माइ-मा तकन
हासे गृनियम अपर व्यक्तिको नि मदेह हा पर्श, देशा ७५ ३ पू० वीर पिपलीमे रदौर जानेफे रास्ते में
पर माता।
अपम्पित है | नासा ३५१८ है। यहा पहले मामन्त
नम यायिमर शिप्रारित विधया' राज्यको पा राजधानी था। १८४६६०म सिख युद्धक
विवाह मिपित है। सामाजिक रिसा भी विषयी ममय यहाके सरदार राजा भजितमिह महरमोंक विस्त
मीमासा पचायत द्वारा हा होता है। इनकी ता! पढे हो गये थे। इस कारण सम्पत्ति रस्त कर लोगह
प्रचारमा पनि समाजज्युन होता है। है। भान मी दुर्ग मीर राजप्रासाद तथा मन्यान्य प्रधा।
पेग घागि होना में मोनो वा प्रधान अट्टालिका विद्यमा । म्युनिमालिटीये अघो।
घद्धादायकगाय मिरेकी मयदत्तो नगरीक्षा मार रहनम नगरका पूर्वसमृद्धिशाक्सिी तरह हासन हो।
| पाया है। नगर पर यनांय युलर मिडिल स्कूल और एक
देवाता तथा नपरगुण्डफे मुसर मार माधु घल ।
मालिपामस्वरा देखने वाले है। ब्राह्मणों प्रति । चिकित्सालय हा
माइनका मवि अमला है। पियाहादि क्रिया में रादाया ( म० वि० ) निसा कोई दावा न रह गया हो,
प्रातण रोगमा पाजस्ता करते है। इनके कोई धर्म जो अधिकारसे रहित हो गया हो।
गुष नहीं हो।
सादिया (दि. पु०) यह नो पिसा चीज पर दोस साद
लाह, (हि.पु. ११. मोदक । २ दक्षिणा पागो।। कर पा स्थानम दूसरे स्थान पर रे जाता हो।
लादिया (दि. पु०) यह गल जो दूकानदारम मिररावी (हि.प्रा.) १कपडोकी यह गठरा जो धोवो
रहता है और प्राहीको धोखादे कर उसका माल । गदहे पर लादना है। २ वह गठरी जो किसी पशु पर
विषयाता।
। गदी जाती है।
नालियापन (दि० पु०) लादियाा काम ! २ धूर्तता, साग ( पु.) प्रशासनगर। यह कुमाय
और देहरादून अधिातासे होता है। इससे पर्क
जान्छणा(सं०द्र) कुजरा रखा।
निघाला नाता और पा मारती गरापार जाती है।
लात (दि. खा० .१८, पाय। पैरस किया हुमा लान (म. पु०) हरी घासका बडा मेदान जिम पर गेंद
माघात या यार, पादप्रहार ।
| आदि पेरन है।
गद (दि. खा. मिमी यस्नुको यर या गाढा पर शानटेनिम (१० पु.) गेदश एक पे जो छोटे-से
एस कर पर धानसे दूमरे गाना मासा काय मेवानमं पेला जाता है।
लादने निया।२ मिहोशयदा नो पाना निशाने लात (Tre प्रो.) धिर, फिरकार।
कोपा मरे भोर एगा रहता है। पेट, उदरामती 7. पु०) यह शो मा लान मानत
Batt, मतदार
मुनाका अपस्त हो, मया फ्टिार सुननेयाग।
मादना (दि.मि.) पश्मिी पोत पर बहुत मोवानुए ना(दि.मि.) घाज उठाकर या अपने साथ
रसना, एक पर पाधीने एपना। २ गादा या पशुशी। ले र माना, दो चोर उम जगा पर जाना जहां
मारमय सोने या रेसाने के लिपे यम्मुमती उमेरप परनेलदो अपया मल मानवाला रहता
मरना ना लटने समय पिरासीको भरना पोठ या दो।२ प्रस्थपपरना, सामन रखना। ३उत्पथ करना,
कार पर दाना। ४निमी ऊपर रिमोपातका बारना । ४ माग स्पामा गना।
मार रखना।
शान (म.पु ) सम्म मतुमार प्रसारासस
गया-पवार प्रदेश माग मिरेको विtaran(R० पु. ) अमियोंरे ए प्रारणे दयताका
सोल मम्मत पा मगरपद मा० २१ ५९३० सा गण।
पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष विंशति भाग.djvu/२४२
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