पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष भाग 1.djvu/७००

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अफ़रोका ६६३ जम्ब जो प्रान्तमें अधिकार जमाने को पोतुंगाल कोई भाग छीन नवीन प्रजातन्त्र प्रतिष्ठित किया था। बड़ा अभियान भेज रहा था। इसपर शीघ्र ही एक सन् १८८६ ई० में ब्रटिश-गवर्नमेण्टने उनसे जू लूदेशके सम्भान्त अंगरेज वृटिश दूत बन मोजबिक पहुंचे, बीच सौमा बांधनेको एक सन्धि को। किन्तु सन् जिनसे नियसा दतक जाने और अरबों और १८८८ ई में नया प्रजातन्त्र दक्षिण-अफरीका-प्रजातन्त्र पोर्तुगीजोंका हाल लिखनेको कह दिया गया था। बन गया। सन् १८८० ई०के जुलाई-अगस्त मास उन्होंने वहां पहुंच पोर्तुगीज- अभियानको लड़ते ब्रटिश-गवर्नमेण्ट और दक्षिण-अफरीका प्रजातन्त्रके भिड़ते पाया। अन्तमें सन् १८८० ई.की २०वीं बीच जो सन्धि हुयी, उसके अनुसार स्वाजी देश अगस्तको ग्रेट-ब्रटेन और पोर्तुगालके बीच जो स्वतन्त्र बना। यही सन्धि सन् १८८३ ई०को प्वों सन्धि हुयी, उससे जम्बे जीके उत्तर बहुत सी भूमि नबम्बरको फिर दोहरायो गयो। किन्तु सन् १८८४ अंगरेजों और दक्षिणतट पर कितना ही स्थान ई०को १८वौं दिसम्बरको बृटिश-गवर्नमेण्टने दक्षिण- पोर्तुगीजोंको मिला। यही सन्धि सन् १८८१ ई०को अफ.रोका-प्रजातन्त्रको खाजी देशपर रक्षा रखने, ११वीं जूनको फिर सुधारौ गयो। इस सन्धिक कानून बनाने, सजा देने और प्रबन्ध करने का अधि- अनुसार सागरतटके स्थानों पर पोर्तुगाल और मता. कार दिया। हां, स्वाजी देश प्रजातन्त्रसे सिर्फ अलग बोले एवं मशोना देशपर ग्रेट ब्रटेनका अधिकार रखनेको कहा गया था। सन् १८८५ ई०को २३वीं रहा। सन् १९०३ ई०में बरोस राज्यको सीमा अप्रेलको टोगो देश अंगरेजी राज्यसे और सन् १८८७ बांधनेको इटलोके नृपतिपर बोझ डाला गया था। ई०के दिसम्बर मास ज लूदेश और टङ्गा देश नेटालके सन् १८०५ ई०के जून मास उन्होंने यह झगड़ा उपनिवेशसे मिलाया गया। सन् १८८८-१९०२ निबटा दिया। ईमें बोअर-युद्ध हुवा । सन् १८९८ ई०के अतोबर सन् १८८१ ई०के जन मास पोर्तुगालसे सन्धि मास दक्षिण-अफरीका-प्रजातन्त्र और अरज-वतन्त्र- होनेके पहले हटिश गवर्नमेण्टने जम्बे जीके उत्तर राज्यने अंगरेजोंको एक चिट्ठी दे नेटाल और केप सुविशाल प्रान्तका प्रबन्ध करनेको कुछ बन्दोबस्त कोलोनीपर आक्रमण किया। युद्धका प्रतिफल यह कर लिया था। सन् १८८१ ई०को रौ अप्रेलको निकला, कि सन् १८०० ई०को २८वी मईको अरञ्ज- वृटिश-दक्षिण-अफरीका-कम्पनौने जम्ब जो प्रान्तपर खतन्त्र राजा अरेञ्ज-नदी उपनिवेश और २५ वीं काम करनेका अधिकार पाया। (इस देशको अब अक्तोबरको दक्षिण-अफरीका-प्रजातन्त्र ट्रान्सवाल- उत्तर रोडेशिया कहते हैं) १४वीं मईको नियासा उपनिवेश बना। सन् १८०७ ई०में ट्रान्सवाल और देश, शौर उच्चभूमि और नियासा इदके पश्चिम अरेञ्ज-नदी-उपनिवेश दोनोको दायी शासन दिया तटको भूमि अंगरेजी रक्षाके अधीन हुयो। बर्लिन-कनफरेन्स मिलमे दिन जर्मन-गवर्नमेण्टने पूर्व-सागरतटपर दो बड़े प्रतिद्वन्दी जर्मनी और अरेञ्ज-नदौसे केप-फिवोतक दक्षिण-पश्चिम तटको ग्रेट-बुटेन रहे। सन् १८८६ ई० को ३० वौं दिसम्बर- रेखा अपनी रक्षाके अधीन बतायी थी। सन् को जर्मनी और सन् १८८१ ई० को ११ वीं जूनको १८८५ ई०को १३वों अप्रेलको जर्मन दक्षिण-पश्चिम ग्रेट टेनने अन्तमें रोबूमा नदीको पोर्तुगीज राज्यको अफरीका कम्पनी बनौ, जिसे शासन चलाने, खानि उत्तर सीमा माना था। सन् १८६२ ई० में ग्रेट खोदने और रेल-तार बनानेका अधिकार मिला। ब्रटेन और फ्रान्स जञ्जीबारके सुलतानोंको स्वतन्त्र सन् १८८० ई०के जुलाई मास जर्मन-दक्षिण-पश्चिम ठहराया, जिनके साथ पोर्तुगीजोंका खासा झगड़ा अफरीकाको सीमा बांधी गयो। रहा। सन् १८८४ ई. के नबम्बर मास कुछ जर्मन सन् १८८४-८५ ई० में बोअरोंने ज लूदेशका कुछ जौबारके सामने जा उतरे और १८ वी नबम्बरको 174 गया।