पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष षष्ठ भाग.djvu/३६

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खिलाफत

प्राण था। फिर वलीदने उन्हें दामासकस वापस बसे और खुरामानको सूबेदारी मिलने पर जोरजान बला खिया। वह पपने लड़के अबदुल अजीजको पोर तबरिस्तान कई बार चढ़े, परन्तु कुछ ही कुछ शासक बना लौट पड़े। इन्होंने रोडेरिक राजाको कामयाब हुए। ७१५ ई. को सुलेमानके कहने पर बेवासे शादी करके पपनी शक्तिको सङ्गठन किया था। मसलमने एगिया माइनरको पाक्रमण किया और ७१४ ई०के प्रगस्त मास मूसान स्पन छोड़ा और जमर होबेराम एक अच्छे जहाजी बेड़े के साथ उनके दामामकस वलीदके मरनेसे कुछ हो पहले जा पहुंचे। पृष्ठपोषक बने। पहले साल चढाई खाली गयी। लूट का बहुतसा मान ले जाते भी उनका समुचित अमोरिअम का घेरा टूटा था, परन्तु परगामम और सरदोस पुरस्कार न मिला । उन पर गवनका इसजाम लगाया अधिक्कत हुपा। ७१६० २५ अगस्तको कुस्मन् - पौर १०००.० अर्को जुर्माना न देने पर कैद किये नियाका पवरोध खुश्की की राह पारम्भ किया गया जाने को धमकाया गया था। परन्तु उन्हें सुलेमान और २ सप्ताह पोछे समुद्रको भोरसे भी ऐसा ही देख खलीफाक मिव यजोटको सिफारिस पर छटकारा पड़ा। एक साल तक धरा रहा, परन्तु घर पड़ा। एक साल तक धेरा रहा, परन्स घेरने वालों को मिला । ७१६ ई० का मका जाते गहमें वह मर गये। सर्दोसे सङ्ग पाकर उठाना पड़ा। मसलम अपनी टो उनके लड़के अबदुल अजीजका कोई २ साल सनसनत फटी फोज किसी न किसी तरह वापस लाये और करने के पीछे कतल हुपा। जहागी बेड़ी भी तूफान में लौटते वक्त तवाह हो पूर्वमें मुसलमानी फोजाको अचम्भ की कामयाबी गया । तोपसके युद्ध में चार्लस मारटेन भी विजयी दुई। थोड़े ही मालोम चीनकी सरहद तक कई मुल्क हुए। मसलम वापस हो पा रहे थे, कि दाबीकमें जीत लिये गये। इसी बीच मुहम्मद कासिम मकरान । सुलेमान मर गये। इनका चालचलन वलीद जैसा पका पाक्रमण किया और देवला को लेकर सिन्धुके पार उतरे और किफायती न था। परन्तु वह एक धर्मपरायण और हिन्दुस्थानी गजा दाहिरको जग मुलतान पर व्यक्ति रहे। चढ़ गये। वर मुखताम जीत लूट का कितना हो माल ८ हितोय ऊमर-यह एक मीधे सादे और कम खर्च. से चलते वने। करनवाले व्यक्ति थे। इन्होंने अपने रिश्तेदारों से भी वनोद दामासके पाध गिरजा घरमें मसलमानी किफायतका तकाजा किया, जिससे लोगों में नाराजगो मसजिद बमायी थी। इनके समयको मोरियाम बहुतसे पोर बेचैनो फैल गयो। लोग मुसलमान बनने पर पालीशान महल पोर देहासा में पमोरोके रहनको वाध्य हुए । जुल्म की शिकायत फोरन सुनी जाती थी। खूबसूरत इमारत तैयार हुई। इन्होंने मदीनाको मुसलमानो इतिहासमें यह साधु राजा जैसे प्रसिद्ध है। मसजिद भी बढ़ायो यो। इसके लिये मवो और उनको शमा अबदुला नामक शासक पोरीनोज पर्वत पार बौबीके कमरे गिराये गये। खेतीके नये सगे निकले करके नारबोन ले लिया था, परन्तु ७२०ई०क और जङ्गल पावाद हुए थे। सींचने के लिये नहरें खोदो जुलाई मास वह तोमोसमें हार पोर मारे गये। गयौं। रेगस्तान में भी जानमासके जान का खौफन ___ हितोय यशोद-जमरने बहुत थोड़े दिनों राजत्व किया और ७२० ई.८ फरवरीको उनका मृत्य हुप्रा। • सुलेमानका शासन-०१५ के फरवरी महीने बिना किसी झगडे बखेडे के अबदुल मलिक लड़के अपने भाईके मरनेसे या भामामी के साथ गद्दी पर बैठ रे यजीद तस्वत पर बैठ गये। देशमें बसवा फट गये। सुलेमान इजाजसे नाराज थे। इन्होंने उनके पड़ने में इन्ह अपने मशहा भाई ममलमसे उसको रखे कितनी की प्रान्तीय शासकको निकाल बाहर दबाने के लिये कहना पड़ा। बसवेके प्रक्रमें बड़ाई किया पोर नाजके दुशमन यजीद मुहाबको दुई, जिसमें बसवाई यजोदको हार होने से भारत तक रंगका सूदार बना दिया। फिर यजीद मबम जा भागते भागते पाना पड़ा। मसलमको ईरानी और