पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष भाग 1.djvu/६९६

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अफ़रोका सन् १८३० ई० में फान्सौसियोंने अलजीयर्सपर सन् १८७५ ई०से पहले अफ,रौकामें ब्रटेन, पोतुं- अधिकार जमाया, जिससे बर्बरी राज्यको लूट-मार गाल और फान्सका ही अधिक जोर रहा। सन् बन्द हुयी थी। सन् १८४३ ई० में नेटाल ब्रटिश उप १८१५ और १८५० ई के बीच ब्रटिश गवर्नमेण्टने निवेश बन गया। सन् १८३२ ई० में मस्कटके सैयद पश्चिम और दक्षिण अफ.रोकापर खूब ध्यान लड़ाया सयोदने जल्लौबार नगर बसाया था। सन् १८४८ ई. था। किन्तु पश्चिमतटपर रोग, मृत्यु, बाणिजानाश में कोई अरब जञ्जीबारसे चल बङ्गुयैला जा पहुंचा। और जङ्गली लोगोंकी लड़ाईका सामना पड़ने और सन् १८४८ और १८४८ ई. में ही लडविग कफ, दक्षिण में बुआरों और काफिरोंके बिगड़ खड़े होनेसे और जे. रेबमानको पादरियोंने ढूंढा था। उनका साहस बढ़ने न पाया। सन १८६७-६८ ई० में सन् १८४८ ई० में कोई पादरी, दक्षिणसे उत्तरको अबसोनिया-युद्ध और १८७३ ई० में अशान्ति-युद्ध हुवा, कलहारी रेगस्थान पारकर येङ्गामी हुदपर पहुंचे जिसमें कितने ही अंगरेज मारे गये और कितना हो और सन् १८५१ और १८५६ ई० के बीच पश्चिमसे पूर्व रुपया खर्च पड़ा। सन् १८६१ ई० में भारतके बड़े महादेशको लांघा, जिससे उपर जमबेजीकी सारी लाट लार्ड कनिङ्गने मस्कटवाले इमामके अरबी चाल मालूम पड़ी। सन् १८५५ ई० में विकोरिया और अफ.रीकाके राजाका बंटवरा करा दिया था। प्रपातका पता लगा था। सन् १८५८-६४ ई० में निम्न अंगरेजोंने सन १८५० ई० में गोल्ड-कोष्टवाले जमबैजौ, शारी और नइसा इद खुला। सन् ओलन्दाजोंके किले खरीद लिये थे। सन् १८७५ ई में १८५८ ई. में उत्तरका टङ्गनयिका इद मालूम हुवा पोर्तुगालने डेलोगोवा उपसागरका पूरा अधिकार था। सन् १८६२ ई० में विकोरिया नियञ्जासे मिश्र पाया। सिवा अलजीरियाके सिनिगलमें भी फान्सो- की ओर बहनेवाली नदौ, सन् १८६४ ई० में पश्चिमीय सियोंकी बसती रही, जहां सन १८५४ ई० में उन्होंने अलबर्ट नियन्ना और सन १८६६ ई० में मेरू और अपना नया प्रधान शासनकर्ता बैठा राजावृद्धिको बङ्गुवेलू इद देख पड़े। आकाङ्क्षा प्रकट की थी। फान्सके अधीन उपर सन् १८६० और १८७५ ई के बीच तीन युरो गिनीतटके कुछ नगर, गबुनका मुहाना और ओबक पौय पर्याटकोंने दक्षिण-मोरोक्को, सहार और सोदान आदि सब स्थान रहे। में खूब इधर-उधर धावो लगाया। सन् १८६५ ई के उत्तर अफरीकामें तुर्कों ने सन् १८३५ ई०के समय मध्य अफरौकाको बौनी जातिका पता लगा था। सन् त्रिपोलीपर अधिकार जमाया और मोरोक्को स्वतन्त्र १८५५ और १८५८ ई० के बीच अफरीकाका गोरिल्ला रहनेसे बिगड़ गया था। सन् १८६८ ई. में बानर (Gorilla) देख पड़ा। सूएजकेनल खुला, जिससे अफ.रौकाका भविष्यत् सन् १८६८ ई के समय दक्षिण-अफरीकामें वाल चमकन लगा। नदोको उपत्यकापर मूल्यवान् होरको खानि निकली, सन् १८७५ ई० में अफ.रोकाका जो रकबा जिससे उस ओर कितने ही लोग टूट पड़े और अंग निकला है, वह ठीक नहीं ठहरता। पोर्तुगोज़ रेजोंने डचोंसे लड़-भिड़ उत्तरको अपना अधिकार कहते थे,-अफ.रोकामें हमारा साम्राजा ७००००० बढ़ाया था। सन् १८७१ ई० में मशोना देशका वर्ग मील भूमिपर फैला है। किन्तु उस समय पोतु - ज़िम्बावे किला ढूंढा गया। गालका ४०००० वर्ग मोलसे अधिक राजा न रहा। अन्तको कोङ्गो मालूम होनेपर धड़ाधड़ युरोपीय ग्रेट बटनके २५००००, फान्सके १७०००० और स्पेनने अफरीकामें बसने लगे और जर्मनी, फ्रान्स, ग्रेट-बृटेन | अधीन १००० वर्ग मोल भूमि थी। ओलन्दाज प्रजा- और दूसरी शक्तियोंके राजाको सीमा बंधी। रेलवे तन्त्रके दान्सवाल और अरेञ्ज स्वतन्त्र राजाका रकबा भीतरी भागोंमें भी घुस गयी थी। १५०००० वर्ग मील रहा। अतएव समस्त युरोपीय 173