पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष विंशति भाग.djvu/३९५

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४०० वर्तमान समयमें भी कई देशोंम लोहनी पान नजर धातुनौदा संवा नही रखना, केवल कितने पार्थिव आती है, किन्तु इन खान के लोहस प्राचीन कालीन सानो पदाधीश समावेशमान देना जाता है। योनिकायम के लौह कही अधिकतर शक्तिप्रद होते थे । आयुर्वेदप्रय- यह लौह अधिक पाया जाता है। शुद्धलौह अपेक्षाकृत संक ऋपियोंने दाबी, पाण्डि, कान्त, कालिंग तथा दुर्लभ पदार्थ । लौहझा खमाविक यौगिक असंख्य चनक नामक लोहमें पांच प्रकारके भेद निर्देश दिये हैं। प्रकार है | मका मार कानेट, फस्फाइड उक्त पांच प्रकारके लौह ही सर्वश्रेष्ठ तथा विशेष फल प्रभृत्ति रासायनिक परीक्षा श विश्लेषण द्वारा मान्टम दायक होते हैं। उनसे अयु, यल, वीर्यवर्द्धक तथा रोग हो जाता है। नाशक और श्रेष्ठतम रसायन तैयार होते हैं। कृष्णवर्ण फिनने ही अपरिप्शन यौगिक लीहको परीक्षा द्वारा लोहका गुण-शोध, शूल, अर्श, कुष्ट, पाण्ड, प्रमेह, मेट निशुद्ध करके देखा गया है, कि इन सभी खनिज पदार्थो में तधागयुनाशक, वयार्थ तथा चक्षम्नेजकारी, नारक लोहा परिमाण मरेकी यपेक्षा नही अधिक है। सा. और गुरु । शोधित लोहका गुण-सर्वरोगनाशक, मरण साधारपाक जानकारी के लिये कुछ विशुद्ध या परो रोक । पशुद्ध लोहा गुण-जारणयोग्य और आयु क्षित लोहे की नालिशा नीचे लिखी जाती है- नाशक । लोहके जारण मारणादिके संक्षिम परिचयका चुम्बक प्ररतर नामक द्रव्य लोहे शादी अफमाइड है। वर्णन यथास्थानम किया गया है। इसको Fertoco ferric अधया Magnetic Ordc रसायन तथा लोह देगे। कहते हैं । इमका दमग नाम Magnetic or magnetic मारत विभिन्न म्यानमें एवं भिन्न भिन्न राज्यमें iron है। इसमें प्राय: ७२४ मश विशुद्ध लोहा रहता है। यह धातु पृथक् पृथक नामसे परिचित है । हिन्दी-लोहाः वैमानिक भाषामें इस यौगिकको Protoscquioside दंगला-लोहा ; मराटो-रोखण्ड; गुजराती-लेवू पाहते हैं। विशुद्ध लीद्दकी प्राप्तिकी याशाले भारतके तामिल-इरुम्बू ; तेलगू-इनुमु ; कनाड़ी-कविना ; कई स्थानोंमे लोग कृष्णवर्ण यालू ( Blacie sand) को मलयालम्-रुम्बा • ब्रह्म-दान, थान : अरवो-दिद, अग्निमें गलात हैं। उसमें Magnetic तथा titans पारस्य-वाहन ; शिंगापुर-यकद , अंगरेजी-fron , Herous लौह-मिश्रित रहते है। ममिट्टी-वैज्ञानिक लाटिन--Ferium : फरासी--Fer ; जर्मनी- भाषामें Red haematite तथा अङ्करेजीमे Red ochre Eisen , पुर्तगाल तथा इटली-Terro , स्पेन-Jlic. (Fe 203) कहलाता है। यह Sesquioxide है। इसमें ७० rro, दिनेमार तथा स्वैडिस-Jern, ओलन्दाज-Jizer,/ भाग लोहा पाया जाता है। एलामिट्टी अथवा Yellow- Yzer, गथ-As, प्रोक-~%rderos, तर ochre (2 Fe 203,3 8 20) रासायनिकोंमें Broun पोलएड-Zclaz0%; रूस-Scheleso पस्तु-अय hoematite or Linuoniteके नामसे प्रसिद्ध है। इसमें रूपणा , मलय-वसि, बेसि । रासायनिकोंके मतसे यह साधारणतः ५६ लोह विद्यमान है। धातु मङ्गलग्रहके समान प्रभावसम्पान है। कार्मनेट आव सायरन Spathic iron-orc अथवा ___ भारतके भूपक्षरको आलोचना करनेसे ऐसा देखा Sideritc कहलाता है। उसमें ४८३भाग लोहा रहता जाता है, कि इसके विभिन्न स्तरों में विभिन्न पार्थिव है । यह कार्वनेट अथवा स्पाथिक लोहे, कीचड़ मिश्रित पदार्थोके साथ मिश्रित लोहधातु वर्तमान है। वैज्ञा रहनेके कारण Clay-ironstone या Argillaceous iron निझोंने इन समस्त विभिन्न स्तरोंके अपरिकृत लौह stone ore कहलाता है। Black sand नामक मिट्टीकी ( Iron ores ) का विशेष रूपसे पर्यावेक्षण किया है। तह कार्चन मिश्रित फ्ले आयरण स्टोन ले कर बनी है। वे कहते है, कि प्राशन अवस्थामे दूसरे दुसरे धातुओंके | Haematite श्रेणोके अन्तर्भुत अथवा उसी श्रेणीको साध न्यून या अधिक परिमाणसे लोहे मिश्रित रहते IImenite नामक एक और मिट्टी पाई जाती है। उसके है। किसी किसी स्थानमें लोहेके साथ दूसरी दुसरी। कई अंश Titanium द्वारा स्थानच्युत करके रासार्यानक