पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष विंशति भाग.djvu/५११

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बङ्गला साहित्य बहुत ध्याकल हो उठे। उमोका अवलम्बन कर प्रथकार । कानिमा युद्ध-करबला मैदानके उम महा- गाह वदि उद्दीनने यहथ समाप्त किया था। युद्ध प्रसिद्ध मुहर्रमको संश्लिष्ट घटना। ३१ आमकनृरिका एकदिलसार-एक मुसलमान ५। सिकन्दर नामानुप्रसिद्ध कवि मालाउट द्वारा धर्मविषयक प्रथा प्रन्यकारका नाम कविकार आसफ रचित । वह गथ पारमी कवि नेजामीने पहले पारसी महम्मद है। भापामें लिखा। पीछे अलाउलने उसीका भाषान्तर इतिहास-शाना। किया। रायमाकिदानवीर यलेकजन्दरकी जीवनी लेकर अनेर मुसलमान कवि इस्लाम धर्मका मर्म समझाने लिया गया है वा उसकी पवित्र कीर्ति प्रचार करनेके लिये बहुनसे ६। अमीर जद-महम्मद के दीहिन इमाम हमन- ऐतिहासिक काम्य बङ्गलामें रच गये है। बदलाके श्रम हुसेन जब पापिष्ठ पजिदमे मारे गये, तब उनमें वैमात्रय और निरक्षर मुसलमान समाजमे इसलामीय प्रचार ही माई अमीर महम्मद इनोफाने विषय मंगाममे पजिदका प्रत्यरचनाया मुरय उद्देश्य । पिन्तु उन सब गन्या- वध किया। मदीना और देमाम्फ नामक स्थानों में युद्ध मे बङ्गला रामायण, महाभारतटि गयका थोडा बहुत हुआ था। उक्त दोनों स्थानोंके युद्ध विवरणग्ने नयका अनुकरण देखा जाता है। नीचे अति संक्षिप्तभावमें उन भी दो भाग हुआ है। पहले भागमें मदीना-युद्धका सब गथोंका प्रतिपाद्य विपर और उनका परिचय दिया। और दूसरे में देमास्क-युदका वर्णन है । श्रीयुत मह. गया:- ग्मद शाहकी आजाम कवि शेष मनमुरने पयाग्में दम १हनीफाका पुत्र महम्मद मुस्तफाके जमाई अलो. जङ्गको पंचाटो कथा समाप्त की थी। के दो विवाह हुए थे। बीवी फनीमा के गर्भग्मे इमाम ७ जङ्ग नामा-महम्मद के जमाई अलीको शुद्धबहानी हुसेन और हसन तथा वीवी हनीफा गर्भन्ने महम्मद ले कर गथ रचा गया है । गथरका नाम नस- हनीफाका जन्म हुश्रा । दमसके दुन्ति राजा पजिटके | सल्ला माँ है। हाथसे जब इमाम हुसेन रसन मारे गये, तब हसन के पुत्र उपाख्यान-गासा। जयनाल आवेदिनने इस घटनाका विवरण फाग्ने हुए मुसलमान कविगण अरबो-उपन्यास वा पारमी- हनीफाको एक पत्र लिया। हनीफा उस समय बनो- उपन्याम वर्णित अपूर्व प्रेमकहानी के अनुकरण पर बदला याजी प्रदेशमे गज्य करते थे । नविवशीकी ऐसी दुर । | भाषामे अनेक उपाख्यान रच गये हैं। उनमें से कुछ वस्थाको बात सुन कर हनीफा क्रोप्रसे आग बबूले हो आख्यान गथोंका परिचय नीचे दिया जाता है- दलबलवं. साथ मदीना पाये। मनीना आने ही महावीर १ सती मैनावतो और लोर चन्द्राणी-गथकर्ताका हनीफाने पजिदको पक पत्र लिखा। उसीके उनरमे पजिदा नाम दौलत काजी और मैयद आलाउल माइब है। यह ने युद्धकी घोषणा कर दी थी। युद्धो पजिटकी पराजय गथ दो भागों में विभक है । प्रथम भागमे लोकगज और और मृत्यु हुई। यही युद्धवृत्तान्त काव्यका वर्णित विपय है। रानी चन्द्राणीका वृत्तान्त और द्वितीय भागमें वणिकपुव २। मुक्ताल होछेन गय-सुप्रसिद्ध नविवंशका छातन और राजकुमारी मैनाका प्रसङ्ग वर्णिन है। इतिहाम है। इसमे हमन और हुसेनकी विधादकाहानी २मदनकुमार-मधुमालाकी पुस्तक-नायक और तथा मुहमा आमूल इतिहास वर्णित है। नायिकाकी प्रेमकहानी ले कर यह गौंथ रचा गया है। 5 इमाम चौरी-बाल्यकालमें इमाम हसन और ग्रंथकर्ता नूरमहम्मद हैं। हुमेनको कोई चुंग कर मुछा वादशाह के निकट ले गया ३ सप्त पयकर-सात दिनके सात उपास्यान लेकर या । उसी घटनाके आधार पर यह छोटा व रचा गया। काव्य रचा गया है। रोसड़की राजसभामें रह कर है। कोई कोई इसे प्रसिद्ध कवि महम्मद ग्लाँकी रचना महामति आलाउलने यह काव्य सैयद महम्मद आदेश मानने है। रचा।