं। "रटहत्यदत्तं वो लोभात् यादयं प्रयच्छति । अदण्डमान (सं० त्रि.) दण्डके अयोग्य, सजाके अदेय दायको दण्डास्तथा दत्तप्रतीच्छुकः ॥” (मिताक्षरा) नाकाबिल । 'जो अन्याय दान करता और लोभपरतन्त्र होकर अदण्ड्य (स. त्रि.) न-दण्ड-यत्, दण्डं शास्तिं जो वह अन्याय दान लेता है, वह अदेयदानकर्ता नाहति । दण्ड के अयोग्य, जिसे सजा दी न जा सके। और उस दानका ग्रहणेच्छु व्यक्ति दोनो दण्डनीय अदत् (स० त्रि.) दन्तरहित, बेदांत । होते हैं।' अदत्त (सं० पु०) न-दा-क्त ; नञ्-तत् । यत्पुन अदत्तदान (सं. क्लो०) न दिया हुआ दान, रन्यायेन दत्तं तददत्तम् । १ अन्यायसे दिया गया, ज़बरदस्ती या चोरोसे पाई हुई चीज़। जैनशास्त्रा- जो न्यायसे दिया न गया हो। २ न दिया हुआ। चार्यों में कोई इसके तोन और कोई चार भेद बताते ३ विवाहमें न दिया गया। शास्त्रकारोंने सोलह हैं। जैसे,—१ द्रव्यादत्त, २ भावादत्त और ३ द्रव्य- प्रकारके दानको अदत्त बतलाया है। यथा, भावादत्त, एवं १ स्वामी अदत्त, २ जीव अदत्त, ३ १-भयप्रयुक्त दान, जो दान डरसे दिया जाय । तीर्थङ्कर अदत्त और ४ गुरु अदत्त दान । २-क्रोधवशतः दान, क्रोधमें आकर दिया गया दान । अदत्ता (सं० स्त्री०) १ अविवाहिता, जिस लड़की- ३-शोकके समयका दान, जो दान दुःखमें किया गया का विवाह न हुआ हो। (वि.) २ जो न दो हो। ४-उत्कोच, रिशवत। ५–परिहासका दान ; गई हो। जो दान हंसी करके दिया जाय । ६ व्यत्यास दान, अदत्तादायिन् (स• त्रि०) अदत्त-आ-दा-णिनि ; दूसरेसे पाये हुए दानका दान। ७–छलपूर्वक दान, अदत्तमादत्ते, ६-तत् । अदत्त सम्पत्तिका ग्राहक, चोर। धोखका दान। ८-बालक कर्तृक दान, जो दान अदन (सं० त्रि०) अद-अनन् वाहुल । अदनीय, लड़का किसीको दे। सोलह वर्षको अवस्था न खाद्य, खानेके योग्य । होनेसे किसीको भी पैटक सम्पत्तिका अधिकार नहीं। अदत्रया (वै० अव्य.) भेटको भांति नहीं। इसलिये सोलह वर्षसे जिसको अवस्था कम हो, अदत्वा (स अव्य०) न देकर, बिना दिये हुए। उसका दान सिद्ध नहीं होता। -मूढ़ व्यक्ति कर्तृक अदद (अ० पु० ) १ संख्या, शुमार। २ अङ्क, दान; बेवकूफ़का दिया हुआ दान । १०–अखाधौन संख्या लिखनेका चिह्न । व्यक्तिका दान, जो दान स्वाधीन व्यक्ति न दे। अदाच् (वै० त्रि०) असमञ्चतौति (भट्टोजि ), अदम्-अञ्च- ११-पौड़ित व्यक्तिका दान, बीमारका दान। १२- क्विप् = अदस्-अच। विश्वग्दैवयोश्च टैराजतौ वप्रत्यये। पा श६२, प्रदसी- मादक द्रव्यके सेवनसे मत्त हुए व्यक्तिका दान, जो ऽसादु दो मः। पा ८।२।८०, स्थानेऽन्तरतमः। पा १११।५०, अलो- दान मतवाला करे। १३-वातिकादि रोगसे उन्मत्त ऽन्तास्य । पा १।१।५२ । उसको ओर जाता या झुकता हुआ। व्यक्तिका दान, जो दान पागल करे। १४–प्रतिशोध अदन (सं० लो०) अद्-ल्युट भावे । १ भक्षण, पानकी इच्छासे किया हुआ दान, जो दान बदला भोजन, खाना। कर्मणि ल्युट् । २ भक्षणीय द्रव्य,