पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष भाग 1.djvu/४२६

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अनाक्षित-अनाचार आघ्राण या न लिया गया। अनाक्षित वै. त्रि.) न रहते या न ठहरते हुआ, अनागति (सं० स्त्री०) १ नापहुंच, नारसायो। जो न रहता या न ठहरता हो। २ अप्राप्ति, नादस्तयाबौ। अनाखर (हिं० वि०) १ अनक्षर, हर्फ न पहि अनागन्धित (सं० वि०) न आगन्धितं आघ्रातम् । चाननेवाला। २ मूर्ख, बेवक फ। ३ असभ्य. अनाघ्रात, बैसूघा ; खुशबू नाशायस्ता। 'अनाग (वैत्रि.) न आसम्यग् गच्छति स्वर्गमनेन अनागम (सं० पु०) नास्ति आगमः स्वत्वहेतुः क्रयादि नागं अधर्मम् ; न नागम्, नञ्तत् । पापरहित, यंत्र। १ स्वत्व हेतु क्रयादि शून्य, क्रयपत्ररहित; इज़ाबसे अलग ; पाप न करनेवाला। कबीला न रखनेवाली चीज़। २ आगमका अभाव, अनागत (सं० त्रि०) न आगतम्, नत्र-तत् । १ आगत- नापहुंच। भिन्न, जो आया न हो। २ भावो, होनेवाला। "सम्श्रीगो दृश्यते यवन दृश्य तागमः कचित् । ३ अप्राप्त, न पाया गया। ४ अविदित, न समझा- आगमः कारणं तब न सम्भोग इति स्थितिः ॥” (मनु ८।२००), बूझा। ५ अनादि, लाआगाज़। (क्लो०) ६ भविष्यत्- | अनागमिष्यत् (सं० त्रि०) न आने या पहुंचनेवाला, कालको वृत्ति, आयन्दे जमानेका हाल। (हिं० क्रि० जो आये या पहुंचे नहीं। वि.) ७ एकाएक, धोकेसे । अनागमोपभोग (सं० पु.) क्रयादिरहित सम्पत्तिका अनागतवत् (स. त्रि.) भविष्य-जैसा, आयन्दे के भोग, बेकबीलेकी जायदादके मजेका उड़ाना। मानिन्द ; भविष्यसे सम्बन्ध रखनेवाला। अनागम्य (सं० त्रि०) न पहुंचने काबिल, मिलनके अनागतविधाता, अनागतविधाट देखो। अयोग्य ; हाथ न आनेवाला। अनागतविधाट (सं. पु.) न आगतस्य भविष्यतः अनागस् (सं० त्रि०) नास्ति आगोऽपराधः पापं वा अनिष्टस्य विधाता, न-तत् । १ भविष्यत् प्रतिविधान यस्य । १ अकृतापराध, निरपराध, पापशून्य ; बेगुनाह, कर्ता, होनेवाले कामको फिक्र रखनेवाला। २ किसी बेइज़ाब। २ निरपराधता देनेवाला, जो मुबारक मछलीका नाम। अनागताबाध (सं० पु०) न आगतः आबाधः पौड़ा "आर्तवाणाय व: शस्त्र' न प्रहर्तु मनागसि ।” ( शकु०) दुःखवा, न-तत्। देहका भविष्यत् दुःख, जिस्मको अनागा (वे० क्रि०) १ अपापहेतु। (ऋक् १०१६।२ ) आयन्दा तकलीफ। (स्त्री)२ नदीभेद। (पुराण ) अनागताबाधा (सं० स्त्री.) न आगता उपस्थिता अनागामिन् (सं• त्रि.) १ न आता या पहुंचता बाधा पौड़ा। १ अनुपस्थित पोड़ा, नामौजूदः तक हुवा। २ भविष्यत् नहीं, न लौटनेवाला। (पु.) लोफ.। २ भविष्यत् दुःख, आनेवाली आफत । (त्रि.) ३ एक प्रकारका बौद्ध सन्यासी ; बौद्धशास्त्रानुसार न आगता बाधा यस्य, नज-बहुव्रो । चालीस-हजार कल्पके साधनपर जिसको मुक्ति पौड़ाशून्य, मौजूदा तकलीफ. न उठानेवाला । अनागतार्तवा (सं० स्त्री०) ऋतौ भवं अण् आर्तव अनागोहत्या (सं० स्त्री० ) निरपराध व्यक्तिको हत्या, स्त्रीपुष्यविकाशनम् ; अनागतमप्राप्तमातवं रजो बेगुनाह शख शका कत्ल । यस्याः। १ अजातरजस्का; जिस स्त्रोको स्त्रोधर्म | अनाचरण (स. क्लो०) अनाचार देखो। नहीं हुवा, रजः-प्रकाश न पानेवालो स्त्री। २ कन्या, अनाचार (सं० पु.) अप्राशस्त्येऽभावे वा नञ्-तत् । लड़को। “गौरी तु नग्निकाऽनागतातवा ।" १ कदाचार, अशुद्धाचार; बुरा चालचलन । २ आचार- अनागतावेक्षण (सं० लो०) भविष्यत्की ओर दृष्टि का अभाव, चालचलनका बिगाड़। अनाचार दो पात, आयन्दे को तर्फका देखना। प्रकारका होता है,-१ धर्मशास्त्रके बताये सकल बनाये।

३ उपस्थित होगी। इत्यमरः।