पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष विंशति भाग.djvu/५३

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५० रोप-साम्राज्य आनमियों ने भाग कर अपनी जान बचाई। निरिथेयस । विप्लवका सूत्रपात हुआ। वहां गुलामोंके आ जानेसे रोमोको इस नियना और विश्वासघातकताका बदला रोमके कृपक और श्रमजीवि समाजमें अधःपतनका चुकाने पर तैयार हुआ। वह पहले भेडिहार था, पीछे स्रोत प्रवाहित होने लगा था। इधर गुलाम भी नाना उफती कर जीविका-निर्वाह करने लगा। किन्तु रोमकोंके | प्रकारके निर्दय ध्यवहारसे ध्वंसप्राय हो रहे थे । भगाये इस अत्याचारसे वह स्वदेशवात्सल्यसे प्रणोदित हो । हुए दासों की जीविकाका कोई स्थायी प्रबंध न था। उठा । लक्ष लक्ष व्यक्ति उसके अधीनमें युद्ध करने लगे। सिसिलीमें गुलामों की संख्या अत्यधिक हो उठी थी। -मिरियेथस प्रकाश्ययुद्ध न कर गुप्तयुद्ध करने लगा। वहां के पन्नाप्रदेशके भूस्वामी डेमोफिलसने गुलामोंको बहुतेरे लडाई में उसके पराक्रपसे रोमक फौजें पराजित अति निर्दयतासे दण्ड दिया था। इससे कोई ४०० हुई। पीछे ईसाके १४५ वर्ष पूर्व रोमसे फेवियस गुलामोंने यूनास नामक एक सिरियाके गुलामके मेक्सिमस उसके साथ लडाई करनेके लिए भेजा गया। अधीन एना पर आक्रमण किया और भीषण अत्या- उसने भिरिथेसको विशेषरुपसे पराजित किया। यह चार कर नगरके अधिवासियों को मार डाला । लड़ाई न्यूमरिटयनके नामले प्रसिद्ध हुई। . यूनास मस्तक पर राजमुकुट धारण कर सिंहासन पर जो हो, उससे भी लडाईका विराम नहीं हुमा। जा बैठा। यह समाचार पा कर ७०००० गुलाम और एक दल रामक-सैनिक उत्तर स्पेनमें केल्टिवियनों के दासियोंने आ कर उसका साथ दिया । रामके प्रिटरने साथ और दूसरा दल दक्षिण-स्पेनमें भिरियेधस और | सैन्य ले कर उन पर आक्रमण किया। किन्तु गुलामोंके व्युसिटानियाँको फौजोंके साथ लडाई करने लगे। सामने वह ठहर न सका और पराजित हो कर भागा । ईसाके १४१ वर्षा पूर्ण भिरिथेयस फेवियसको एक गिरि अन्तमें (१६४ ई०के पू०) फलभियस उनके साथ युद्ध सङ्कटमैं बन्द कर दिया। उसके बाहर जानेका पय रुक | करनेके लिये भेजा गया। यह भी गुलामों को पराजित गया। फेवियसने दूसरा उपाय न देख मिरिथेयससे । करनेमें असमर्थ हुआ। किन्तु अन्तमें कन्सल रूपिलि- मित्रराज बना कर सन्धि कर ली। किन्तु सेनेटने यह यसने आ कर युद्धमे गुलामोको हराया। २०००० हजार सन्धि स्वीकार नहीं की। फिर लड़ाई आरम्भ हुई। गुलाम मार डाले गये । वाकी शली पर चढ़ा दिये गये। अन्तमें, भिरियेयसकी मौत हो जानेसे स्पेनियाई कम यूनास कैद कर रोम भेज दिया गया , किन्तु राह हीमें जोर हो गया। इसके बाद जुनियस ब्रुटसने इन वह मर गया। स्थानों में शान्ति स्थापित की। किन्तु केल्टिवेरियनों के । इस,समय रोमका एशियाखएडमें एक प्रकाण्ड राज्य साथ उस समय भी लड़ाईका अन्त न हुआ। इंसाके | हो गया। पार्गामासके राजा अटलस फिलोमेटरने नि:- १३७ वर्ण पूर्ण इष्टलियस मानसिनस न्यूमानटाइन फौजों। सन्तान होनेकी वजहसे अपने विशाल राज्य और विपुल द्वारा घिर गया और दूसरा उपाय न देख उसने सन्धि धन-साण्डारको रोमराज्यके नाम वसीयतनामा लिख कर ली । किन्तु सेनेटने फिर इस सन्धिको अस्वीकार दिया । यह १३३ ईसाके पूर्वाकी घटना है। किन्तु उस- कर दिया । अन्तमें (१३४ ईसाके पूर्वा) सिपिओ अफ्रिके के पिता भोरपनिकसने इसके सम्बन्धमें बडी गड़बड़ी नास स्पेन भेजा गया। सिपिसोने उनके नगरों पर घेरा मनाई थी। रोमक कन्सल लिसिनसकेसस उसके द्वारा डाला। स्पेनीय फौजे घोरताके साथ युद्ध कर नगरको पराजित और निहत हुआ (१३१ ई० पू०)। किन्तु रक्षा करने लगो । अन्तमें उन सबोंको आत्मसमर्पण दूसरे वर्ण अरिष्ठनिकस रोमकसैन्य द्वारा पराजित कर करना पड़ा। सिपिओने नगरकी चहारदीवारीको तोह कैद कर लिया गया और पाईमस राज्य रोमराज्यमे कर अधिवासियोंको गुलामके रूपमें वेत्र दिया। मिला लिया गया (१२६ ई०५०)। इस समय यूरोप, पहाना गुग्नाम-युद्ध (१३४-१३२३०पू०) पशिया और अफ्रिका इन तीन महादेशोंमें रोमको राज्य न्युमाएटाइन युद्धके समय रोममें भीपण समाज- सीमा बढ़ाई गई । यह प्रकाण्ड राज्य १० भागोंमें विभक्त