पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष विंशति भाग.djvu/४७५

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४८० वङ्गदेश के बारगाहसे कहा, सि कम्पनी ही इस देशका बाम्त- ! लाई वेन्टि शासनकालमें ईश्वरानन्द्र गुमने "प्रमा विक सम्राट है। " नामक मावापत प्रचार किया (१८०३६०)। वं १.८२८ ६० लाई विलियम बेन्टिग गवर्नर जनरल | राजा राममोहन गायन कल रुचामे १८२६ मे जहा हए। उन्होंने सहमरण की प्रथाको उठा दिया । राजा राम समाज स्थापित किया था। जान पड़ता है, मानवासी मोहन राय, द्वारकानाथ ठाकुर, राय सालीनाथ मुन्मी हिन्द्र मद्रसमाजममे राजा राममोहन राय ही पदले पहल, प्रति इन देशों अनेकों सुशिक्षित भद्र सतानीने टन उगलेगड गये पवं उन्होंने बाजार मानवालीला सन महल कार्यमे उनकी सहायता की थी। उस समय इस रण की राममोहन गयने र एक बाला प्रत्यादी देशमे ठग नामले एक डकैतोंका दल या । ये लोग रचना कायो। मनवेश गमनागमन करते थे पब मुयोग पाकर १८३५टे में लाई चन्टिने मदेशी यात्रा की एच पानिगोमा बध करके उनका यथासर्वाम्य अपहरण र स्वतन गवगरकन आने तक मेटका माहन हा उन लेने थे। कर्मल लं मन्के उद्योगले ठग लोगोंका यह कार्य पर निगुना रहे। उनके शासनकालमे नया उनके दौरात्मिक व्यापार निवारिन हुआ। हा उद्योगसे अप्रेजो तथा बंगला मुदायत्वाकी स्वाधान्ता इस समय इन देशके लोगोंदो संस्कृत किया अलरेनी संस्थापित हुई। मेकले सादयने इस विषयमे बंट मापाकी शिक्षा देना उचित है, कि नहीं इस विषय पर पोषकता की था। घोर आन्दोलन उम्ति भा। यध्यापक क्लिसन १८३५ ले ले कर १८४२ ई० पर्यन्त लाईफदगड माहव आकृत मापाका शिक्षा के समर्थक थे पच प्रग्निद गवर्नर जनरल रहै। उनके मया बाबु म अग्रेजोशी लाई मेरले नया द्रीयलियन साहब पाश्चात्य ज्ञान बिलक्षण दुर्दशा हुई । बगालम १८३५ ई० में गली चर्चाको प्रयोजनापना दिया र अग्रेजोका पक्ष समर्थन कालेजकी पच १८४१ ई० में ढाका कालेजकी रचना जरने थे । मनर जेनरलके विचारानुसार अंग्रेजीको । दो जप हुई। १८३५ ई०में मेडिकल कालेज स्थापित १८४ने ले कर १८४४ ६० तक लाई एलेनबराने गवर्नर हुआ। जेनरलके पद पर मापन किया। उनके अमलने काबुल में लाई वेन्टिङके समय विचार-विभागन बटुन हा अगरेज लाग विजयाँ हो कर मान सहित लीटे पच मिन्ध परिवर्तन हुआ । 'प्रोविन्सियल कोर्ट' उठा दी गई। देश पर कम्पनीका अधिकार हो गया । लाई एटेनराने एव 'रेमिन्यू कमिश्नरी" की स्थापना हुई। कन्टफ्टगे- डिण्टी मजिस्ट्रेट के पदकी सृष्टि की। उन नाम्नाल. ने मांजदारा मुऋढमेके विदारकी क्षमता पाई एवं जज (१८४३ ई० में नववाधिनो-पत्रिका प्रकाशित हुई पत्र दीवानी तथा दारेके नुकदमेशा विचार करेंगे, ऐसा स्थिर टाक्षयकुमार दत्त इस पत्रिका मन्यादक हुए। हुआ। १८४४ ई० से ले कर १८४८ १० तक हार्डिज साहब २७६३ ईमे 'मुन्मिफी' एवं १८०३ ई०में सदर गवर्नर जेनरल थे । उन्होंने सिपबॉके युद्ध में विजय पाई। 'अमीना' पनकी जुष्टि हुई। अब तक देशी लोग हो इस उनके समयमे "हार्डिज स्कृत' नामसं पई एक पद पर नियुक्त किये जाते थे। लार्ड पेन्टिङ्कने इस गवर्नमेंट बंगला विद्यालय एव १८४५ ई० में कृष्णनगर देशीय लोगोंके निमित्त "प्रधान सदर अमानी" पढकी भी कालेज स्था ित हुआ । इस समय ईश्वरचन्द्र विधा- सृष्टि की। इस पदका मासिक वेतन ५००) रुपये निद्धा- सागरने वैतालपचीसी प्रकाशित की (१८४७ ३०) । रित हुए पव प्रधान सदर अमोन नव नरहने दीवानी १८४८ ई० में लार्ड डलहौमी इस देशके गवर्नर जेन- मुक्हमा करने के अधिकारी हुए। १८३३ ई० मे "डिपुटी रल हुए। उनके शासनकालमें पंजाब, पेगु, सतारा, चटपटा" नियुक्त हानेका नियम बना । यह पद भी नागपुर, झांसी, अयोध्या तथा बेरार कम्पनीले अधिकार देशो लोग पाने थे। भुक्क हुए । १८५३ ई०में वहरमपुर कालेजका सस्थापन