पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष भाग 1.djvu/७११

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अबरस -अबादानी अबरस (फा० घु.) १ खेत-हरित् वर्ण, सफेदी । अबला (सं० स्त्री०) १ स्त्री, औरत । २ बौद्धोंको आमेज. हरा रङ्ग। २ खेत-हरित् अश्व, जिस घोड़ेका दश भूमिमें एक। रङ्ग सफेदी आमज, हरा रहे। (वि.) ३ खेत अबलाबल (सं० पु०) शङ्कर, शिव । हरित्, सफेदी पामेज, हरा। अबलास (सं० वि०) क्षयरोगरहित, गैर-मदकूक, अबरा (फा० पु०) दोहरे वस्त्रका ऊपरी अंश, जो जिसके क्षयरोग या तपेदिक न रहे। टुकड़ा दोहरे कपड़ेके ऊपर लगता हो, उपल्ला। अबलिमन् (सं० पु०) बलस्य भावः; इमनिच दोहरे कपड़ेके नीचे अस्तर या भितल्ला और ऊपर वलिमन्, ततो विरोधे नञ्-तत् । पौड़ादिसे शरीरको अबरा या उपल्ला रहता है। दुर्बलता, बीमारी वगैरहसे जिस्मको कमजोरी। अबरी (फा० स्त्री०) १ बादल-जैसा कागज., जो अबलीयस् (स० वि० ) अधिक निर्बल, ज्यादा कम- कागज, कई रङ्गका हो और जिसपर बादल जैसी जोर। (स्त्री०) अबलीयसी। धारियां पड़ी रहें। यह किताबपर जिल्द चढ़ानेके | अबल्य (स'• क्लो०) दुर्बलता, पौड़ा, कमजोरी, काम आता है। २ पीत प्रस्तर, पौला पत्थर। यह बौमारौ। जैसलमेर में होता और पच्चीकारीमें लगता है। अबवाब (अ. पु.) अतिरिक्त कर, ऊपरी लगान । ३ लाहकी रंगायी। इसमें रङ्ग-रङ्गको छींट सरकार या जमीन्दार जो महसूल-मालगुजारी, रहती हैं। लगान या किसी दूसरी चीज़पर बांधता, वह अबवाबः अबल (सं० क्लो०) न बलम्, अभावे नज-तत् । कहलाता है। १ बलका प्रभाव, उत्कर्षका न रहना, कमजोरी अबहु (सं० वि०) अनेक भिन्न, अल्पसंख्यक, थोड़े, नाताकती। (त्रि.) नास्ति बलं यस्य नज-बहुव्री । जो बहुत न हों। २ दुर्बल, कमजोर, नाताकत, जिसके बल न रहे। अबतक्षर (सं० त्रि०) न-बहु-अक्षर। दोसे अधिक (पु.) नास्ति बलं यस्मात्, नज-५-बहुव्री० । ३ वरुण वर्ण न रखनेवाला, जिसमें दोसे ज्यादा हफ. न रहें। वृक्ष। ४ मगधके नृपति विशेष। अबा (अ.पु.) चोगा, लबादा। इसे लोग अङ्गे भबलक, अवलख देखो। पर पहनते हैं; यह लम्बा-चौड़ा और सामने खुला अबलख (हिं. वि.) १ दिवर्णविशिष्ट, दुरंगा, रहेगा। इसमें छः कली और सामने दो घुण्डौ लगाते जिसका रङ्ग सफ.द-काला या सफेद लाल रहे, हैं। इसे मुसलमानोंने हिन्दुस्थानमें चलाया था। कबरा (पु.) २ सफद-काले रङ्गका घोड़ा अंगरेजी भारतमें इसका पहनावा ज्यादा नहीं पाते, या बैल। किन्तु मध्यभारत और राजपूतानेके रजवाडोंमें जाड़ेके अबलखा (हिं० पु०) पक्षी विशेष, कोई चिड़िया। दिनों लोग इसे बड़े चावसे पहनते हैं। इसका रेट सफद और सारा शरीर काला रहता है। अबाती (हिं० वि०) वायुरहित, जिसे हवा न पैरों में कुछ सफदी रहे और चोच्च नारङ्गी होगी। हिलाये यह युक्तप्रान्त, विहार और बङ्गालमें पत्तों या परोंका अबाद (हिं० वि०) १ निर्विवाद, वादरहित, बेबहस- घोंसला बना बसता और एक बारमें कोई चार-पांच जिसमें कोई बातचीत न रहे। २ श्राबाद, बसा अण्ड देता है। हुवा। अबलग (हिं०-क्रि० वि०) इस समय पर्यन्त, इस अबादान (हिं० वि०) आबाद, बसा हुवा, जिसमें वक्ता, तक। लोग रहें अबलधन्वन् (सं० वि०) निर्बल धनुःसम्पन्न, कम अबादानी (हिं. स्त्री०) १ आबादानी, बस्ती, जोर कमान् लिये हुवा। लोगोंके रहनेको हालत। भलाई, खैर, शुभचिन्त-