पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष विंशति भाग.djvu/४१०

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वश स्थान, ऊ चाइ आदिका हाल सक्षेपमें लिया जाता है-1 ११B Bilkoon-पूर्व बड्ड आसाममे कई जगह १ Bambusn allants-~मार्सचानमें उत्पन्न होना है। उत्पन्न होता है । घट्नालम इसे पारकू यास वा धृती पास रम्याइ १५से २० फुट होती है। ब्रह्मदेशको भाषामें इसको तथा आसाम और कला विभागमे येतवा, माल का यास चैधा और थिशे कहते हैं। कहत हैं। पछा लोगोंने इसका स्टि नाम रखा है। ___२४ Agrestts-नमस्थान चीन, कोबीन बीन | यह पास खो जातिका माना गया है। और मलयद्वीपपुआ। गठन वक्राकार, मोटराइ १ फुट और १२B Bttung---यपद्वीप उत्पन्न होता है। पत्तिया लम्याइ १॥ फुट होती है। भौनर पोल नहीं होता। । चौदा योर मुग्दरो होती हैं। ३ Amahussana-पूरमारतीय द्वीपपुलके अन्य १३ | Bluinenna-उत्पत्ति स्थान याद्वीप है। यह यना और मनिला नामक स्थानमे होता है। लम्याइ । दण्डाकार और नमसून बच्चे के दायको तरद पतला घोसो होती है और यह माडीकी तौर पर पैदा होता है। होता है। इसमें गाठे बहुत धनी होती है।। १४ B Brindlish -ग्रह्मदेश और चनामके ४ हजार MB pus-यपद्वीपके अतर्गत शालक पातके | पृट ऊचे पा पर उत्पन्न होता है। इसकी ऊचाइ ऊपर इस जातिका घास उगता है। यह ६०से ७० फुट १२६ फुट और मोटा ३० इञ्च होती है। कयो पत्तिया लम्बा और मनुष्यको ज्ञाघक समान मोटा होता है। राल और हल्दी रगको होता है । यह पास बङ्गाल पत्तिया वडो घड़ा और सूहकी नोक्सी होती है। म मोडा, ब्रह्म में दो और मोंके निकर तुगुर नामसे ५ B Aristata- भारतके नाना स्थानों में | प्रसिद्ध है। पाया जाता है। यह चिकना तथा पतला होता है पर | १५ B ralconcri-उत्तर पश्चिम दिमाग्य पहाड दण्डाकार नहीं होता। इस श्रेणोके पास देखनेमें बडे । पर विशेषत शिमग पहाडके ५.०० फुट ऊचे स्थान ही सुन्दर लगते हैं। पर यह वृक्ष उत्पन होता है। डा० प्राण्डिजने इसे ६ B Arundinncen-मध्य दक्षिण और पश्चिम वाल. वासको नेपी में शामिल किया है। इस पूठ भारतम प्रधानत देखा जाता है। यह दण्डाकार और प्राय एक इञ्च लम्बे और देखने में बहुत कुछ तरदा यास ३० से ६० फुट ऊचा होता है। भीतर उतना पोल नहीं के फूल के जैसे होते हैं । पहाडी भाषामें यह छ्ये काग होता। रेशे निक, कठिन और मोटे होत हैं। पत्तिया आदि नामोल परिचित है। छोरी और पतली होती है। तीस वर्ष पुराना होनसे १६ B Clanca--मारतवपके नाना स्थानों पाये इसमें फूल लगते हैं। जात हैं। पत्तिा ७ B Arundo-छोडी वास कहलाता है। इसमें एक इञ्चमे वही नहीं होती। यह पोस दो पुरसे ज्यादा नहीं बढता वितु डार पत्तियोंसे ढकी मदावलेश्वरकी प्रसिद्ध छडी यनती है। रहती हैं। इसमें छोटे और सफेद फूल लगते हैं। CB ispera-आम्बया द्वीपमें उत्पन होता है। पेड ६०मे ७० फुट लम्बा होता है। १७ B Khastant-पासिया पर्वत पर पाया ____EB Atr.--उत्पत्ति स्थान आम्पयना दीपावन जाता है। पास जाति इससे तुमार-वश कहती है। दण्ड विने और काले होते है। १८ B Intima-पभ्योज वालि, जाया आदि पूर्व १०P necitern-चनामवे पहाडी प्रदेशम उत्पन्न | भारतीय द्वीपपुझोंक अनर्गत यहुत से द्वीपों में यह वृक्ष होता है। चनामवासी इसको पगुहल्ला कहते हैं। दाक्षि | पेदा होता है। इसकी ऊचाइ ६०ते ७० पुट तक होता णात्यमे यह विपा यास कहलाता है। इसमे जामुन जैसे है। वशदण्ड प्राय मनुष्यदेहके समा1 मोटे होते हैं। पर प्रकारके फ्ल लगते हैं। उप्तमे केवल एक हो योज। भतर पोल होता है। रहता है। इसी बासमे तवाक्षोर वा घशलोचन पाया १६nitis-शम्वयादि बनमें भी यह काफी जाता है। उत्पन्न होते देखा जाता है। कोचीन ग्रीनमें इसकी