पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष विंशति भाग.djvu/३५४

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संपा जो कुछ लिगा है, ठमके पढनेस इस जातिका प्राचार | कारणसे पेलाग प्राधित हो जाते हैं सट्टा कितु पीछे नानि अच्छा तरद मालूम हो सकता है। लपडागण | उनक अन्यायपूर्ण प्रोधका कारण ममझा दने परचे परि मयारति माधारण दैर्य ४ पुरसच, कदाउ ५फुट ताप करते हैं। इन लोगोंक पाम भोमारी ( पर प्रसार ६च रमे दिनार पडते हैं। पुरुषों की तरह रमणि या को छुरो) रहता तो ६ जितु मोधय उदे गमें भी भी बयाकार हैं। पठागण दृढकाय, यरिष्ठ पर कभी किसी पर नही चलाते। माहार, बिहार तथा निम्तृत पतवारे होते हैं। उनके शरीरमें मासका अधि । चाफ्यालाए यादि विषयों में ममानको पडो दृष्टि रहती पता होने के कारण उनका गठन सुरलित तथा पमतीय है । ये लोग पातनात फरमूल तथा शाक शानो आदि मार म पहना है। गरोरसारग दुग्धके जैसा उपल खाना हा सूब पसन्द करत दें, तथापिपिसोका अन्याय हाता है। शोतप्रधान मे रहनक कारण उना मारा पूर्ण ध्यपहार सदना नहीं चादने । दानिलिङ्गमा अनरेजो शरीर गुलावक र गय समान रक्ताम होता है। मुनाति अदालतमें ना कर पे लोग मायके लिये प्रार्थना मोनालियों समान चिो तथा गोर होती है। यदि करते हैं। नांक चिपटा न होता, तो वे सदमुन्दर कह जाते। ___उपरोत धेणा विभागके पापा इनमें पागत पर लेपछा ग्लो तथा पुरषोंक मन्दर सौन्दर्य प्रमा इस और दिमाग हैं। जो थर नामसे विप्यात | इनर्म तरह परयतो होता है कि मासानो उनमें पायापर | परपु गपूरी तथा मदिनपूरो-चशीपगण सर्यापेक्षा मिश ही पिया ना सपना । यहाफे युवकोंने देग्रनेस सम्मानित पर सिय, विगिरमुग रगोमु सानु मुङ्ग, नियोंका भ्रम होता है, पारण लेपछा युगाण खियोंका | सुपुरमुर नामनिम्ममुह मोम तथा स गमि नाम: सागार करते हैं तथा ये वियोग समापदी मनाय दूसरे आठौं र हीनमर्यादाके गिने जाते हैं । उपरोक है। प्रायम्फ युगक तथा स्त्रियोंग मो कुछ म तर घरफुगपूपो तथा अदिनपूपोगण निगाव आठा 'पर' में नहीं मातम पटता। अगर मतर है मा तो दहुत योहा, वीच आदान प्रदान नहीं करते । 4 निम्नोर पाठों पर या पार किया पर माग पारते और स्त्रिया दो या आपसम हो नहीं बलिक लिमू जातिम मा सपना समान तीन माग पारता है। का विवाह पर रते है। इन लोगोंग एक घरमें मी ये म्यमायत गदे होते हैं। प्राप्म तथा शतकालमें | विवाद हुमा परता है। कमोपमा ममेरा चोरा प्रभृति षमाम्नान करते। ममे इनव शरीरमें पहुत पुरमे भो तीन चार पोढोका बादद कर विवाद सम्पध गदगी प्रम नाती है। उस समय पाम माने पर स्थिर रहते हैं। बत हा दुगघि पार पाती है। याकालमें जिम ममय विवादफे ममय लामागण पौरोरित्य करते हैं।दा आरोगा पटना गहमा है, उस समय कायके उपरक्ष समय मिताका खिया या वर विवाह गारे आयोजन तथा में जब ये घर बाहर नितेता इन शरीर धुल मियादि सम्पन्न पर दती है। पालिकामोर विवाद जान ६ । इस समय इनर रार दुगम्बहीन हो जाने | प्रधानर १६मे १८ वर्ष मदर पय युरोका विवाद ६५य कमनाय याग्निगुन रूपममा फुट परतायम | मयं उपार्जन करनेकी योग्यता प्राय दोन पर दो पिया भीरता सामादि तारण न जाता है। ग्यापण ( मूल्य) इनका शान्ति रहने सौन्दर और मी बढ़ जाता है। पाययममें दा पियाद होतात यदि पदी तो पाश्ययती धामपासा मोरिया, लिग मम्मि सथा रियाद करनेाला यति मयसमद पर पूर्ण ययगर्म गुरग प्राप्त शातियों मपेशा रसागा अपिता दिया र पात है। ग्यापणम ४०से लेकर १०० पप हो। पिनगादि सद्गुनौर मरा होगद्वारे मारगा। पियाइपे पदले मी म्या मान मनात निएको सामानाम पार करते हैं। ये ग मातिापी पतिफ मा माधार यिद्वार पर माती है। हम योर माप कमो पिपाद नहीं करते। पाम्मा पिसा | मागामें सक्ष्यामादिदोर ने पर। रोग युज