पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष विंशति भाग.djvu/५०३

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बङ्गला साहित्य जिलान्तर्गत नान्तर ग्राममें चडिदासका जन्म हुआ। : दास, ५७ वंशीवदन, ५८ वसन्तराय, ५९ वाग्मुदेवघोप, इनका जन्मकाल चौदहवीं शताब्दीके शेपमाग अनुमान ६० विजयानन्द दास, ६१ विद्यापति, ६२ विन्दु दास, दिया जाता है। ६३ विमदास, ६४ विप्रदास घोप, ६५ विश्वम्भर घोप, ___कवि बडिदासको पदावली प्रेमनक्तिका एक अपूर्व । ६ वीरचंद्र कर, ६७ वीरनारायण, ६८ वीरबल्लभ दास, उन्मुक्त प्रलवण ही है। इस पदावलीकी मधुरमोहन ६६ वीरहम्बीर, ७० वैष्णवदास, ७१ वृन्दावन दास, भकारसे सहयोंकी हदयतवियां भावावेशमें मनक ७२ व्रजानन्द, ७३ तुलसी दास, ७४ दलपति, ७५ दोन- उठती हैं। क्या भावमें फ्या भाषामें क्या कवित्वमें, घोप, ७६ दीनहीन दास, ७७ दुग्नीशण दास, चण्डिदामकी पढाबली अत्यन्त ही मर्म-स्पर्शिनी है। ७८ दुःग्दिनी, ७६ देवकीनन्दन दाम, ८० धरणोदास, मैथिल कवि विद्यापति ठाकुर ब्राह्मण-बजीय थे। ये | ८६ नटवर, ८२ नन्दनदास. ८३ नन्द. ८४ नयनानन्द मिथिला-नरेश शिवसिंहकेसभासद एवं कवि चण्डि दास, ८५ नरसिंह दास, ८६ नरहरि दास, ८७ नरोत्तम डालले समसामयिक थे। कवि विद्यापति ठाकुरका दास, ८८ नयकान्त दास, ८६ नवचंद्र दास, १० नव- जन्म विपवियर विस्की' में हुआ था, इसीलिये लोग नारायण भूपति, ३ नासिर महमूद, १२ नृपतिसिह, उन्हे विषवियर विम्की विद्यापति ठाकुर कहा करते थे। ३ नृसिंहदेव, ६४ परमेश्वर दास, ६५ परमानद दास, __ वण्डिदास तथा विद्यापति ठाकुर ही सर्व प्रधान | २६ पीताम्बर दास, १७ फकीर हवीर, १८ फातन, पददर्ता थे। पदकल्पतरु, पदकल्पलतिका प्रभृति | ६६ भूपतिनाथ, १०० भुवनदास, ०१ म्थुरादास, ग्रंथों में अनेक परवती पदकत्तगणोंका उल्लेख पाया १०२ मधुसूदन, १०३ महेश वसु, १०४ मनोहर दास, जाता है, इन सभी पदोंसे पढकर्ताओं के नाम संत्रह करके | १०५ माधव घोष, १०६ माधय दास, २०७ माधवाचार्य, अगदि क्रमसे यहां लिखे जाने हैं। १०८ माधव दास, १०६ माधो, ११० मुरारि गुम, ___ पदकत्तगण जैसे-१ अनतदास, २ अनंताचार्य, १११ मुरारि दास, ११२ मोहनदास, ११३ मोहनी दास, ३ अकबर मटो, ४ आत्माराम दास, ५ आनंददास, १९४ यदुनंदन, ११५ यदुनाथ दास, ११६ यटुपति, ६ उद्धवनास, ७ वीर, ८ कविरचन, ६ कमराली, ११७ यशोराज खान, ११८ यादव द्र, ११६ रघुनाथ, २० इन्हाईदाल, १६ कानूदास, १२ कामदेव, १३ कालो- १२० रसमय दास, १२१ रममयी दासी, १२२ रसिर शिशोर, १४ कृष्णकांत दास, १५ कृष्णदास, १६ कृष्ण | दास, १२३ रामझात, १२४ रामचंद्र दास, १२५ रामदास प्रमोद २७ कृष्णप्रसाद, १८ गतिगोविंद, १६ गदाधर. १२८ राम दास, १२७ राम दास, १२८ रामो, २० गिरिधर, २१ गुनदास. २२ गोकुलानंद, २३ गोकुल- १२६ राधासिंह भूपति, २३० राधामोहन, १३१ राधा- दाम, २४ नोशनदास, २५ गोपाटभट्ट, २६ गोपीकांत, | वल्लभ, १३२ राधामाधर, १३. रामानंद, १३४ रामानंद २७ गोपोरमण २८ गोवर्द्धन दास, २६ गोविंद दास, दास, १२५ रामानंद वसु, १६ सपनारायण, १३७ लक्ष्मी- ३० गाविंद घोप, ३१ गौरमोहन, ३. गौरदास, / कांत दास, १३८ लोचननास, १३६ शङ्करदास, ३३ गौरसुदर दास, ३४ गौरीदास, ३५ धनराम १४० शचीनन्दन दास, १४१ शशिशेखर, १४२ श्यामबाट दार ३६ घनश्याम दास, ३७ चण्डिदास, दास, १४३ श्यामदास, १४४ श्यामानंद, १४५ शिवराय, ३८ चंद्रशेचर, ३६ चम्पत ठाकुर, ४० चूड़ामणि दास २४६ गिग्राम दास, १४७ शिवानद, १४८ शिवा सह- २१ चैतन्य दास, ४२ जगदानन्द दास, ४३ जगन्नाथ दास, वरी, १४६ शिवाई दास, १५० श्रीनिवास, १५१ ४४ जगमोहन दास, ४५जयकृष्ण दास, ४६ ज्ञानदास, श्रोनिवामाचार्य, १५२ शेखराय, १५३ मदानंद, ४७ मानहरि दास, ४८ पुरुषोत्तम, ४६ प्रतापनारायण, १५४ सालवेग, १७५ सिंहभपति. १५६ सुंदर दास. ५० प्रमोहदास, ५. प्रसादास, ५२प्रेमदास, ५३ प्रमा- १५७ सुवल, १५८ सेख जलाल, १५६ ले बभिक १६० सेस्र माल, १६१ सैयद मत्तुजा, १६२ हरिदास, १६३ हरि- नन्द दाम, ५४ बलराम दास, ५५ बलाईदास, ५६ वल्लम वल्लम, १६४ हरेकृष्णदास, १६५ हरेराम दास ।