पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष विंशति भाग.djvu/९५

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१२ रो:-साम्राज्य कोयलेको स्तर दिखाई देता है। यही कहों कोयलेक रूप- आर्क (Capitoline 11 ) जानेके लिये फ्यूलोके मे परिणत दग्ध वृक्ष-सारमादि भी अवयवके माध अन्तर्गत संरटमारिया तक सुदीर्घ मोपान-श्रेणी या सुरक्षित देखे जाते है। रोमुलासके प्रसिद्ध रोमफी चहार सीढ़िया बनाई गई थी। टीवारी इस तरहके प्रस्तर ( Conglomerate of tula मध्ययुगमें रोमसाम्राज्य मगडन्ट म्यारत्य निके. and charred iwood ) गठित । इसकी "स्कालि काकि" ननमें जो सौभाग्यरेखा नमुदिन हुई थी, आज मी वह (Scale caci) विभाग वृक्षावयव पूर्ण निदर्शन । समस्रोतमे दिखाई देती है। रोम गवनमेण्टवे. सन् विद्यमान है। एक समयमें जो उपत्यकावली जलाभृमि । १८८६ ई०में किये गये "Pranty regol ntore" नामक पूर्ण और दुर्गम था ( Diony s. 11 50, Or Tast 11 प्रस्ताव अनुसार स्थापत्यका→ धीरे धीरे सुसम्पन्न 401 ), पिछले समय यही जलरागिपरिशून्य जुरम्य हो रहा है। मध्ययुगमे जो शैलनियर तोड कर समतल प्रान्तरमे पय्यवसित हुई थी। प्राचीन रोमराजाके अधिन्य कामोमे परिणत किया गया था लार प्रणाली स्थापत्यविद्या (कारीगरी)का श्रेष्ठतम निदानभूत भूगास्य पथ स्थिर जला कर जो उपत्यकाये माधारणके जलप्रणालीके ( Cloacac ) द्वारा इन सब दुषित जल वायोग्य बनाई गई थी, वर्तमान पुत्तविशागकी विशद- राशिको निकाल कर उस स्थानको कृपिन और उद्यान | ध्यवरपासे व सभी एक मम्पूर्ण समतल प्रान्तग्में तथा उपचन आदिके लिये उपयोगी बनाया गया है। ( umlorm lesel ) पय्यानन करनेका गायास आ (Vairo Ling Lat, 17 149)। एक समयमे चुराव- है। मोर फिर अमेरिक्षा के Hama r लम्बी जो गैलशिरवर प्रामादिसे समाच्छादित थे चोर (Chesshourd plan ) को तरद श्री चौकोन रास्ता प्रत्येक पर्वत-शिखरक अधिवासियोंने ग्रामको रक्षाके | बना कर नया रोमनगर घमाया गया। लिये ऊंचे पर्वत पर एक ग्राम्यदुर्ग ( Tillage forts ) दावार अग्निकारड होने रहने के कारण गेम नगरी- वनाया था, उन्होंने उस समयके शत्रुओं के आक्रमणसे . भस्मीभूत होने रहनसे इसको प्रान्त नीमानष्ट हो गई अपनेको बचाने के लिये उस पर्वतके निम्न मागको दुरा है । इससे यह ठीक करना कठिन हो गया है, सिप्राचीन रोह और दुर्गम बनानेकी चेष्टा भी की थी । एक सरकार | रोम राजधानी पिस स्थानने किस स्थान तक थी। के शासनाधीन होनेकी वजह उन सब पार्वत्य भूमिको वर्तमान रोमकी अपेक्षा प्राचीन रोममें गैत्यका अलग अलग रग्नना उचित न जान पड़ा। घेणीवड आधिक्य था। उस समय रोम नगरके वीचमे और सुदृश्यमय अट्टालिका समृद्विसे इस समय रोमकोंको चारों ओरके स्थानोंमे मलेरिया ज्वरका उतना प्रकोप न भूपित करना ही सरकारका उद्देश्य हुआ। उनके अभीष्ट | था । विन्तु इस समय बड़े जोरोंका है। प्राचीनकालमें कार्यसाधनमें तथा कारीगरीकी पराकाष्ठा दिलाने में | केवल सुप्रणालीबद्ध जल ही ( Campagna ) स्वास्थ्य- अग्रसर हुई। उसकी यह अद्भुत दीर्ति (Gigantic के लिये प्रसिद्ध था। यह स्थान उस समय वस्ती अधिक engineering works) जगत्के इतिहासले एक अलौ रहनसे वहाकी स्वास्थ्योन्नति नाना उपायों पर अब किक घटना है। लम्बित थी । रिन्तु यह कहा जा नहीं सकता, कि इससे इम समय रोमवासियोंके उत्साहले अत्युच्च पर्वत ही उस समयसे आज तक ज्वर रोगका प्रादुर्भाव न गितर समतल बना कर वस्तीके उपयुक्त अधित्यकामें | था। पालेटाइन और अन्यान्य शैलशिखर पर फबिस- परिणत किया गया और दुर्गम चूड़ा और पतगान | देवीके उद्देश्यले स्थापित वेदियों पर और एस्कुइलाइन काट कर सुगम ढालुआ और सीढ़िया बनाई गई। पर्वत पर मेफाइटिसकी स्मृति और सम्मानार्थ प्रदत्त मध्ययुगम भी (Middle ages) यह कारोगरी या वास्तु- उपवन दर्शन करनेसे स्वतः ही मनमे रोग प्राबल्यका विद्या समानभावसे विद्यमान थी । ई०सन्की १४वी उद्बोधन कर देता है। ईवीसन्के ४थी शतान्दीसे ही शताब्दी में काल्पास मशियासको सीमासे केपिटालाइन | रोमकी जनसंख्या कमसे बढ़ने लगी। उससे पहले