पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष विंशति भाग.djvu/५१

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गोप सान्त्राध्य आ कर पर्सियनसे मिलने लगीं। अन्त में ईमार १६८ अधिनायक हो करिन्थ नगरमें फौजोंको रब कुछ दिनों वर्ग पहले गेले पमेलियस पलाम युद्ध करने के लिये तक युद्ध किया। कन्सल मम्मियसने करिन्य नगर पर भेजे गये। दोनों फीजें पिडना नामक स्थानमें जुट गई। घेरा बाला। डियस पराजित हो कर माग गया। यहांक गमकोंक भीषण आक्रमणके फन्टले पर्सियस पहले पेल्ला अधिकांश अधिवासियोंने भाग कर जान बचाई। मम्मिय और पीछे अस्कापालिस और वहासे समाथेमा भाग ने नगरमें घुस कर कत्ले आम जारी कर दिया और गा| अमे वह पाडा गया और उसने आत्मसमर्पण बालक और स्त्रिशेको गुलाम बना कर येत्र दिया । उसके दिया। बाद उस प्राचीन पारिन्थ नगरकी धन सम्पित्ति लटी गई ईसाक वर्ष पूर्ण पलास इटली पहुंचा। उसने फिर आग लगा कर भस्म कर दिया गया। करिन्य नगर विपुल धन सम्पत्ति ला कर गमके बजानेको भर दिया।' प्राचीन पृथ्वीके शिल्पनैपुण्यका एक नमूना था। सारा माश्दिनिया पर विजय कर रामने भूमध्यसागरके पूत्री नगर जल कर राख्नका ढेर वन गया । इस तरह भुवन किनारे पर मो मार्गभीम प्राधान्य लाम किया | उस ' विख्यात यह नगर भस्मीभूत हुआ। यूनान स्वतन्त्रता ममरके सम्राट मी रामले काप उठते थे। प्रबलतम वो कर रोमकोंके अन्तर्गत हुआ। पकियान लीग पर्मियसके पक्ष ग्रहण करने के अपराध ३रा प्यूनिक युद्ध और कार्थेजका ध्वस (१५६ १४६ २० पू०) दरिमन हमा१ हजार जवान सम्भ्रान्त कियान १६ वर्ग हानिवल के निर्वासन के बाद कार्थेजीय ईसाके ३०१ तक गेमम कैद थे । १६ वीके बाद जब वह फैदसे छुटे, वर्ण पहले सन्धिके अनुसार कार्य करते चले आते थे। तन इनमें केवल ३०० ही जीवित बचे थे। बांको ७०० ये स्वदेशके विलुप्त गौरवको पुनरुद्धार कर रहे थे । इस. समानुपित्र अत्याचार धारण मर गये। इस घटनासे । लिये ये रोमकी सेनेटकी आनके कोटे वन गये। विरक्त ही दर अनेक विद्रोही हो उठे। उनमे आन्द्रिस्कस सेनेट युद्धका कारण ढूंढने लगी । घटनाक्रमसे नामक एक दासीपुर ने अपनेको पर्सियसका बंगधर ल्यूमिडिके राजा मेसिनिसाके साथ कार्थेजीयका भगड़ा कह कर माकिटनीय राजसिंहासनका दावा किया और होने लगा। वह रोमका मित्रराज था ! इसलिये केटोने (१४६ ई० पू०) फिलिप नाम रख कर सिंहासन पर कार्थेजको ध्वंस करने के लिये शीघ्र ही युद्धघोषणाका बैठ गरा। पहले उसने बहुन कुछ जीता था । रोमक परामर्श दिया। किन्तु सेनेटने सम्पत्ति नहीं दी। उस प्रिटर जुफेण्टियम एमके हाथले पराजित हुए। विन्तु समय केटो आदि कितने हो दून काथेजको अवस्था एक वर्ष मी गजत्व करतं न करते मेटोलस द्वारा यह जानने के लिये यहां भेजे गये । वहा जाने पर कंटो लिया गया कार्थेजका धनऐश्वर्य देख जल गया । दीम लौर पण्डिस्कम्मकी अणिक कृनकार्यतासे एकियानाने कर इसने कार्थेज ध्वंशके लिये रोमकवासियोंको उत्ते- उत्तेजित हो स्पार्टा पर आक्रमण कर दिया। किन्तु जित करना भारम्भ किया। अन्नमें सेनेटने इसकी बात इलाके १४७ वर्ग पहले दो रोमक कमिश्नर म झगडेको पर ध्यान दिया। मिटाने के लिये युनान पेजे गये। किन्तु शीघ्र ही फरिन्ध मनसेनेटने कार्थेजको तंग करना शुरू किया। आदि स्थानोंमें विद्रोह मच गया। पार्टी एकियानों सेनेटने आक्षा दी,-प्रतिभूस्यरूप.३०० सम्भ्रान्त कार्येतोय द्वारा आक्रान्त हुआ । कमिश्नरॉन भाग कर अपना प्राण रोममें रखे जाये । कार्थेजने इसे स्वीकार कर ३०. युवकों बचाया। तब सेनेटने पकियान लोगले विरुद्ध युद्धकी को रोममे भेज दिया। किन्तु रोमवाले इससे भी सन्तुष घोषणा कर दी । मेटारमस-सैन्यके साथ यूनान पहुंचे। नहीं हुए। उनको तो कार्थेजका ध्वंस करना था । फल पकियान सेनापति लिटोलम युउक्षेत्र में उपस्थित न हो। हुआ, कि रोमकोंने कहा, कि तुम लोग अस्त्र-शास्त्र रख सके। पीछे म्कापिया नामक स्थानमें पकड़े जा कर दो। कार्थे लोय इस पर भी सम्मन हुए। उन्होंने कैद कर लिये गये। इसके बाद दियरने पकियन लीगके । २००००० अस्त्र-शस्त्र, २००० चहारदीवारी तोडनेका