पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष भाग 4.djvu/४०

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कमरिया -कमल बढ़ा सकते हैं। उक्त स्फटिक ( Lens )के सम्मुख | शाहने -'एतमाद-उद-दौला नवाव कमरुद्दीन खान् एक निराधार काच (Ground glass ) पड़ता है। बहादुर नसरतजन' उपाधि दे इन्हें स्वयं वनौर उसीपर प्रथम केन्द्र ( Focus ) किया जाता है। पीछे बनाया। अहमदशाह अबदालीके प्रथम प्राक्रमण निराधार काच हटा सूखलन (Slide) लगाते हैं। करते ही यह शाहजाद अहमदके साथ लड़नेको उसीके अन्तर्गत पट्ट होता है। सूखलनका प्राच्छादन भेजे गये थे। किन्तु १७४८ ई०को ११ वी मार्चको उठानेसे पट खुलता और स्फटिक निकलने से प्रतिविम्ब सरहिन्दके युद्धपर अपने डैरेमें नमाज़ पढ़ते समय पड़ता है। यह दो प्रकारका होता है-लुसिडा तोपका गोला लगनेसे इनका देहान्त हुवा। (Lucida) पर्थात् सुप्रभ और अवस्क रा (Obscura) | कमरुद्दीन मीर-एक सुप्रसिद्ध मुसलमान कवि। इनका. अर्थात् निप्य भ। सुप्रभ यन्न असाधारण प्राकारके उपनाम मिन्नत रहा। यह दिल्लीके अधिवासी थे। ककचायत वा दर्पण विन्यास द्वारा प्रतिविम्वपर चित्र वारन हेष्टिङ्गसने सुरशिदावादके नवाबको सिफारिश प्रदान करता है। उता चित्रको यथासुख देखनेके पर 'मलिक-उश-शवारा' अर्थात् कविरानका उपाधि लिये पत्र वा स्थन्न पटपर उतार सकते हैं। निष्पभ | इन्हें प्रदान किया। यह दक्षिण हैदरावाद निजामसे उपकरण हिगुण कूर्मपृष्ठाकार स्फटिक द्वारा प्राप्त मिलने गये थे। वहां इन्होंने उनकी प्रशंसामें एक वाह्य द्रव्यको प्रतिमा काच वा सम्पुटके केन्द्रमें रखे । 'कसौदा' लिखा, जिसके लिये ५०००) २० नकद शुक्ल पृष्ठपर उतारता है। (हिं० ) २ कम्बल । । पुरष्कार मिला। यह १७५३ ई०को कलकत्तेमें उर्दू ३ कोटविशेप, एक कोड़ा। चौर फारसौके डेढ़ लाख शेर छोड़ भरे थे। इनका कमरिया (हिं० स्त्री०) १ छोटा कम्बल । “सूर ग्यामक बनाया 'चमनिस्तान' और 'थकरिस्तान ग्रन्थ छप कारी कमरिया घटे न दूशी रहा।" (सूर) २ कटि, कमर। गया है। (पु.) इस्तिविशेष, एका हाथी। इसका देह क्षुद्र, कमन्न (सं० पु०-क्लो०) कम-णिङ भावे तपादित्वात् शुण्ड दीर्घ और पद स्थन्न रहता है। कमरिया कन्नच, कं जलं अलति अलङ्करोति, कम्-अल-अच् अति प्रवल हस्ती है। वा। १ पन, कंवल । उत्पल और पन देखो। यह खेत, कमरी (फा० वि०) १ दुर्वलकटि, कमजोर कमर नील और रक्त-विविध होता है। कमल थोतल, वाला। यह शब्द प्रायः अश्वके विशेषणमें प्राता है। वर्णकर एवं मधुर, पौर पित्त, कफ, तृष्णा, दाह, - (स्त्री०) २ क्षुट्रकचुक, मिरजयो। ३ कमली, छोटा रक्त, विस्फोटक, विष तथा विसहर है। खेत शीतल एवं मधुर और कफ तथा पित्तघ्न होता है। कम्बल। ४ काष्ठखण्डविशेष, एक लकड़ी। सार्ध किष्कुपरिमित दीर्घ रहती पौर चक्राके शीर्षपर किन्तु रक्षा एवं नीलमें श्वेत कमलसे अल्प गुण नगती है। (पु.) ५ भग्ननौका, उखड़ा जहाज । रहता है। (मावप्रकाश) ६ अवरोगविशेष, घोड़ेकी एक बीमारी। इसके .२ जल, पानी। ३ ताम, तांबा। ४ लोम, नहरा, सलखा। ५ औषध, दवा। ६ सारसपची। कारण अश्व प्रपने पृष्ठपर भार वा आरोहीको पधिक ७ मृगविशेष, एक हिरन। ८ पाटलवर्ण, एक रंग।. क्षण रख नहीं सकता। कमरेंगा (हि.पु.) मिष्टानविशेष, एक मिठायी। आकाश, आसमान्। १० घातकपक्षी, यह बङ्गालमें बहुत बनता है चिड़िया। ११ ध्रुवक, एक ताल.। "ती मलयालेन लघुमध्ये स्फुरद गुरुः। कमरुद्दीन खान-एतमादु-उद-दौला मुहम्मद आमिन सनदयापर्यंत कमलोऽयं भयानकै।" (सगौतदामोदर) खान वजीरके लड़के। इनका प्रधान नाम मोर मुहम्मद १२ पद्मकाष्ठ। १३ कुजुम, रोरी। १४ मूत्राशय, फाजिल था। १७२४ ई०को निजाम-उल-मुल्क मसाना। १५ प्रधा। १५ कमताका बसाया एक असफ जाहके पदत्याग करने पर बादशाह मुहम्मद १ यह एक 1