वाला माहित
मूतिम दिममाज में हानिररिया था। शाघिर बगाने , रोग हरिदत्तको कमसे कम ६०० चा पहरेका भादमी
परि निस्थान के 'पनन्तकुमारा' अनुप्रद निम्तारफे मामाने है। हरिदत्तो रिमी पिसाने कायस्य कहा
माघ अनिच्छा रहते ए भी गैय और वैनगण रोग | है। इन कायस्थ पयको हो मनसामङ्गरक मादिनि
मा रिये शीतला पूना परो पाध्य हुए थे। जो | मान माते हैं।
धर्म परिन हिदसमानके बाहर पहे थे हिदूममान । इमके पाद नारायणदेवका पद्मपुराण है। नारा
में नात टापूजा प्रचार साथ डा रोगी दात पुछ पणदयके निन परिचयसे जाना जाता है कि ये जातिके
बिलुप्त सम्मान प्रा किया। दूसरे समय दिदू जोग । कायस्थ थे, मौदगल्य गोत्र था, देर पदमी थी। इसके
१ घृणाको दृषिसे देखते हैं मही, पर शीतगपूराफे पूषपुरुपका वास मगधमे या । इसके याद घे राढमै भीर
ममय ये लोग टिक घर बारादरनिनामे पूजा राढमे घोरग्रामम मा पर बस गये। (योग्ग्राम मैमामिह
पाने हैं। शोलापूता प्रसार माय गीतलापूजा | जिलागिरगन्ज महमेक गत्तर्गन है) रहे १४या
धामपण्डितों। गोनला पन्दित' नामसे मितिसदीका भादमी मा मन हैं।
पाइ है। गीतला पण्डितोंको पूनिता शीतला नारायणदेर के बाद हम विनयगुप्ता नाम पाते है ।
प्रतिमा भामरा पिडित बोन देयाम नहीं विजयगुप्तने १४०१ शा (१४७० १०14 पमपुराण पा
है। नीतला पण्डितो का जीनगर हाथ पैर नहीं है सारे । मनमा महल प्रणपन किया।
शरोममि दूर रिगा है, या धातुप्रधित पनि हरिदत्त, नारायणदेव और पिनयनको शासकर
दिन है. मुहम घसन्तावित दिला देता है। पारयहून से पवि मनसामरलि गये । शरारादि
पापाद हारीतीमून मा उमी तरह है शातला यानानुमममे ५६ शनियों • I नापेि गात है-
पण्डित मोर भा जोतरामनर गाते हैं। उन रोगों का अनूपा गादित्यदास "मररोग, पति
पाम नातार
माजिद ये उपाये रमे हुए णपुर, PITR पनाम गान पण्डित
शिमोफोभा देत होता
गग दाम गद्गादाम मा गु मा , गा
Frपदर का गा7 या पापुराण (मसाल) चड, गोरो गोनि गाम बगनि गन्
यामादि में थाना प्रथम आदश रिपाग बहरभ ति जगनाथ गाना-न गमोदन मिन्न
है। पेमा अधिष्ठाताई। पूरतन दिपमाजर्म, नगर दाम द्विR जयरम यित्र जाना जाना
TET FAIT पहा था, प्राचीन पुराणमें उसका निदशा | नाथ दस गवार नारायसा मत यल
नापास्तु मयिष्य ब्रह्मयत्ता पुरा गाधु राम दाम, बाणेश्या मधुमून दाश गन, यिप्र
नि मनका नाममा पाया गय है पर परमाणे तिर रतिदेर मेन, ISIT मिद राना
मा पोरा। कोनो उममा यदुन पागे थिए । राजमिः ( सुमद, राधगाइ रामनाया
दरो गहन बमास्मि म्यान पाया। विद्याभूषण पिस रामदाय राम मन, रामनिधि
मनमा मायाम का गाना नाघे, गनिगे fr-47दम धन यनन , यन
arma-पारण उनका विराmarati rn म परमnिuarr
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दाल TREATM म हिमायम म पश्चिम बदगमा कपिशेमगपा हो।
पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष विंशति भाग.djvu/४९२
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