पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष षष्ठ भाग.djvu/३८

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खिलाफत खलीफाकी मोतको खवर पा कर होममके नागरिकों कि सरिन । भफि ३५०N फिर यमोदकी मे अब मुहम्मदको अपना सेनापति बना दामा सकस फौज में कोई ७००.० मिसेय और हो गये। मरवानने पर चढ़े थे। गजधानीमे १२ मील दूर सुलेमानमें अपनी प्रधाम सेमाके साथ प्राने बद खोसाफ, मुले- उन्हें परास्त किया। अबू मुहम्मद पपने कितने ही मानको पूरी शिकस्त दी थी। फिर होमको उन्होंने साथियों के साथ गिरफतार हुए । पलेस्ताइनके भी दो ५ महीने तक घेर रखा। फतेह होने पर होमस, एक बसवे प्रासानीसे दबा दिये गये। बालवक, दामासकम, जेरूसलम पौर दूमरे शहरों को १२ तृतीय यजीद का शासन-इन्होंने तख्त पर बैठते दीवार गिरा दी गयो। की एक बढ़िया वक्तता दी, परन्तु वलीद सिपा- ईराकम पवदुल्ला नामक एक साहसी पुरुषने अपने- हियों की जो तनखार बढायो थो, काट डाली। को शापानी और मुलाभोंके एक टलका सरदार मोसे मोगों ने उनका नाम 'नाकिस' रखा था। मम बना कूफा ले लिया और हीराको कदम बढ़ा दिया सूर मामक कसवारस ईराकके सूबेदार बनाये गये और था। किन्तु बलवाई हार गये पोर ७४४ ई०के पकस- उन्होंने पहले गवर्नर यूसुफको पकड़ खुदरामें कैद बर मास कूफान प्रात्मसमर्पण किया । फिर प्रव. किया। सिन्धु पौर सौजस्तानको छोड़ कर दूसरे सुदरः दुलाने मेदिया (जब्बाल ) पहुंच कर अपना दस वर्ती प्रान्सोन खलीफाको कुमत न मामी पोर प्रफ जुटाया था, जिनकी मदद से वह एक बहो सनतनतका गशाम प्रबटुर रहमान पाजाद जैसे हो गये । स्पेनमें हाकिम बन बैठा। बहुत खरीगीतों की मददसे सब समोरों ने इस एक मतमे पपनी जान बचानी शेवान कोमके सरदार कूफा पर चढ़ थे । इब जमर चारोथो । ७४४ई.की २५ सितम्बरको ३य यजीटका और रख सईद पूरे तौर पर हार और ७४५०के मस्य पा अगस्त मौन होराको भो पात्म समर्पण करना पड़ा। १३-३य यजीद अपने भाई रबाहीमको उत्तरा जब मरवान होममको घेरे थे, दहहाक मेमोयोटे. धिकारी बना गये थे। मीने समसमत करने के मियाको लोट पड़े और मोसम दख्खन कर बैठे। फिर वाश्य मरवाम द्वारा राज्य परित्याग करने पर वाध्य मरवानके बेटे अबदुवाको निसी बिसमें रहना दुखार हो गया। सुलेमान भी खवारिज पहुंचे थे, जहां उनके पास १४--दितीय मरवान एकत्रियासी पुरुष थे। १२००००पादमो रहे। पखोरको मरवान दुश्मन पर अपने बेटे पदल मलिकको ४०००. पादमियों के साथ झपटे थे । ७४६ ई०के सितम्बर मास काफरतूथाको महामें शेड वर.... पादमी लेकर मेसोपोटामिया घमासान बड़ाई में खवारिख हार गये। इस यडके पौके में दाखिल हुए । १२०.०० फौजके साथ मुखमान । से यजीदने अपनी सेना ईराकको सक्षामित की थी। हार। फिर श्य मरवान दामासकस पर चढ़े और ७५७ ई०के मई या जन महीने उम्हों ने खरीजापतों को ०४४०को ७ दिसम्बरको उसके प्रधोर । परास्त करके कूफा अधिकार किया। इन जोराने परन्तु लेष्टाइनमें फिर बलवा फट पडापौर दामाम। पखोरको मेसोपोटेमिया फौज भेजी थी। खरीजापत कमको यजीदने मा घेरा। मरवानको ईराक पर चढ़ाई उसको देख भाग खड़े हुए। सुलेमान पौर मन्सूरने करनेका विचार कोड़ रोयाका विद्रोह दवाना भारतको पलायम किया था। परन्तु इमी बीच खुरा. पड़ा। उन्होंने १.... सिरीयों को युब मज्जासे सुसनिस सानमें एक ऐसा सूफाम चल पड़ा, जिसमें किसीको बाके २०... किसरिन और मेसोपोटेमियाके | पलाने काम किया। पन्त७४८.२८ नवम्बर- सिपारियों के साथ यजीदके अधीन ईराक भेजा था।। को कूफाकी बड़ी मसजिदमें पबुस पब्बास खखीफा बनाये गये। परन्तु रसाफा पहुंचने पर यजीदने सके ममझा बुझा प्रबासी। अपको खलीफा स्वीकार कराया और अपने को पल पम्पास ने अपनी घोषणा में प्रापरते. हुए।