पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष षष्ठ भाग.djvu/१८

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खारिक-खारेपाटन खारिक ( म० पु०-क्ली) एक वृक्ष और उसका फल । यह किमी बड़े बर्तन में ४ मन पानी भरके एक एक सेर नोल, पुष्करतीर्थक पास महापारेवत कहलाता है। चूना और सज्जी छोड़ते और गुड़ डालकर उठाते हैं। खारिज ( अ० वि० ) १ वहिर्भूत, अलग किया हुवा। गर्मीको १ दिन और जाडेको २ दिनमें खारीमाट उठ २ जो सना न गया हो। एक असामीसे लेकर दूसरे पाता है। अति शीतकालको इसे पाग पर भी चढ़ाया अमामीको जमीन देनेका काम 'दाखिन्न खारिज' कह | जाता है। लाता है। खारीवाप ( सं० वि० ) खागें तत्परिमितं धान्य उप्यते खाग्न्धिम ( सं० त्रि०) खारौं धमति, खारी-मा-खम् इव: वप् आधार घञ् । १ खारी परिमित धान्यादि वपन करने मुमादेशश्च । शस्यपरिमाणकारक, अनाज नापने या योग्य, जिसमें ४ द्रोण वीज पड़ मके। २ खारी परिमित तौलनवाला। धान्य वपन करनेवाला, जो ४ द्रोण अनाज बोता हो। सारिन्धय (सं० वि०) खारों धयति, खा-धा-खश खः मिद्धान्तकौमुदीके मतानुसार स्त्रीलिङ्गमें खारीवाप शब्दके मुमागमश्च । खारी परिमित पान करनेवाला, जो ४ द्रोण | उत्तर टाप् होता है, परन्तु मुग्धबोधमें डीपका विधान है। पीता हो। खारवाटम-बम्बर प्रान्तीय रखगिरि जिलेके देवगड, सब-डिवीजनका एक नगर । इमको लोकसंख्या कोई खारियां पञ्जाब प्रान्सके गुजरात जिलेकी एक तहसील । २८०० होगी । विजयदुर्गा नदीके कई मोल हट जानसे यह अक्षा० ३२. ३१ तथा ३३१ उ० और देशा० ७३ अब यह नगर बन्दरगाह नहीं रहा। नदीक किनारे २५ एवं ७४ १२ पू०के बीच अवस्थित है। उत्तरपूर्वमें किनारे बस दर तक एक सड़क की गयी है। हम. झेलमनदी इमको झलम जिलेसे अलग करती है। हम । की पागे पोर मुसलमानों को को बनी है। पहले का अधिकांश जङ्गली, जरायती और नालोंमें भग है। यह मुससमागोका एक बड़ा शहर था। पब्बीपहाड़ झेलम नदीके साथ साथ उत्तरपूर्व और यां प्रधानतः नमकका कामकाज होता है। दक्षिण-पश्चिमको चला गया है। लोकसंख्या प्रायः २४२- सोमवारको बागारमें बड, भीडीसगती। पहरेजी शासनके प्रारम्भसे १८१८.सक यह एक कोटे खारिश ( फा॰ स्त्री० ) १ कण्ड, खुजली। २ खरखस विभागका सदर रहा. परन्तु १८१८०को देवगढ विभागका सदर बन गया। १६वीं शताब्दीके प्रारम्भ खारिश्त, खारिश देखो। काम (१५१४०) बारबोसाके कथनानुमार वह एक खारिम्पच ( म० त्रि०) खारौं खारीपरिमितधान्यादिक कोटा स्थान था और ममबारके जराजसे सस्ता पचति, खारी-पच-खश् इव: मुमादेशश्च । परिमाणे पचः । पा चावस और तरकारी वासे खरीद ले जाते थे। लसी शरा । खारीपरिमित धान्यादिक पाक करनेवाला, जो समय यहांका व्यापार बड़ा खारपाटम डाकुरों का ४ द्रोण भोजन बनाता हो। ससा बना था। १५७१ ई.को पोर्तगीजों ने जमको खारी, खारि देखा। जसा डाला। १७वीं शताब्दोको कई बार वह कोहण खारी (हिं. स्त्री० ) १ लवणमेद, किसी किस्मका नमक। सागर-सटका मबसे अच्छा बन्दर बसाया गया। १७१३ २ छोटा खारा। (वि.)३ नमकीन, खारा। को वर खण्डोजीराव परियाके हाथ नगा और खारीक (मं० वि०) वारां खारीवाफ्मति, खारी-ईकन् ।। १७५६ ई. तक उन्हों के हाथ में रहा। १८१८ ई०को बायाँ ईकन् । पा५॥१॥२२॥ १ खारीवाला, जिसमें ४ द्रोण वीज या परेजा को सौंपा गया। डाला जा मके । २ खारी-परिमित धान्यादि हारा क्रीत, नगरके सामने किसी कोटी पहाड़ी पर एक एकड़ .४ द्रोण अनाजर्स खरौदा हुआ। परिमित दुर्ग पर्याखत है। १८५.६० उसके बुर्ज पारीमाट (हिं० पु०) नीलका रडू बनामका एक तरीका। पौर दीवारें तोड दी गयों। जामा मसदकास