पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष षष्ठ भाग.djvu/१३९

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गन्नाम-गठिया बङ्गाल-नागपुर-रेलवे इस जिलेमें उत्सरसे दक्षिण | हा एक तरहका गोद । यह रबरके जैसा होता है। तक बराबर चली गयी है। मैदानोंमें ७२८ मोल पको लेकिन उतना कोमल और लचीला नहीं होता। यदि महक है एजेन्सीम भी कहीं कहीं पको और अधिकांश | बहुत दिन तक या बाहरहीमें धूप और पानीमें छोड़ कञ्चो सड़क लगो है। दिया जाय, तौ भो इममं किसी प्रकारको खराबी नहीं माल म नहीं, हिन्दुनी और मुमलमानकि समय | तो है। गजाम जिलेको मालगुजारो क्या थी। हिन्दू राजा मम्भ- गटी ( स० स्त्री० ) ग्रन्यि, गांठ । खेतकी उपजका आधा भाग कर लेते थे। परन्तु । गट्टा (हि. पु. ) हथेली और पहचके मध्यका योग, मुसलमानोन पा करके मालगुजारो लगायो और १८१७ कलाई। गट्टी (हि. स्त्रो०) जहाज या नावौ को उस खम्भक तेलगु अंगरजी और उड़िये देशी भाषा अच्छो पढ़ते | बीचोंको चुम्न जिमर्म पाल लगो रहतो है। हैं। पहाडी प्रान्तमें शिक्षा बहुत कम है। गट्ठर ( हि'० पु० ) बड़ी गठरी, बोझा।। २ मन्द्राज प्रान्तके गञ्जाम जिलेको एक जमोन्दारी | ne - पु० ) १ भार, बोझ । २ बड़ो गठरी। तहमोल । यह अक्षा० १८२३ तथा १८४८ उ० ओर गठकटा ( हि पु० ) १ गांठ काट कर रुपये लेनेवाला। देशा ४.५४ एव ८५.१२ पू०के बोच पड़ता है।। २ धोखा या अन्यायसे रुपया लेनेवाला । रममै कलिकोत. बिरिदि, हम्म, और पल र राज्य लगते हैं। गजाम तहसोलका क्षेत्रफल ३०८ वग मील है । यह हाथोंके मध्यके स्थानर्म' गट्टा बनाकर किया जाता है। बड़ा मनोहर स्थान है। आबहवा ठण्डी और जमीम इस तरहको मजामे अधिक कष्ट होता है। सम द्रका ओर ढाल्लू है। लोकमख्या कोई ८८७१४. ठन (हि. स्त्री.) बनर्मिटा ३ मन्द्राज प्रान्तक गजाम जिलेका एक नगर। यह | गठबन्धन ( म० पु. ) विवाह टुल और दुलहिनी अक्षा• १८ १३ उ० और देशा० ८५५ पू०में ऋषि कपड़कि मिरको परस्पर मिला कर गांठ बांधते है. इसी. कुला नदीक मुहाने पर अवस्थित है। लोकसंख्या लग को गठबन्धन कहते है। भग ४३८७ होगी। यहां १७६४ ई०को कटक मराठौसे | गठरी ( हि स्त्री०) बड़ी पोटली, बकची। बचनेक लिये जो किला बना, उसका व सावशेष गठरवां (हिं. प. ) पशुपोंमें एक प्रकारका रोग। इसके पड़ा है। होनेसे पशुओंकी जांघ, पमस्ती पौर जीभके नीचे सजन गचिका ( सं० स्त्री.) गल्ला स्वार्थ कन्। १ मदिराग्रह, हो जाती है। पशुओंमें यह नारी रोग है । इसमें बहुत शराब रखनेका घर । २ गांजा । कम पशु बचते हैं । चिकित्सकोंका मत है कि यह छूतको गलिफा ( फा० पु.) एक गुच्छा तास । बीमारी है। जिस पशुको यह रोग होवे उसे बन्द और गझिन (हिं पु०)१ सघम, घना।२ मोटा। साफ सुथरे स्थानमें रखना चाहिये । गटई (हिं पु०) ग्रोवा, गला। गठानी (हिं. स्त्रो०) एक प्रकारका कर जो अमौदार गटकना (हिं.क्रि.) खाना, निगलना। प्रासामियोंसे वसूल करते हैं । गटगट (जि. पु०) एक तरहका शब्द, जो कई बारके | गठाव (हिं. पु.) गठन, बनावट ।

निगलने या पानी पीनेके समय गलेसे उत्पन्न हो। गठिबन्ध ( सं० पु. ) गठबन्धन, गठजोड़।

मटपट (हि. स्त्रो०) दो या दोसे अधिक व्यक्तियों या | गठिया (हिं स्त्री० ) एक प्रकारका बोरा जिसमें पचते चोजीका परस्पर मेल, मिलावट । २ संयोग, प्रसंग, | परिपूर्ण कर व्यापारी लोग बैल या घोड़े पर लादते। सहवास। २ पोटली, छोटी मठरी। ३ कोर कपड़े की गांठ। गटापारचा (हि.पु.) खत दुग्धवाले होंसे निकला | ४ एक प्रकारको बीमारो जिसके होमेसे घुटनों में सूजन Vol. VI. 35