पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष भाग 1.djvu/४४

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अकोला -अक्खड़ इस जिले में सभी जगहको भूमि समतल है। पूर्णा | विलुप्त हुआ और उसो समयमे बरार मुमलमानोंके नामकी एक छोटी नदी इसे दो भागोंमें विभक्त करती शासनाधीन हो गया। हैदराबाद के निजामके साथ है। इस पूर्णा नदी और इसको सात उपनदियोंस सन् १८५३ और १८६१ ई० में अंगरजांकी जो सन्धि इस जिलेका जल निकला करता है। इस जिलेमें दो हुई थी, उसके फलसे निजामन जो प्रदेश अँगरजांको पर्वत हैं एक बालापुर ताल्लुकमें और दूसरा अकोला सौंप, उनमें यह अकोला जिला अन्यतम जिला ताल्लुकमें। इस ज़िलेको अधिकांश भूमि रेतसे उत्पन्न समझा जाता है। हुई है। इस जिलेमें कुछ पुराने मन्दिर और गृह आदि २ अकोला जिलेका एक तान क । ३ अकोला देख पड़ते हैं। पातुर नामक स्थानमें एक पत्थरके प्रधान सदर शहर । टुकड़ेपर नक्श की गई एक दीवार बनी है। इसके ४ बंबई प्रदेशके अन्तर्गत अहमदनगर जिलेका सिवा पिञ्जर और बारसी ताल्ल कमें भी कितने ही सुन्दर एक सब डिवीजन (तहसील ।। यह कोई वः सौ पत्थरके बने मन्दिर हैं। बालापुरमें अबतक एक वर्गमोल लंबा-चौड़ा और इसमें करीब डेढ़ सौ गांव काले पत्थरका बना छत्र विद्यमान है। कहते हैं, बसते हैं। कि औरङ्गजेबके सेनापति राजा जयसिंहने इसे बन- अकोविद ( सं० वि०) जो जानकार न हो। मूर्ख । वाया था। बालापुरके पास शाहपुरमें सम्राट अकबरके अज्ञानी। अनाड़ी। पुत्र युवराज मुरादशाहके प्रासादका ध्वशावशेष वर्त- अन्ध अकोविद अन्न अभागी। कार्ड विषय मकर मन लागी। (तुल्लमी) मान है। युवराज मुराद वह प्रदेश शासन करते थे (पु०) ऊखके शिरपरको पत्ती। अगोला। गेंडा। और सन् १५६८ ई० में इसी स्थानपर उन्होंने शरीर अकोसना (हि. क्रि०) कोसना। बुरा भला कहना । छोड़ा था। गाली देना। शाप देना। इस जिलेके खारी कुएं विशेष उल्लेख योग्य हैं। अकौआ (हि. पु.) १ आक। मदार । २ कोा। पूर्णा नदीके दोनो किनारेके कोई पचास मोल लम्बे ललरी। घण्टी। और दश मील चौड़े भूखण्डको लोग जमीनसे घिरा अकौटा (हि० पु०) डण्डा जिमपर पहिया फिरता है। हुआ झरना या जलाशय बता उल्लेख करते हैं। इस धुरा। जलसे भरे झरनेमें जगह-जगह कुएं खोदनेपर भीतर- अकौटिल्य (हि. पु०) कौटिल्यका उलटा। सिधाई से जलधारा निकल पन्द्रह-बीस फुट ऊपर चढ़ जातो सरलता । निष्कपटता। है । यह खारा पानी धूपमें रख नमक बनाया जाता अकौशल (सं० लो०) न-कुशन्न-अण। कौशलका है। पहले यहां कुएं के पानौसे बहुत नमक बनता था; अभाव । विरोध। किन्तु इस समय यह काम बन्द करा दिया गया है। अक्का (सं० स्त्री०) अक्-क। माता। मा। विशेष लोग ऐसा कहते हैं, कि पहले इलिचपुरके राजा सम्बोधनमें यह शब्द 'अक्क' होता है। २ कहीं-कहीं स्वाधीन भावसे इसपर शासन करते थे और मुसल इक्का या यक्काके स्थानमें अक्का बोलते हैं। मानोंकी बादशाहीसे पहले यहां जैनियोंका राज्य था। अक्के-दुक्के (हि० क्रि० वि० ) -2 देखा। इस समय जो प्रदेश अकोला जिला नामसे प्रसिद्ध है, अक्खड़ (हि० वि०) १ न मुड़नेवाला । अड़ा रहनेवाला। वह दाक्षिणात्य विजयके समय सन् १२८४ ई में हठी । उग्र। उद्दत । उच्छृङ्खल । २ बिगड़ेल । लड़ाका । अलाउद्दीनके हाथ चला गया था। अलाउद्दीनके मरने झगड़ालू। ३ निर्भय। निडर । बैंडर। ४ असभ्य । पर हिन्दू फिर स्वाधीन हुये। किन्तु अन्तमें सन् | अशिष्ट । ५ उजड्ड । जड़ । मूर्ख, जिसे कुछ कहने या १३१८ ई के समय देवगढ़के राजा जब निर्दय भावसे करने में सङ्कोच न हो। ६ खरा। स्पष्टवादी। यह शब्द मारे गये, तब हिन्दुओंका अधिकार सदाके लिए अच्छे भावमें बहुत ही कम प्रयुक्त होता है