पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष षष्ठ भाग.djvu/३४

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खिलाफत

। हितोव मोगाविया-ठीक नहीं, उन्होंने कितने दिन ई के मध्य भागको प्रबदुन मलिकको छावनी देर पल. राजत्व किया; परन्तु थोड़े ही दिनों में रोगसे ग्रसित हो जपसोको सगी थी। मसपा पपने प्रधान सेनापति प्राणत्याग दिया । ६८४९०को मगज राहसमें दामाम इवाहीम के साथ मार गयें । इससे खशीफाके लिये रेरा. बसके पाम प्रो घोर युद्ध इमा, दहहाक और जुफैरको कमी राह खुली। इन्होंने हल्लाजका २००० सिरीयो- एक बड़ी मेना रखते भी हारना पड़ा और छन्दोंमें के साथ मका जुवै यरसे सड़ने पर चाया पौर वादी- इसका बड़ा बखान हुपा। पल कुराक पास ५००० पादमियों के साथ पड़े तारीक- • . प्रथम मरांका शासन-इन्होंने यजीदको विधवा को संवाद भेजा कि वह मदीना अधिकार करके पनीका पाणिग्रहण करके अपनी परिस्थिति सुधारी और जाजमे ना मिलते । १८२ ई० २५ मार्चको मका अपने बेटे अबदुसमलिकके लिये विलाफतको राह घिरा था । छ महीने तक घेरा पड़ा रहा। पखोरको निकाली थी। मराम-गरसकी लड़ाई के पीछे इन्होंने हन्नाजन जुबैयरक सरकाट दामासकस भेज दिया । मिमर जीत अपने दूसरे सड़के पबदुल अजीर को उसका इन जुवेयरके साथ ही वह प्रभाव भी मिट गया, जो सुबेदार बनाया था। परन्तु इजाजको भेजी हुई फोजके महम्मदने इसलाम पर डाल रखा था। मकाके विरते टकड़े टुकड़े उड़ा दिये गये। उबैयदुःला की भंजी एक समय काबामे पाग लगने पीछे रख जुबेयरने दागाह. फौजने जिसके सेनापति ब्राहीम थे, सिरीयों को को फिर बना कर बढ़ा दिया। परन्तु इजाजने नया • मोसम के पास हरा दिया। फिर जुबै यरने अपने भाई हिस्सा तोड़ काब को पहले हो जैसा रख छोड़ा। . मुसबको बसराका पाला किम बनाया और कूफा सास तक सौरोया और मेसोपोटामियाके रेगस्ताममें पर उसको चढ़ने का हुका लगाया । मुखतार जिम का मिलों पर हमले होते रहे पार समझा भीषणता पर कूफा बड़ा जार था, पराजित हुए। कितने छन्द प्रबन्ध लिखे गये। .. ५ पब दस मलिक का मामम-१८५१० ७ मईको मेरवान ४. दिन ठहरके जब पबदुस मलिक ईराकके मर गये । प्रवादानुसार उनकी स्त्रीनी उमका मला सोरिया लौटे, कूफा पौर बसरामें अपने दो प्रतिनिधि वोट दिया, क्योंकि उनों ने उसकी और उसके सड़के जैसे उमैयद शाहजादे होड चले। मोसम खलीफाके ससीदको मारापोरा था। पबदुस मलिक पासानीसे कहने पर खरीजोतसे सडते थे, परन्तु उन दोनों सब्स पर बैठ गये, परन्तु कुछ दिन उत्तर सोगेयाके याादा के उनकी मदद कर सकने पर खरीजोता झगड़ो में फंसे रहे। लेबाननमें बरानिम धुम पड़े। एकसे ज्यादा सड़ाई बीत गये। मुसाबको फोन उन्हें • रहें परले उनसे और फिर कुखनतनियाके बादशाहो' छोड़ अपने प्रपन घर चली गयी और कितना सम- मुवाफिर सुला करनी पड़ी। 4 ई०को जब झिाने बुझाने पर मीन लौटी। फिर जानने कूफाना पदों ने मुसब पर चढ़ने के लिये बोटमान चीवमें सैन्ध संग्रा किया और सहायता पावर मोरसबने डेरा डासा, हमके भतीजे इस पणदाकर्म समीफा 'खरोजोसोकी दवा दिया। वर १८७९०के पारमें बनना चाहा था । रहे पीछे सौट पपनी हो राजधानी खाजके पास बसरा वापस पचे। उन्होंने पन्हें खरा- घरनी पड़ी। अमरपदा पामसमर्पण करने पर मामका पधिकारी बना ट्रान्स-पाकसियाना पर कई वाध्य हुए। इन्होंने उनपने महल में बुलवा पपन पढाइयां की धौं । १८ और ६८t.को अपने पाप की हाथों मार डाला था। फिर इन्होंने ईराकाकी जामको पोषसे साड़ना पोर उनको दबाना पड़ा। चढ़ाई पर ध्यान दिया । बाजोमैरामें मुसपकी छावनी नहाने कूफा जीत पपनको नबो बतलाया था। फिर सगो यो। परन्तु एमका पहला काम शुफेर और मख सीजस्तानका सूबेदार पथषध बसवाई गया पौर तारके महायों को नीचा देखाना था। इसी बीच मस सूस्तर के पास हाजको मार भगाया और बसरामें अबकी सगका खतरनाक बनवा दवाना पड़ा प्रवेश किया। उसके बाद वह कूका.पर चढावा..