पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष भाग 1.djvu/७०१

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पाया। बांधी। अफ रोका बुजीनी नृपतिसे पहली सन्धि गांठी। वामी नदीको ने भी उसे मान लिया। सन् १८८१ ई. के मई मास राह उन्होंने उसगारे देश पहुंच अधिक सन्धियां की जर्मन-सम्राटको रक्षाके अधीन जर्मन-पूर्व-अफ.रौका- और जब कल-पोटर्स दिसम्बर महीने समुद्रतटपर कम्पनी खड़ी हुयी, और सन् १८८७ ई०को २४वौं लौटे. तब अपने साथ ६०००० वर्ग मील भूमि जर्मन मईको ब्रटिश-ईष्ट-अफ़रीका-कम्पनौने अम्बा नदीसे उपनिवेशके लिये पानेका कागज. लाये। सन् १८८५ दक्षिण किपिनीतक दश मोल लम्बा सागर-उपकूल ईको १७वीं फरवरीको-जर्मन सम्राट्ने घोषणा सन् १८८८ ई० को ३ री सितम्बरको को,-"हम इस नये प्रान्तको रक्षाका भार अपने हाथ अधिकारपत्र ले ब्रटिश-ईष्ट-अफरोका-कम्पनी, इम्पो- लेते हैं।" किन्तु इससे अंगरेज, असन्तुष्ट न हुये। रियल-वटिश ईष्ट-अफ़रोका-कम्पनी बन गयो। सन् १८८५ ई० को २५ वी मईको अंगरेजोंकी ओरसे सन् १८८० ई. के आदिमें जर्मन-कल-पोटर्स प्रिन्स बिस्मार्कको लिखा गया,-"ब्रटिश गवर्नमेण्ट कविरोंदे पहुंचे और वहां उगन्दे के नृपतिने अंगरेजी जञ्जीबारके पास जर्मन उपनिवेश बसते देख बहुत रक्षा स्वीकार करनेको जो चिट्ठी लिखी थी, वह उनके खुश हुई है। जर्मनों और अंगरेजोंके एकमें मिल हाथ लगी। वह उगन्देके पति वङ्गे के पास गये काम करनेसे देशका बड़ा कल्याण होगा।" और उन्हें फुसला जर्मन रक्षा स्वीकार करनेको १८८६ सन् १८८४ ई०को कलिमनजेरो जिलेमें टवेटेके ई० को सन्धिके अनुसार जर्मन-पूर्व-अफरौकाको सीमा नृपतिसे व्यापारादि करनेको अंगरेजोंने सन्धि की थी। सन् १८८५ ई० को ५वीं मईको जर्मनोंने वोट के ईम्पोरियल-चटिश-ईष्ट-अफरीका कम्पनीने प्रबन्धका सुलतानसे सागरतटपर कितनी ही भूमि खरीदी और भार अधिक बढ़ने और धन-साहाय्य न मिलनेसे कुछ दिन बाद सागरतटको कितनी ही भूमि फिर सन् १८८२ ई. के अन्तमें वापस जानेको सूचना मोल ले वहां अपना अधिकार जमा दिया। कलिमन निकाली थी। लोगोंने चन्दा बटोर सन् १८८३ ई० के जेरो प्रान्तके नृपतिसे भौ भौतरी प्रान्तके लिये जर्मनोंने मार्च मासतक उसे न हटनेपर वाध्य किया। सन् सन्धि कर ली थी। प्रथम अगस्तमें कोई शक्तिशाली १८८१ ई०के जनवरी महीने पूर्वमें अंगरेजो रक्षा जर्मन जहाजो बेड़ा जञ्जीबारके पास पहुंचा, जिसका स्थापित करनेको विचार हुवा था। ३१वों मार्चको बल देख सुलतानने असगरे और वितूपर जर्मन रक्षा उगन्दे पर अंगरेजो झण्डा उड़ा, और २९ वीं मईको स्वीकार की और अपने सिपाहियोंको पीछे हटा लिया। वङ्गा नृपतिसे नयी सन्धि कर उनका देश अंगरेजी सन् १८८५ ई० के अन्तमें अफरीकाके पूर्व-सागर रक्षाके अधीन किया गया। सन् १८८४ ई० को तटपर जौबार सुलतान्के राज्यको सीमा बांधनेको १८वों ज नको अन्तमें मुख्य उगन्दे पर अंगरेजी रक्षा अंगरेजों, फान्सोसियों और जर्मनोंको कमिशन बैठी। प्रतिष्ठित हुयो। सन् १८८५ ई० के जन मास बटिश -सन् १८८६ ई० को ८वीं जूनको कमिशनरोंने अपनी पूर्व-अफरीकाका प्रबन्ध इम्पीरियल-ईष्ट-अफ्रीका- रिपोर्ट निकाली और सुलतान के राज्य में जजौबार, कम्पनीके हाथसे निकल शाही हाकिमोंके गले लगा। पेम्बा, लामू, मफिया और कुछ छोटे होप रहनेको सन् १८०२ ई. में उगन्दे का पूर्व प्रान्त बटिश-पूर्व- बताये। महादेशमें मिनेनगनी नदौके दक्षिण अफरीकामें मिलाया गया था। किनारसे किपिनौतक कोई ६०० मोल लम्बी भूमि असबको खाड़ीसे इटलीने अफरौकाके सागरतट- मुलतानने पायो। दूसरी भी कुछ जगह उनको दी पर पदार्पण किया था। सन् १८८५ ई०को मित्रमें गयी थी। सन् १८८६ ई. के अक्तोबर-नबम्बर मास गड़बड़ मचने से ग्रेट बृटेनके कहने पर इटलीने मसावे अंगरेजों और जर्मनों दोनोने लिखा-पढ़ी कर कमि और सागरतटके दूसरे बन्दरगाहोंपर अपना अधिकार शनको बात पक्की बतायो, ४थौ दिसम्बरको सुलतान् जमाया। सन १८८८ ई०के समय इटलीका प्रभाव