पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष भाग 1.djvu/६१०

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- अन्याशिस्-अनग्रीनग्राभाव अन्यको आशा, अन्यको इच्छा, दूसरेको उम्मेद, दूसरी अनप्रोत्सुक (सं त्रि.) अन्येन उत्सुकं। अन्य स्त्रोकी आशा। कर्तृक उत्कण्ठित, दूसरेके लिये उत्सुक । अन्याशिस् (सं० स्त्री० ) अनास्य अनवाया वा अन्येन | अनयोति (सं० स्त्री०) अनास्य अतिः । अनाको रक्षा, अनाया वा आशीः। अनाका आशीर्वाद। दूसरेका दूसरेको रक्षा, दूसरेकी हिफाजत। आशीर्वाद, दूसरेको दुवा। अनयोदय (सं० पु०) अनास्याः माटभिन्नाया उदरे अनासक्त (स. त्रि०) जो दूसरेपर आसक्त हो, जो भवः। वैमात्रय भाता, सौतेला भाई। किसी दूसरी वस्तुको इच्छा रखे। अनमोना (सं० त्रि.) अना-कर्मव्यतिहार (एकरूप- अन्यास्रयण ( स० क्लो०) पैटक सम्पत्तिके रूपमें दूसरेके क्रिया-करणे ) हित्व पूर्वपदे सुश्च। परस्पर, परस्परके अधिकारमें जानेवाला, दूसरेके कब्जे में जानेवाला। उद्देश्यसे दिया हुआ, आपसमें । अनवास्थित (सं० त्रि.) अन्येन अनाया वा आस्थितः । अनमोनाकलह (सं० पु०) परस्परका झगड़ा। अन्यद्वारा स्थित, दूसरेके आधारपर ठहरा हुआ। अनमोनाघात (सं० पु०) परस्परको लड़ाई, एक अन्यून (स० त्रि०) न न्यूनं नञ्-तत्। न्यून नहीं, दूसरेको मार डालना। कम नहीं, पर्याप्त, काफी, पूर्ण । अनयोनाध्यास् (सं० पु०) अनमोऽनास्मिन् अनमोऽनाता- अन्यूनाधिक (सं० त्रि०) अन्यूनञ्च अधिकञ्च हयोः दात्मस्य अध्यास-आरोपः। वेदादिमतसिद्ध परस्पर समाहारः न्यूनाधिकं, न न्यूनाधिक नञ्-तत्। न्यून अनातादात्मक आरोप। जैसे,—अन्तःकरणमें चेतनका अधिक नहीं, न बहुत कम न बहुत ज्यादा, वेशी कमी आरोप और चेतनमें अन्तःकरणका आरोप । नहीं, ठीक समान। अनमोनापक्षनयन (स० पु० ) किसौ संख्याको एक अन्यूनानतिरिक्त (सं० त्रि०) न अतिरिक्तम् अनति ओरसे दूसरी ओर ले जाना। रिक्त न्यूनञ्च अनतिरिक्तञ्च न्यूनानतिरिक्त ततो नज- अनयोनाभेद (सं० पु०) पारस्परिक शत्रुता। तत् । न्यून और अधिक नहीं, कम वेशी नहीं, अनमोनामिथुन (स० पु० ) पारस्परिक संयोग, पर- समान, बराबर बराबर। स्परका मिलाव। अन्येा (सं० अव्य० ) दूसरे दिवस, और दिन, दूसरे अनमोनाविभाग (सं० पु० ) बपौतीका परस्पर विभाग, बापका धन आपसमें बांट लेना। अन्येद्युक (सं० त्रि०) और दिन होनेवाला, दूसरे अनमोनावृत्ति ( स० पु० ) एक दूसरेपर परस्परका दिन होनेवाला। प्रभाव, एक दूसरेपर परस्परका असर । अन्येाज्वर (सं० पु०) एक दिन वीच देकर आने- अनमोनाव्यतिकर (सं० प्र०) पारस्परिक कार्य, वाला ज्वर, पारीका ज्वर। सम्बन्ध वा शक्ति। अन्येदुष्क (सं० अव्य०) अन्येद्युः अनास्मिनहनि भव कन् अनयोनासापेक्ष (सं० त्रि०) परस्परका सम्बन्ध, एक सत्वं । अनादिवसजात, जो दूसरे दिन उत्पन्न हुआ हो। दूसरेके साथ रिश्तेदारी। अन्येद्युस् (सं० त्रि०) अन्यस्मिनहनि अन्य-एद्युस् । अनमोनमापहरित (सं० त्रि.) परस्परकी लौ छिपाई दूसरे दिन, दूसरे रोज। हुई, चुराई हुई। अन्योक्ति (पु० स्त्री०) अनवापदेश, वह बात जिसका | अनमोनाभाव (सं० पु.) अनयोऽनयस्मिन् अनमोऽ- मतलब दूसरपर घटाया जाय । नयास्याभावः । भेद, सम्वन्धीय भेद, पारस्परिक अनुप अग्योढ़ा (सं० स्त्री०) अन्येन अढ़ा। अन्यको विवा स्थिति। तादात्मा-सम्बन्धावच्छिन्न-प्रतियोगिताके अ- हिता स्त्री, परकीया नायिका-विशेष, दूसरीको विवाही भावको भेद कहते हैं। हुई स्त्री। तादात्मा-यह एक सम्बन्ध-विशेष है। कोई दिन।