पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष षष्ठ भाग.djvu/३२०

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३१८ गायन-गारिब "म्म म गायनयोयान्न सहयोड षिकस्य च ।" ( मनु ४।२१०) प्रायः १६३५ है। यहां एक छोटा कारागार है जिसमें । २ काति केय । (भारत! अ.) स्त्रियां डोप । गायनो,। मिफ १८ कैदी रकर्व जाते हैं। गान करनेवालो। ३ गान । गायरीन (हिं० पु०) गोरोचन : गायन-मुमलमान जातिकी एक शाग्वा । माधारणत: जन- | गायिनी ( म. स्त्री.) १ वह स्त्री जो गान करती है। २ एकमात्रिकचन्द । समाजमें इस जातिक मनुष्य गाना गाते और बाजा बजाते | हैं, इमलिये इनका नाम गायन पड़ा। किन्तु मोल्नामे गार ( म० पु० ) १ सामभेद। २ जातिभेद एक जाति- जाना जाता है कि जिम ममय माहजन्नालने थोहट्ट का नाम । गार' जाति देवः । पर आक्रमण किया था, उम ममय जिहाद गायन नामका गार ( अ० पु.) १ गहरा, गडढ़ा। २ गुफा कंदरा। एक मनुष्य उनके साथ था। वतमान गायन उन्हों गारगोती--बम्बई प्रांत के सुधग्गड उपविभागका मदर । यह जिहाद वंशधर प्रतीत होते हैं। किमीका मत है कि कोन्द्रापुरमे वत्तीम मौन दक्षिणमें अवस्थित है। जनसंख्या पहले ये 'मान्दार' जातिर्क थ। ये षिकाय करके । प्रायः १६२२ है। प्रति रविवारको यहां हाट लगती है. अपनी जीविकानिर्वाह करत हैं । पुरुषों की अनुपस्थिति जिममें हर एक जगहमे अन्न और साधारण वस्त्र विकन पर स्त्रियां शस्यत्रको रक्षा करती तथा गोमषादि आत हैं। यहां पुलिम मब इन्मपकर और मब गज- चराती हैं। ये स्थानीय दिया जातिमे कोई ममर्ग | ष्ट्रारक आफिम हैं। इसके अलावा डाकघर और विद्या- लय भी है। नहीं रखते। इनकी स्त्रियां बडी लज्जागोला होती हैं गारत (अ० वि० ) नष्ट, बरबाद । पौर अन्तःपुरमें अकनी रहना पमन्द करती हैं। गाग्द ( अ० स्त्रो. ) १ मिपाहियोंका ममह जो एक अफ गायन्तिका ( म० स्त्री० ) हिमान्नयस्थ एक स्थान, हिमा- सरके अधीन हो। २ मनुष्य वा किमी वम्तको रक्षाके र लय पहाड़ परका एक स्थान । लिये सिपाहियोंका झड। गायन्ती ( म० स्त्री० ) गै शट। १ गयपनी, गयको स्त्री। गारना (हिं. क्रि० ) दबा कर पानी निःमत कर देना, (मागवत ५ १५।१४) २ वह स्त्री हो गान करतो हो, गान निचोड़ना। करनेवाली स्त्री। गाग्नेन्नो ( हि स्त्री० ) जंगली फालमा। यह भारतक गायब ( अ० वि० ) नुहा, अंतर्धान । ( पु० ) शतरंजमें एक उत्तर और पूर्व तथा हिमालयकी तराई में चार हजार प्रकारका खेल । फोटकी ऊंचाई तक पाई जाती है। इसका पेड वहुत गायबाना (अ.क्रि.) १ गुप्तरोतिमे । २ अनुपस्थितिम । कोटा होता है और इसके किलक भूरे रंगके होते हैं। गायबगन्ना (हिं पु.) एक प्रकारका बगला । यह धान- दमको शाग्वायोंके रेशसे रम्मियां बनायो जाती हैं। यह के खेतमें तथा पशुांक ममूहमें रहता है। कार्तिक या अगहन माममें फूलता और पूषमे वैशाग्व गायबांधा-बङ्गालमें गंगपुर जिन्नका एक उपविभाग । तक फलता है। इमर्क फल खानेके काममें आते हैं। यह अक्षा. -५'३ मे २५ ३८. उ० पार देशा० ८८ गा। ( हि पु० ) १ मट्टो अथवा चना सुरू आदिको १२ मे ८८:४२ पृ. ब्रह्मपुत्र नदके दाहिने तौर पर जनमें मिलाकर बनाया हुआ लेप। इमलेपमे. ईटी, अवस्थित है। भूपरिमाण २६२ वग मोल है। यह को जुडाई होती है। विस्त त ममतल उपविभाग है जिमम बदतमे इद मिलते २ विकन्नो भूमि जिममें जान अधिक दिन तक ठहर हैं। यहांको जनसंख्या लगभग ५२०१८४ होगी। जिलेका नहीं मरता। यह एक ममृद्धशाली भाग है। गारा काहड़ा (हिं. पु.), जातिका गग, जो गायबांधा- बङ्गालमें रंगपुर जिले के गायबांधा उपविभाग- मंख्या अतिरिक्त गाया जा की, उत्तरभेन का प्रधान मदर। यह अक्षा० २५ २१ उ० और देशा० गारित्र ( म० क्ली. ) गोर्यत यात्रन् । १ अन्व, अनाज । ८८३४ पू० घाघट नदी पर अवस्थित है। लोकसंख्या २ धान्यविशेष, एक प्रकारका धान।